वीरता को सम्मान: बिहार में नक्सलियों को धूल चटाने वाले यमुनानगर के IPS बाबू लाल हुए भावुक

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यमुनानगर में डीआईजी बाबू राम को सम्मानित करते पूर्व कैबिनेट मंत्री कंवरपाल व अन्य। 
बिहार में नक्सलियों को धूल चटाने वाले दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा में तैनात DIG बाबू लाल की रविवार को यमुनानगर में अपने गांव जड़ौदी आने पर आंखें भर आईं। उन्हें हाल ही में 15 अगस्त पर वीरता पदक से सम्मानित किया गया है।

वीरता को सम्मान : बिहार के औरंगाबाद में नक्सलियों का खात्मा करने वाले हरियाणा के यमुनानगर के गांव जड़ौदी के सपूत IPS बाबूराम की रविवार को आंखें भर आईं। स्वतंत्रता दिवस पर केंद्र सरकार की ओर से उन्हें वीरता पदक से नवाजा गया है। रविवार को जब वे यमुनानगर में अपने पैतृक गांव पहुंचे तो ग्रामीणों ने भव्य नागरिक अभिनंदन कर उनका स्वागत किया। वे 2009 बैच के बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। अब CISF में DIG के तौर पर प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन में सुरक्षा निदेशक के रूप में कार्यरत हैं।

जंगल में मारे थे नक्सली, बचाए थे अपने जवान

डीआईजी बाबूराम की बहादुरी के चर्चे वर्ष 2016 में बिहार के औरंगाबाद जिले में खूब चले थे। उस समय वे वहां एसपी के पद पर तैनात थे। जुलाई में लगातार बारिश के बीच छकरबंधा के जंगलों में नक्सलियों के खिलाफ बड़े अभियान का नेतृत्व करते हुए उनकी टीम पर आईईडी विस्फोट से घात लगाकर हमला हुआ। विस्फोट में कोबरा की पिछली टुकड़ी को नुकसान पहुंचा और स्थिति बेहद नाजुक हो गई। तभी नक्सलियों ने धोखे से दोबारा हमला बोला। इस चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में बाबूराम ने अगली टुकड़ी को मोर्चा संभालने के लिए प्रेरित किया। उनकी रणनीति से जवानों ने पहाड़ी पर छिपे नक्सलियों पर जबरदस्त पलटवार किया और उन्हें पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। इस मुठभेड़ में तीन नक्सली ढेर हुए और उनके हथियार बरामद हुए। उस समय खाने-पीने का सामान खत्म हो गया था, जवान थक चुके थे और कई गंभीर रूप से घायल थे। बाबूराम ने न केवल मोर्चा संभाला बल्कि घायल जवानों को अपने कंधों पर उठाकर रात 11 बजे तक जंगल से बाहर निकालने का नेतृत्व किया। यह ऑपरेशन उनके जज्बे और अदम्य साहस का प्रतीक बन गया।

गांव में हुआ नागरिक अभिनंदन

उनके पैतृक गांव जड़ौदी में नागरिक अभिनंदन कार्यक्रम हुआ। पूर्व कैबिनेट मंत्री कंवरपाल मुख्य अतिथि के रूप में समारोह में शामिल हुए। उन्होंने डीआईजी बाबूराम और उनकी पत्नी प्रभा सागर का फूलमालाएं पहनाकर अभिनंदन किया। इस मौके पर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के सदस्य अमर सिंह, पूर्व मेयर मदन चौहान, भाजपा नेत्री बंतो कटारिया, समाजसेवी सोमप्रकाश नम्बरदार, भाजपा जिला महामंत्री प्रवीण खदरी और जिला मीडिया प्रभारी कपिल मनीष गर्ग सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। समारोह में वक्ताओं ने कहा कि बाबूराम ने न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। उनकी उपलब्धियों से युवा पीढ़ी को प्रेरणा लेनी चाहिए।

वर्तमान में संभाल रहे हैं दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा

IPS बाबूराम इस समय सीआईएसएफ डीआईजी के तौर पर प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन में सुरक्षा निदेशक (हेड ऑफ सिक्योरिटी) के रूप में कार्यरत हैं। दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र की मेट्रो सुरक्षा व्यवस्था उनके जिम्मे है। उनकी सख्त कार्यशैली और अनुशासन ने मेट्रो सुरक्षा को और मजबूत बनाया है।

ग्रामीणों का प्यार देख भर आईं आंखें

गांव लौटने पर IPS बाबूराम ने गुरु रविदास मंदिर और डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर आशीर्वाद लिया। समारोह में उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह बेहद भावुक क्षण है। एक छोटे से गांव से निकलकर मुझे बिहार में और आज दिल्ली में बड़ी जिम्मेदारियां मिलीं। वीरता पदक की घोषणा मेरे लिए नहीं बल्कि मेरी पूरी टीम और गांव का सम्मान है। मैं गांववासियों और परिवार के सहयोग के लिए आभारी हूं। जड़ौदी गांव में भी उनके आने पर जश्न का माहौल रहा। सरपंच, भाजयुमो जिला अध्यक्ष निश्चल चौधरी, मंडल अध्यक्ष कृष्ण खदरी, पार्षद रीना रस्तोगी व रणजीत कौर सहित ग्रामीणों ने कहा कि IPS बाबूराम की उपलब्धि ने गांव का गौरव बढ़ाया है।

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