Bhopal Metro: कमलापति की तरह मेट्रो से जुड़ेगा भोपाल स्टेशन; यात्रियों को होगा फायदा

भोपाल स्टेशन को मेट्रो से जोड़ने की तैयारी, बनेगा सब-वे या फुटओवर ब्रिज
Bhopal Metro Update : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में जल्द ही मेट्रो की यात्रा कर सकेंगे। मुसाफिरों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए भोपाल रेलवे स्टेशन को भी मेट्रो नेटवर्क से जोड़ने की कवायद चल रही है।
भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन (आरकेएमपी) को स्कायवॉक के ज़रिए मेट्रो से जोड़ा गया है। अब इसी तर्ज पर भोपाल जंक्शन रेलवे स्टेशन को भी फुटओवर ब्रिज (FOB) या सब-वे के जरिए मेट्रो लाइन से जोड़ा जाएगा। ताकि, यात्रियों को एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म या मेट्रो तक पहुंचने में परेशानी न हो।
क्या है योजना का खाका?
- मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के अफसरों ने बताया कि भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 के पास अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन बनाया जा रहा है। यात्रियों की सुगमता को देखते हुए दो विकल्पों पर काम किया जा रहा है।
- पहली योजना के अनुसार, यदि सिर्फ प्लेटफार्म नंबर 6 को मेट्रो से जोड़ा जाएगा तो वहां ट्रैक के ऊपर से एक फुटओवर ब्रिज (FOB) बनाना पड़ेगा। लेकिन यदि प्लेटफॉर्म 1 और 6 दोनों को मेट्रो स्टेशन से जोड़ना है तो अंडरग्राउंड सब-वे का निर्माण करना होगा।
- रेलवे और मेट्रो कॉर्पोरेशन के अधिकारी फिलहाल, दोनों योजनाओं की तकनीकी और आर्थिक व्यावहारिकता पहलुओं पर चर्चा कर रहे हैं।
यात्रियों को क्या होगा फायदा?
- मेट्रो स्टेशन और भोपाल जंक्शन को आपस में कनेक्ट करने से न सिर्फ आम यात्रियों को फायदा होगा, बल्कि इससे मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन को भी फायदा होगा। यात्री बाहर निकलकर बसों का विकल्प चुनने की बजाय मेट्रो से सफर करेंगे।
- यात्रियों को लंबी दूरी पैदल नहीं तय करनी पड़ेगी। जाम और समय दोनों से बचत होगी। मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम में सुगमता होगी। मेट्रो से सीधे रेलवे प्लेटफॉर्म तक कनेक्टिविटी हो जाएगी।
आरकेएमपी-मेट्रो स्टेशन पर स्कायवॉक निर्माण
रानी कमलापति स्टेशन पर 70 मीटर लंबा स्कायवॉक बन रहा है, जो मेट्रो और रेलवे स्टेशन को जोड़ेगा। इस स्कायवॉक पर PEB शेड लगाने का कार्य भी शुरू हो चुका है। इसी तरह के स्कीम को अब भोपाल रेलवे स्टेशन पर लागू करने की तैयारी है, जिसके लिए अलग से प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है।
भोपाल में कब शुरू होगी मेट्रो?
भोपाल में मेट्रो रेल अक्टूबर 2025 तक शुरू करने की योजना है। इसकी शुरुआत एम्स से रानी कमलापति स्टेशन के बीच बने प्रायोरिटी कॉरिडोर पर की जाएगी।
