Sammelan: CM मोहन यादव बोले- भारतीय संस्कृति की ताकत है स्वदेशी, यही बनेगा आत्मनिर्भर भारत का आधार

Swadeshi Movement 2025
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मुख्यमंत्री मोहन यादव

भोपाल में संगोष्ठी में CM मोहन यादव ने कहा- भारतीय संस्कृति स्वदेशी की भावना पर आधारित है। स्वदेशी से आत्मनिर्भर भारत का निर्माण होगा।

भोपाल। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि भारतीय संस्कृति की नींव स्वदेशी की भावना पर टिकी है। आज टेक्नोलॉजी का दौर है, लेकिन भारतीय तकनीक और जीवनशैली दुनिया में अपनी पहचान बना रहे हैं। मोहन यादव ने यह बात शनिवार को भोपाल के कुशाभाउ ठाकरे सभागार में आयोजित ‘स्वदेशी से स्वावलंबन संगोष्ठी’ में अपने संबोधन में कही।

स्वदेशी अपनाने का संकल्प

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर संकल्प दिलाया कि हम स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करेंगे।इनके प्रति लोगों में भी जागरूकता लाएंगे। इसके अलावा जनसंचार के माध्यम से स्वदेशी के महत्व को फैलाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत को समृद्ध और विकसित बनाने के लिए यह हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह स्वदेशी उत्पादों को अपनाए।

स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा स्वदेशी आंदोलन

मोहन यादव ने कहा कि आज भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनने की ओर बढ़ रहा है। इसका श्रेय हमारी जीवनशैली और स्वदेशी की भावना को जाता है।

उन्होंने याद दिलाया कि आजादी की लड़ाई भी स्वदेशी के दम पर लड़ी गई थी। गणेशोत्सव के दौरान लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने जो आंदोलन चलाया, वह स्वदेशी की भावना का ही प्रतीक था।

धार्मिक और प्राकृतिक धरोहर पर फोकस

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भी स्वदेशी की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि पिछले साल केवल उज्जैन में 7 करोड़ श्रद्धालु आए, जिससे धार्मिक पर्यटन को बल मिला। सरकार जंगलों को जानवरों से आबाद करने और इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रही है।

उन्होंने महाकाल मंदिर का उदाहरण देते हुए कहा कि जब हम कमजोर थे तो 1235 में मंदिर तोड़ दिया गया था। लेकिन ढाई सौ साल बाद जब शासक मजबूत हुए तो मंदिर फिर से बन गया। यही हमारी सांस्कृतिक की ताकत है।

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