कांवड़िए को टक्कर मारने पर हंगामा: यमुनानगर में बेकाबू कार चालक फरार, सड़क जाम, पुलिस हरिद्वार से लाएगी नई कांवड़

रोड जाम कर रहे कांवड़ियों को समझाते डीएसपी राजीव मिग्लानी।
यमुनानगर के मटका चौक के नजदीक देर रात एक तेज रफ्तार कार ने कांवड़ को टक्कर मार दी। इसके बाद कांवड़ियों ने सड़क जाम कर जमकर हंगामा किया। सफेद रंग की क्रेटा कार ने कांवड़िए और कांवड़ को टक्कर मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों और कांवड़ियों के अनुसार कार तेज गति से आ रही थी और चालक कथित तौर पर नशे में था। टक्कर के बाद, चालक मौके से फरार हो गया। इस दुर्भाग्यपूर्ण टक्कर से कांवड़ सड़क पर गिरकर खंडित हो गई, हालांकि गनीमत रही कि कांवड़िए को किसी तरह की शारीरिक चोट नहीं आई।
कांवड़ खंडित होना कांवड़ियों के लिए एक बहुत ही गंभीर और भावनात्मक विषय होता है। कांवड़ यात्रा का उद्देश्य गंगा जल लाकर भगवान शिव का अभिषेक करना होता है और कांवड़ का खंडित होना उनकी यात्रा को अधूरा कर देता है। यही कारण था कि इस घटना के बाद कांवड़ियों का गुस्सा फूट पड़ा।
कांवड़ियों का आक्रोश
जैसे ही कांवड़ खंडित हुई, आसपास के क्षेत्र में मौजूद अन्य कांवड़िए, जो मटका चौक के पास बने शिविर में ठहरे हुए थे, तुरंत घटनास्थल पर जमा हो गए। उन्होंने बिना देर किए सड़क पर अपने वाहन खड़े कर दिए और जोरदार तरीके से हंगामा शुरू कर दिया। उनकी मुख्य मांग थी कि आरोपी कार चालक को तुरंत मौके पर बुलाया जाए और उसे सजा दी जाए।
कांवड़ियों का आरोप था कि पुलिस और प्रशासन ने कांवड़ यात्रा के दौरान पर्याप्त ट्रैफिक व्यवस्था नहीं की है। राहुल नामक एक कांवड़िए, जो हिमाचल प्रदेश के बद्दी से हरिद्वार से कांवड़ लेकर आ रहे थे और जिनकी कांवड़ खंडित हुई थी, उन्होंने बताया कि वे यमुनानगर पहुंचे ही थे कि यह घटना हो गई। कांवड़ियों ने मांग की कि पुलिस आरोपी को पकड़कर लाए और उसी की गाड़ी में पीड़ित कांवड़िए को हरिद्वार ले जाकर नई कांवड़ लाने की व्यवस्था करे। अपनी मांगों को पूरा होते न देख, कांवड़ियों ने थोड़ी ही देर में सड़क को दोनों ओर से पूरी तरह जाम कर दिया, जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और पुलिस को यातायात को वैकल्पिक रास्तों पर मोड़ना पड़ा।
पुलिस का हस्तक्षेप और आश्वासन
सूचना मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी हरकत में आ गए। एएसपी अमरिंदर सिंह, डीएसपी राजीव मिग्लानी और हुडा थाना एसएचओ पुलिस बल के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति को शांत करने और कांवड़ियों को समझाने का प्रयास किया। लगभग डेढ़ घंटे तक चली बातचीत और मान-मनौवल के बाद पुलिस अधिकारियों ने कांवड़ियों को आश्वासन दिया कि पीड़ित कांवड़िए के लिए हरिद्वार से नई कांवड़ भरवाकर लाने का पूरा प्रबंध पुलिस द्वारा किया जाएगा।
डीएसपी राजीव मिग्लानी ने मीडिया को बताया कि स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है और पीड़ित कांवड़िए के लिए हरिद्वार से नई कांवड़ लाने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने इस बात पर भी ध्यान दिलाया कि यमुनानगर प्रशासन को कांवड़ यात्रा के दौरान ट्रैफिक प्रबंधन को लेकर और अधिक सक्रिय रहने की आवश्यकता है, जैसा कि सहारनपुर में देखा गया था जहां कांवड़ियों के लिए एक पूरी सड़क को ट्रैफिक-मुक्त रखा गया था।
कांवड़ यात्रा और सुरक्षा चुनौतियां
यह घटना कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की चुनौतियों को उजागर करती है। हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु दूर-दराज से पैदल या वाहनों से कांवड़ लेकर आते हैं। ऐसे में सड़कों पर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना और किसी भी अप्रिय घटना को रोकना प्रशासन की बड़ी जिम्मेदारी होती है। शराब पीकर गाड़ी चलाना या लापरवाही से वाहन चलाना, जैसी घटनाएं कांवड़ यात्रियों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती हैं।
