भोपाल: ड्रग माफिया यासीन का नेटवर्क बेनकाब, नेताओं-अफसरों तक थी पहुंच, कॉल डिटेल से खुलेंगे राज

भोपाल के वीआईपी रोड और झील के धुंधले बैकग्राउंड में माफिया नेटवर्क का प्रतीकात्मक चित्रण।
भोपाल में ड्रग माफिया यासीन के नेटवर्क की परतें एक-एक कर खुल रही हैं। क्राइम ब्रांच को मछली गिरोह के शारिक की कॉल डिटेल में ऐसे नंबर मिले हैं, जो नेताओं, अफसरों और पत्रकारों से जुड़े हो सकते हैं। इस सिलसिले में शारिक के करीबी मुकेश ठाकुर से पूछताछ की गई है।
सूत्रों की मानें तो पूरा नेटवर्क प्रदेशभर में फैला हुआ है और जल्द ही कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं। प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के तहत मछली परिवार की एक एकड़ में बनी आलीशान कोठी पर तोड़फोड़ का नोटिस जारी किया है।
क्राइम ब्रांच की जांच में अब तक ड्रग्स तस्करी, हथियारों की तस्करी, ब्लैकमेलिंग और यौन शोषण जैसे संगीन अपराधों की परतें उजागर हुई हैं। जानिए इस सनसनीखेज मामले की टाइमलाइन और ताजा अपडेट्स के आधार पर पूरी कहानी।
टाइमलाइन: भोपाल ड्रग्स रैकेट का खुलासा
18 जुलाई 2025: शुरुआती कार्रवाईभोपाल क्राइम ब्रांच ने गोविंदपुरा इलाके से दो ड्रग तस्करों, सैफुद्दीन और आशु उर्फ शाहरुख, को 15.14 ग्राम एमडी ड्रग्स, एक स्कूटर और मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया। पूछताछ में इन दोनों ने यासीन अहमद और शाहवर अहमद के नेतृत्व वाले बड़े ड्रग्स नेटवर्क का खुलासा किया।
21 जुलाई 2025: यासीन और शाहवर की गिरफ्तारीक्राइम ब्रांच ने फिल्मी अंदाज में शाही दरबार के पास से यासीन अहमद (25) और उसके चाचा शाहवर अहमद (42) को गिरफ्तार किया। यासीन के पास से 1.05 ग्राम एमडी ड्रग्स, एक पिस्तौल और एक स्कॉर्पियो कार, जबकि शाहवर के पास से 2.052 ग्राम एमडी ड्रग्स और एक महिंद्रा बीई-6 कार बरामद हुई। दोनों पर नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
23 जुलाई 2025: सियासी तूफानमध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने यासीन और शाहवर के बीजेपी नेताओं, विशेष रूप से मंत्री विश्वास सारंग, से कथित संबंधों का आरोप लगाया। सोशल मीडिया पर आरोपियों की बीजेपी नेताओं के साथ तस्वीरें वायरल हुईं।
उमंग सिंघार ने विधानसभा में ड्रग्स की प्रतीकात्मक पुड़िया और इंजेक्शन लहराकर सरकार से सवाल किया कि ड्रग माफियाओं पर सख्त कार्रवाई क्यों नहीं हो रही।
24 जुलाई 2025: यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग का खुलासाक्राइम ब्रांच की जांच में यासीन के मोबाइल से 30 से ज्यादा युवतियों के अश्लील वीडियो और चैट्स बरामद हुए। जांच में पता चला कि यासीन भोपाल के पब और क्लबों में डीजे पार्टियों का आयोजन करता था, जहां युवतियों को मुफ्त ड्रग्स देकर उनकी लत लगाई जाती थी। इसके बाद उनके वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग और यौन शोषण किया जाता था।
पुलिस ने इस मामले को भोपाल में हाल ही में सामने आए लव जिहाद केस से भी जोड़ा।
26 जुलाई 2025: नेटवर्क की गहराई उजागरयासीन की पूछताछ में ड्रग्स तस्करी के साथ-साथ अवैध हथियारों की तस्करी और अश्लील कंटेंट की बिक्री का खुलासा हुआ। क्राइम ब्रांच ने तीन और पेडलरों को गिरफ्तार किया, जिनमें जगजीत सिंह बैस उर्फ ‘जग्गा’ भी शामिल था, जिसे भोपाल एयरपोर्ट से पकड़ा गया।
यासीन के नेटवर्क के तार राजस्थान, मुंबई और पंजाब से जुड़े होने की जानकारी सामने आई।
27 जुलाई 2025: शारिक मछली का नाम सामनेजांच में शारिक मछली, यासीन का करीबी रिश्तेदार, को नेटवर्क का मास्टरमाइंड बताया गया। शारिक को देर रात क्राइम ब्रांच ने हिरासत में लिया। सूत्रों के अनुसार, शारिक नेटवर्क की फाइनेंसिंग और डिलीवरी चैनल संभालता था।
शारिक की कॉल डिटेल्स से नेताओं, अफसरों और पत्रकारों से कथित बातचीत का पता चला, जिसने जांच को नया मोड़ दिया।
30 जुलाई 2025: बुलडोजर एक्शन और नया मामलाजिला प्रशासन ने मछली परिवार की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलाया, जिसमें हथाईखेड़ा डैम इलाके में 100 करोड़ रुपये कीमत की कोठी, फार्महाउस, वेयरहाउस, कारखाना और मदरसा शामिल थे। यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के तहत की गई, क्योंकि ये संपत्तियां सरकारी जमीन पर बिना अनुमति बनाई गई थीं।
अरेरा हिल्स पुलिस ने यासीन पर फर्जी विधानसभा पास का उपयोग करने के लिए धोखाधड़ी का नया मामला दर्ज किया। यासीन ने पत्रकार गौरव शर्मा के नाम से जारी पास को अपनी स्कॉर्पियो पर लगाकर रसूख दिखाने की कोशिश की थी।
एक युवती की शिकायत पर यासीन और शाहवर के खिलाफ यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग का नया मामला दर्ज हुआ। पीड़िता ने बताया कि 2018 में यासीन ने उसे हुक्का लाउंज में नशीला पदार्थ देकर उसका शोषण किया था।
31 जुलाई 2025: जांच का विस्तारक्राइम ब्रांच ने शारिक के करीबी मुकेश ठाकुर से पूछताछ शुरू की। शारिक की कॉल डिटेल्स से कई संदिग्ध नंबर मिले, जिनकी जांच जारी है। पुलिस अब पूरे नेटवर्क के तारों की पड़ताल कर रही है, जिसमें राजस्थान और दुबई कनेक्शन की भी जांच हो रही है।
यासीन को 1 अगस्त तक जेल भेज दिया गया और उसकी रिमांड अवधि बढ़ाई गई।
2 अगस्त 2025: प्रशासन ने मछली परिवार की एक एकड़ में बनी कोठी को ज़मींदोज करने का नोटिस जारी किया। यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के तहत होगी।
शारिक मछली अभी भी फरार है, और पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है। उसकी कॉल डिटेल्स से मिले नंबरों की जांच में बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।
कहानी: मछली परिवार का काला साम्राज्य
भोपाल के चमकते क्लबों और पबों की रंगीन रातों के पीछे एक काला साम्राज्य पल रहा था, जिसका सरगना था यासीन अहमद उर्फ मछली। रानी कमलापति स्टेशन के पास एक बड़े कॉम्प्लेक्स में डीजे की आड़ में यासीन युवाओं को नशे की लत में धकेल रहा था। उसका नेटवर्क सिर्फ भोपाल तक सीमित नहीं था; इसके तार राजस्थान, मुंबई, पंजाब और यहां तक कि दुबई तक जुड़े थे।
यासीन और उसके चाचा शाहवर युवतियों को मुफ्त ड्रग्स देकर उनकी लत लगाते, फिर उनके अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करते। इन वीडियो को बेचकर या बार्टर सिस्टम में हथियारों की तस्करी के लिए इस्तेमाल किया जाता।
जुलाई 2025 में क्राइम ब्रांच ने इस रैकेट का पर्दाफाश किया। सैफुद्दीन और शाहरुख की गिरफ्तारी ने यासीन और शाहवर तक पहुंचाया। यासीन के मोबाइल और मैकबुक से मिले आपत्तिजनक वीडियो और चैट्स ने पुलिस को चौंका दिया। जांच में पता चला कि यासीन ने फर्जी विधानसभा पास का इस्तेमाल कर अपनी स्कॉर्पियो से ड्रग्स की सप्लाई की थी। यह पास उसे एक कथित पत्रकार ने दिलवाया था, जिसने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए।
मामले ने तब सियासी रंग लिया, जब कांग्रेस ने यासीन और शाहवर के बीजेपी नेताओं से कथित संबंधों का आरोप लगाया। यासीन के पिता शफीक मछली और करीबी रिश्तेदार शारिक मछली का नाम बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा से जोड़ा गया। शारिक, जिसे नेटवर्क का मास्टरमाइंड माना जा रहा है, फाइनेंसिंग और डिलीवरी चैनल संभालता था। उसकी कॉल डिटेल्स से नेताओं, अफसरों और पत्रकारों से बातचीत का खुलासा हुआ, जिसने जांच को नया आयाम दिया।
30 जुलाई को प्रशासन ने मछली परिवार की 100 करोड़ रुपये की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलाया। हथाईखेड़ा डैम इलाके में बने फार्महाउस, वेयरहाउस और मदरसे को ध्वस्त कर दिया गया। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के तहत एक एकड़ में बनी कोठी को भी ज़मींदोज करने का नोटिस जारी हुआ। शारिक मछली ने एक वीडियो जारी कर खुद को बीजेपी का समर्पित कार्यकर्ता बताते हुए कार्रवाई को साजिश करार दिया, लेकिन पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
क्राइम ब्रांच अब शारिक के करीबी मुकेश ठाकुर से पूछताछ कर रही है। कॉल डिटेल्स से मिले संदिग्ध नंबरों की जांच में बड़े खुलासे की उम्मीद है। पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने कहा, "इस नेटवर्क के हर तार की जांच होगी और कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा।"
