परंपरा या अहंकार: छिंदवाड़ा सांसद विवेक साहू के Viral Video से सियासी घमासान; BJP नेता ने बताई पैर धुलने की वजह

Chhindwara MP Vivek Sahu controversy
Chhindwara MP Vivek Sahu Video : मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से भाजपा सांसद विवेक बंटी साहू एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हाल ही में वायरल एक वीडियो में वह कुर्सी पर बैठे दिख रहे हैं और भाजपा मंडल अध्यक्ष सोनू यादव सहित अन्य कार्यकर्ता उनके पैर पखारते नजर आ रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने इस वीडियो पर व्यंग किया है। कहा, भाजपा सांसद खुद को भगवान समझते हैं।
क्या है मामला?
वीडियो 3 जून 2025 का बताया जा रहा है। बताया गया कि बीजेपी सांसद विवेक साहू बंटी छिंदवाड़ा जिले की जुन्नारदेव विधानसभा क्षेत्र में 54 किमी लंबी पदयात्रा पर थे। यात्रा के दूसरे दिन जब कारवां तालखमरा गांव (नवेगांव) पहुंचे तो मंडल अध्यक्ष सोनू यादव ने सांसद साहू के सम्मान में उनके पैर धोए।
भाजपा @BJP4MP वाले अब ख़ुद को डायरेक्ट भगवान समझ रहे हैं।
— Piyush Babele||पीयूष बबेले (@BabelePiyush) June 9, 2025
छिंदवाड़ा से बीजेपी सांसद विवेक बंटी साहू जनता से अपने पाँव पखारने का काम करा रहे हैं।
भाजपा में अब जनसेवक नहीं जनता को ग़ुलाम समझने वाले नेताओं की भरमार है।@vdsharmabjp और @JPNadda जी बताएँगे यह कौन से संस्कार है? pic.twitter.com/dUdAO9mfSs
कांग्रेस ने उठाए सवाल
- कांग्रेस नेता और कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने इस वीडियो को X (पूर्व ट्विटर) पर साझा करते हुए लिखा- भाजपा वाले अब खुद को भगवान समझ रहे हैं। जनता से अपने पांव पखारना अब नेताओं की आदत बन गई है। भाजपा अब जनसेवा नहीं, जनगुलामी में विश्वास करती है।
- पीयूष बबेले ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा को पोस्ट टैग करते हुए पूछा कि क्या यह भाजपा के संस्कार हैं?
भाजपा का पलटवार
भाजपा मंडल अध्यक्ष सोनू यादव ने कांग्रेस के सवालों का जवाब दिया है। कहा, मेहमानों के पैर धुलना हमारे क्षेत्र की परंपरा है। सांसद बंटी साहू की लंबे पदयात्रा के सम्मान स्वरूप मैंने यह उनके पैर धोए हैं। वह तो मना कर रहे थे, लेकिन हमारे यहां यह सम्मान का तरीका है। कांग्रेस बेवजह राजनीति कर रही है। उसके पास कोई और मुद्दा नहीं बचा।
बंटी साहू के वीडियो पर क्यो बोले लोग?
वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया में भी तरह तरह के कमेंट्स आ रहे हैं। कुछ लोग इसे राजनीतिक भक्ति और जनतंत्र का अपमान बता रहे हैं तो वहीं कुछ लोग इसे नेता की लोकप्रियता और सम्मान मान रहे हैं। कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स ने कटाक्ष करते हुए लिखा-भक्तिभाव और गुलामी में अब फर्क करना मुश्किल है।
सीधी विधायक ने भी धुलवाए थे पैर
मध्य प्रदेश में नेताओं के पैर पखारने की यह पहली घटना नहीं है। विधानसभा चुनाव 2023 से पहले सीधी के पूर्व विधायक केदारनाथ शुक्ला के पैर धुलकर पानी पीने का वीडियो सामने आया था। लोगों ने सवाल उठाए तो इसे क्षेत्र की परंपरा बताया गया। फिलहाल, इस घटना ने नेता और जनता के रिश्तों पर बहस छेड़ दी है। आलोचक इसे सत्ता के मद और अहंकार से जोड़ रहे हैं, तो समर्थक भारतीय संस्कृति और आस्था की दुहाई दे रहे हैं।
