भोपाल जमीन विवाद: डायमंड सिटी पर सख्ती; जानें रजिस्ट्री के बाद भी क्यों खतरे में मकान

भोपाल डायमंड सिटी पर सख्ती, रजिस्ट्री के बाद भी खतरे में मकान
Bhopal Diamond City Land Dispute: भोपाल के कोकता बाइपास स्थित पशुपालन विभाग की 99 एकड़ जमीन का सीमांकन पूरा कर लिया गया है। यहां पर मछली परिवार के कब्जे को लेकर सीमांकन कराया गया था। इसमें डायमंड सिटी के 40 से अधिक मकान अतिक्रमण के दायरे में आ गए। मकान तोड़ने के डर से 50 से अधिक रहवासियों ने मंगलवार को गोविंदपुरा एसडीएम दफ्तर पहुंचकर एसडीएम रवीश श्रीवास्तव से गुहार लगाई।
रहवासियों ने बताया, उन्होंने जीवन की पूरी पूंजी जमा कर प्लॉट खरीदा और मकान बनाया हैं। रजिस्ट्री के साथ तहसीलदार से नामांतण भी कराया गया था। अब अचानक से यह जमीन सरकारी कैसे हो गई। उन्होंने यह भी कहा कि बिल्डर ने अपनी जमीन बताकर प्लाट बेचे थे, तब कोई विभाग या अधिकारी सामने नहीं आया।
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— sonelal.kushwaha (@KushwahaK45286) September 2, 2025
किससे खरीदी थी जमीन?
कोकता ट्रांसपोर्ट नगर के पास वार्ड नंबर 62 स्थित डायमंड सिटी कालोनी के रहवासियों ने बताया कि उन्होंने मकान, प्लाट भूमि स्वामी उषा सिन्हा, सिद्धार्थ सिन्हा, शशिशेखर प्रसार तिवारी से खरीदे थे। इसके बाद भी 27 अगस्त को आरआई, पटवारी, तहसीलदार ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में सीमांकन किया।
एसडीएम के सामने निकले आंसू
रहवासियों ने बताया कि बिल्डर ने जब प्लॉट बेचे गए थे, तब उनके द्वारा जमीन पर किसी अन्य व्यक्ति, पशुपालन विभाग का कोई हिस्सा या स्वामित्व होना नहीं बताया गया था। साथ ही मौके पर पशुपालन विभाग की हदबंदी, निशान व साइन बोर्ड नहीं था। यह बात कहते हुए रहवासियों के आंसू निकल गए, जिन्हें एसडीएम ने चुप कराया।
विभाग वापस लेगा जमीन, टूटेंगे मकान
तीन तहसीलदार, तीन आरआइ और 11 पटवारियों की टीम ने सीमांकन रिपोर्ट बनाकर तैयार कर ली है। जिसमें डायमंड सिटी, राजधानी परिसर सहित अन्य दो कालोनियों के 40 मकान, दो सड़कें, नगर निगम की 30 दुकानें, पेट्रोल पंप, एक तीन मंजिला स्कूल का कब्जा सामने आया है। जिसके साथ ही पशुपालन विभाग अपनी जमीन अतिक्रमणकारियों से वापस लेने की कार्रवाई शुरू करेगा।
