भोपाल में IAS सर्विस मीट शुरू: CM मोहन यादव ने किया शुभारंभ, प्रदेशभर से जुटेंगे अफसर

भोपाल में शुक्रवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तीन दिवसीय आईएएस सर्विस मीट का शुभारंभ किया। इस खास आयोजन में प्रदेशभर से आईएएस अधिकारी शामिल हुए हैं। आज से शुरू हुआ यह सर्विस मीट प्रशासनिक व्यस्तताओं से इतर, अधिकारियों को आपसी संवाद, रचनात्मकता और पारिवारिक जुड़ाव का मंच प्रदान कर रहा है।
इस सर्विस मीट में सहायक कलेक्टर से लेकर मुख्य सचिव तक, वर्तमान और पूर्व आईएएस अधिकारी, साथ ही उनके परिवारजन भी सहभागिता कर रहे हैं। आयोजन के दौरान अधिकारी अपनी फाइलों और दायित्वों से हटकर सांस्कृतिक, कला और मनोरंजन से जुड़ी गतिविधियों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। भोपाल के अरेरा क्लब में दिनभर और देर रात तक रंगारंग कार्यक्रमों का सिलसिला चलेगा।
चार हाउस में बंटी प्रतियोगिताएं, बढ़ा उत्साह
तीन दिन तक चलने वाले इस सर्विस मीट के लिए चार हाउस बनाए गए हैं रेड हाउस, ग्रीन हाउस, ब्लू हाउस और यलो हाउस। प्रत्येक हाउस के लिए कैप्टन और वाइस कैप्टन तय किए गए हैं। आयोजन के अंतिम दिन चार प्रमुख श्रेणियों में अवार्ड दिए जाएंगे, जिनमें मोस्ट क्रिएटिव, बेस्ट प्रेजेंटेशन, बेस्ट एंटरटेनमेंट वैल्यू और बेस्ट कोऑर्डिनेशन शामिल हैं।
इसके अलावा, अधिकारियों के परिवारों की सहभागिता को प्रोत्साहित करने के लिए 18 वर्ष तक की आयु के बच्चों को भी मंच दिया जा रहा है। हर हाउस में बेस्ट चाइल्ड आर्टिस्ट और बेस्ट सीनियर आर्टिस्ट के पुरस्कार दिए जाएंगे, जिससे बच्चों और युवाओं में भी खासा उत्साह नजर आ रहा है।
फील्ड अफसरों के समन्वय पर विशेष फोकस
आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं अपर मुख्य सचिव मनु श्रीवास्तव ने बताया कि फील्ड में पदस्थ अधिकारियों की भागीदारी बढ़ाने और आपसी समन्वय को मजबूत करने के उद्देश्य से आसपास के संभागों के अफसरों को एक ही समूह में रखा गया है। ग्रुप्स के बीच होने वाली सांस्कृतिक रात्रि और अन्य प्रतिस्पर्धाएं सर्विस मीट को और रोमांचक बना रही हैं।
परिवार की तरह मजबूत हुआ रिश्ता
आयोजन समिति के चेयरपर्सन और प्रमुख सचिव पी. नरहरि ने कहा कि वर्ष 2010 से शुरू हुई यह परंपरा हर साल और भी यादगार बनती जा रही है। सर्विस मीट ने आईएएस समुदाय को एक परिवार के रूप में जोड़ने का काम किया है। सहयोग, नई मित्रताएं और संजोने योग्य पल इस आयोजन की सबसे बड़ी उपलब्धि हैं।
