Bihar Chunav 2025: एमपी के CM मोहन यादव आज करेंगे बिहार में मेगा रैली, जानें पूरा कार्यक्रम

CM Mohan Yadav
भोपाल। बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जीत की रणनीति को अंतिम रूप दे दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को यह मंत्र दिया है कि “पार्टी तभी जीतती है, जब हर बूथ मजबूत होता है।” उनका कहना है कि हर बूथ कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में ‘मोदी’ है, यानी हर कार्यकर्ता को नेतृत्व की भावना के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी के इसी बूथ मंत्र से प्रेरणा लेते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी अब बिहार चुनाव में कमर कस ली है। सीएम यादव 16 अक्टूबर को बिहार दौरे पर रहेंगे, जहां वे कुम्हरार निर्वाचन क्षेत्र के कदमकुआं और विक्रम विधानसभा क्षेत्र के पार्वती स्कूल स्पोर्ट्स ग्राउंड में विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे।
वे इस दौरान कुम्हरार विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी संजय गुप्ता और विक्रम सीट से सिद्धार्थ सौरभ के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे। इसके अलावा, सीएम डॉ. यादव स्थानीय कार्यकर्ताओं की बैठक में भी हिस्सा लेंगे और संगठन को मजबूत करने की रणनीति साझा करेंगे।
स्टार प्रचारक की छवि में मोहन यादव
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पार्टी संगठन में स्टार प्रचारक की छवि रखते हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में उन्होंने हरी नगर, मुस्तफाबाद, मालवीय नगर, नफजगढ़, उत्तम नगर, रोहिणी समेत कई सीटों पर जबरदस्त प्रचार किया था जिनमें से एक को छोड़कर बाकी सभी सीटें बीजेपी के खाते में गई थीं। पिछले साल लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने उत्तर प्रदेश के देवरिया और राबर्ट्सगंज में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार और रोड शो किया था।
हरियाणा और कश्मीर में भी दिखा था मोहन यादव का असर
डॉ. यादव का चुनावी अनुभव सिर्फ एमपी या यूपी तक सीमित नहीं है। उन्होंने हरियाणा की भिवानी, दादरी, तोशाम, झज्जर और बवानी खेड़ा में जनसभाएं की थीं, जिनमें से चार सीटें बीजेपी ने जीतीं। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर की सांबा सीट पर भी उन्होंने प्रचार किया था, जो बाद में बीजेपी के खाते में गई थी।
क्यों खास हैं मध्यप्रदेश के मुखिया
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 13 दिसंबर 2023 को प्रदेश की कमान संभाली थी। मुख्यमंत्री बनने के महज तीन महीने बाद ही उनके नेतृत्व की असली परीक्षा आई, लोकसभा चुनाव 2024, जिसमें उनके नेतृत्व में बीजेपी ने प्रदेश की सभी 29 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया।
यही नहीं, कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाला छिंदवाड़ा भी इस बार बीजेपी ने उनके नेतृत्व में जीत लिया। उनके मजबूत संगठनात्मक कौशल और जोशीले भाषणों ने उन्हें बीजेपी के "ऑलराउंडर प्रचारक" के रूप में स्थापित किया है।
