Cyber crime: टेलीग्राम टास्क के नाम पर फंसाने वाले पांच साइबर ठग राजस्थान व गुजरात से पकड़े

cyber crime : सोनीपत पुलिस ने एक बड़ी साइबर ठगी का खुलासा करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामला वर्क फ्रॉम होम और टास्क पूरा कर पैसे कमाने के नाम पर एक युवक से करीब 13 लाख 59 हजार रुपये की धोखाधड़ी का है। पुलिस आयुक्त ममता सिंह और उच्चाधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना साइबर सोनीपत की टीम ने राजस्थान और गुजरात से आरोपियों को दबोच लिया।
राजस्थान व गुजरात के हैं आरोपी
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राजस्थान के जोधपुर निवासी प्रधान सारण, रवि चौधरी, जितेन्द्र उर्फ जीतू, गुजरात के बनासकांठा निवासी जेकनभाई पातलिया और राजस्थान के जालौर निवासी हितेश उर्फ हीरालाल के रूप में हुई है। पुलिस ने उनके कब्जे से 9300 रुपये नकद और तीन मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनका इस्तेमाल ठगी में किया गया था। सभी को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पहले छोटे इनाम देकर फंसाया
सोनीपत के गांव पवसरा निवासी सन्नी ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उन्हें AJIO GROUP के नाम से एक मैसेज मिला, जिसमें टेलीग्राम पर मुफ्त वर्क फ्रॉम होम करने का ऑफर दिया गया। शुरुआत में गूगल टास्क पूरा करने पर छोटे–मोटे इनाम मिले, जिससे उनका भरोसा बढ़ा। पहले टास्क में उन्होंने 8700 रुपये जमा किए और बदले में 6932 रुपये वापस मिल गए। इसके बाद 10962 रुपये जमा कर 28075 रुपये मिलने का लालच दिया गया। इसी बीच उन्हें एक डबल वैल्यू ऑफर भी दिया गया। इसी झांसे में फंसकर उन्होंने लगातार कई किश्तों में राशि ट्रांसफर की। 31 मई से 6 जून 2025 के बीच अलग–अलग खातों में उन्होंने 13 लाख 59 हजार 560 रुपये जमा कर दिए। जब पैसे वापस करने से इनकार किया गया, तब उन्हें ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने पुलिस से संपर्क किया।
ट्रांजेक्शन व लोकेशन से पकड़े
डीसीपी वेस्ट एवं साइबर, कुशल पाल सिंह ने बताया कि निरीक्षक बंसत और उनकी टीम ने तकनीकी जांच और ट्रांजैक्शन डिटेल्स के आधार पर आरोपियों का लोकेशन ट्रेस किया। लगातार प्रयासों के बाद राजस्थान और गुजरात से पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि ऑनलाइन जॉब या त्वरित कमाई के झांसे में न आएं। कोई भी संदिग्ध मैसेज, लिंक या कॉल आने पर तुरंत उसकी पुष्टि करें। यदि कोई साइबर ठगी का शिकार होता है तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन से संपर्क करें या राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं।
