सांची डेयरी: जीतू पटवारी बोले-इंदौर में 10% घटा दूध का संकलन; अमित शाह को पत्र लिखकर उठाए ये सवाल

Jitu Patwari to Amit Shah : मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर सांची डेयरी की गिरती स्थिति और दुग्ध उत्पादक किसानों की आर्थिक बदहाली पर चिंता जताई है। कहा, राज्य सरकार का सांची को NDDB में विलय करने का फैसला किसानहित के खिलाफ है।
जीतू पटवारी ने पत्र में लिखा-सांची के दूध संकलन, बिक्री और समितियों की संख्या में तेज़ी से गिरावट आई है। इंदौर जिले में दूध संकलन वर्ष 2023-24 के मुकाबले करीब 10% घटकर 85,438 किग्रा प्रतिदिन रह गया है। जबकि, दूध बिक्री 1.56 लाख लीटर से घटकर 1.51 लाख लीटर हो गई है।
सांची पार्लर योजना अव्यवस्था की शिकार
जीतू पटवारी ने सहकारिता मंत्री को बताया कि सांची पार्लर योजना भी अव्यवस्थाओं की शिकार है। इंदौर संभाग में 257 आवेदन लंबित, लेकिन केवल 31 पार्लर चालू हो सके। इससे साफ है कि सरकार की घोषणाएं सिर्फ कागजों तक सीमित हैं।
शक के दायरे में NDDB की भूमिका
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने NDDB की भूमिका की स्वतंत्र जांच समिति से समीक्षा कराने की मांग की है। साथ ही आग्रह किया कि NDDB के ज़रिए निजी डेयरियों को बढ़ावा देने की साजिश रोकी जानी चाहिए।
लाखों किसानों के भविष्य का सवाल
जीतू पटवारी ने पूछा, केंद्र सरकार यदि सच में सहकारिता की भावना को जीवित रखना चाहती है तो सांची जैसी संस्थाओं को क्यों संकट में डाला जा रहा है? उन्होंने कहा, यह केवल एक संस्था नहीं, बल्कि लाखों किसानों के भविष्य का सवाल है।
जीतू पटवारी की प्रमुख मांगें
- सांची डेयरी की स्थिति की जांच हेतु एक स्वतंत्र समिति गठित की जाए।
- सांची पार्लरों के लंबित आवेदन शीघ्रता से निपटाने हेतु राज्य सरकार को निर्देशित करें।
- NDDB की भूमिका की पुनर्समीक्षा कर उसे अधिक पारदर्शी एवं किसान-हितैषी बनाया जाए।
- केंद्रीय शहकारिता मंत्री की घोषणा के बावजूद ज़मीनी स्तर पर कोई प्रभावी सुधार क्यों शुरू नहीं हुआ। स्पष्ट किया जाए।