हरियाणा राजस्थान सीमा: नूंह में युवक की पिटाई से संदिग्ध मौत, पुलिस बोली गो तस्कर था

नूंह में युवक की मौत मामले का प्रतिकात्मक फोटो।
हरियाणा राजस्थान सीमा: हरियाणा व राजस्थान की सीमा पर नूंह के मानौता और भोरी गांवों के बीच बुधवार सुबह एक सनसनीखेज घटना में नूंह जिले के लुहिंगा कला गांव निवासी जमील की कथित पुलिस पिटाई से मौत हो गई। चश्मदीदों ने बताया कि सफेद कुर्ता-पजामा पहने कुछ लोग पहले से मौके पर इंतजार कर रहे थे, जिन्होंने चलती मोटरसाइकिल पर जमील के सिर पर फावड़ी से वार किया और फिर लाठी-डंडों से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी।
वहीं, राजस्थान और हरियाणा पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि जमील एक गो तस्कर था, जो प्रतिबंधित मांस लेकर जा रहा था और उसके खिलाफ पहले भी गो तस्करी के मामले दर्ज थे, जिनमें वह जेल की सजा काट चुका था। मृतक के परिजनों ने इन आरोपों को खारिज करते हुए शव लेने से इनकार कर दिया और पुलिस पर सुनियोजित हत्या का आरोप लगाया।
सुबह आठ बजे की घटना
घटना सुबह करीब 8 बजे की बताई जा रही है। चश्मदीदों के अनुसार, जमील मानौता हरियाणा की ओर से बाइक पर आ रहा था। घटनास्थल के पास एक घर के मालिक ने बताया, हमारे घर के सामने आते ही पहले से खड़े लोगों ने उसके सिर पर फावड़ी मार दी। चोट लगने से वह बाइक समेत नीचे गिर पड़ा। फिर लाठी-डंडों से इतना पीटा गया कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने कहा कि जब हमने पूछा, तो हमलावर बोले, 'हम पुलिस वाले हैं, दूर रहो।' लेकिन वर्दी न होने से हमें लगा कि यह कोई आपसी विवाद है।
दर्ज थे गो तस्करी के कई मामले
पुलिस सूत्रों ने बताया कि जमील के खिलाफ गो तस्करी के कई मामले दर्ज थे और वह पहले जेल जा चुका था। सूत्रों का दावा है कि घटना के समय वह प्रतिबंधित मांस लेकर जा रहा था। हालांकि, चश्मदीदों ने भीड़ के कारण यह स्पष्ट नहीं किया कि बाइक पर कोई सामान था या नहीं।
परिजनों ने पुलिस के दावों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह सुनियोजित हत्या थी। उनका आरोप है कि मुखबिर नटवर ने जमील की रेकी की थी और सीमा पर पहुंचते ही उस पर हमला करवाया। परिजन बोले, जब हमारा लड़का मारा गया, तब वहां कोई वर्दीधारी पुलिसकर्मी नहीं था। बाद में पुलिस के वाहन आए और शव व बाइक ले गए।
हत्या का केस दर्ज करने की मांग
उन्होंने मांग की कि जब तक हत्या का केस दर्ज नहीं होता, वे शव नहीं लेंगे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर राजस्थान के पहाड़ी थाने भेज दिया है, जहां पोस्टमॉर्टम होगा। मौके पर पहुंची पुलिस ने कहा कि फॉरेंसिक साइंस लैब की टीम बुलाई गई है और हर पहलू से जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। यह स्पष्ट नहीं हो सका कि हमलावर पुलिसकर्मी थे या सिविलियन।
नूंह जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया है और सीमा क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी है। यह घटना क्षेत्र में बढ़ते तनाव को दर्शाती है, जहां पहले भी गो तस्करी और सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं सुर्खियां बटोर चुकी हैं। परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश है, जो न्याय के लिए सड़कों पर उतरने की धमकी दे रहे हैं। राजस्थान पुलिस इस पर कुछ भी बोलने से बचती हुई दिखाई दी।
