DCM से भिड़ी कार: हरिद्वार जा रहे सोनीपत के 4 दोस्तों की मौत, एक की रविवार को चढ़नी थी बारात

उत्तर प्रदेश के शामली में हुए भीषण सड़क हादसे में क्षतिग्रस्त कार।
हरियाणा के सोनीपत से हरिद्वार जा रहे चार दोस्तों की ज़िंदगी शुक्रवार देर रात उत्तर प्रदेश के शामली जिले में एक भीषण सड़क हादसे में खत्म हो गई। पानीपत–खटीमा हाईवे पर हुए इस दर्दनाक हादसे में चारों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की खबर से सोनीपत जिले के बरोदा गांव में गहरा मातम छा गया है। ये चारों युवक इसी गांव के रहने वाले थे, जिनमें से दो की जल्द ही शादी होने वाली थी – एक की कल (9 नवंबर को) और दूसरे की अगले महीने 4 दिसंबर को। यह एक और दुखद पहलू है कि इन चारों मृतकों में से तीन युवक अपने-अपने परिवार के इकलौते बेटे थे। इन चारों दोस्तों ने अचानक गंगा स्नान का प्लान बनाया और कार में सवार होकर हरिद्वार के लिए निकल पड़े थे।
कैंटर से भीषण टक्कर
जानकारी के अनुसार गांव बरोदा का रहने वाला साहिल अपने तीन दोस्तों के साथ स्विफ्ट कार में सवार होकर हरिद्वार जा रहा था। शुक्रवार देर रात करीब 11 बजे जब कार बुटराड़ा फ्लाईओवर पार कर रही थी, तभी तेज रफ्तार के कारण ड्राइवर नियंत्रण खो बैठा और कार एक रेस्टोरेंट के बाहर खड़े कैंटर (डीसीएम) में जा टकराई। हादसा इतना भयानक था कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह से पिचक गया और कैंटर के भी पहिए निकल गए। टक्कर की तेज आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने बड़ी मशक्कत से निकाले शव
शामली की बाबरी थाना पुलिस तुरंत दुर्घटनास्थल पर पहुंची। टक्कर के बाद शव कार में ही बुरी तरह फंस गए थे, जिन्हें निकालने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से कार में फंसे चारों युवकों के शवों को खींचकर बाहर निकाला और पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा। थाना प्रभारी राहुल सिसौदिया ने बताया कि कार के नंबर (HR09K-8004) और युवकों से मिले दस्तावेजों के आधार पर परिजनों की पहचान कर उन्हें हादसे की सूचना दी गई। पुलिस को कार के अंदर से शराब की बोतलें भी मिली हैं, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि हादसे के समय युवक नशे में हो सकते थे। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और परिजनों से भी जानकारी जुटाई जा रही है।
अधूरे रह गए सपने, दो लोगों की होनी थी शादी
इस दर्दनाक हादसे में जान गंवाने वाले युवकों के कई सपने अधूरे रह गए। गांव बरोदा के चारों युवकों का विवरण।
परमजीत: 24 वर्षीय परमजीत दो विवाहित बहनों का इकलौता भाई था। बीए पास करने के बाद वह खेतीबाड़ी करता था। परमजीत के पिता आनंद का देहांत हो चुका है। सबसे दुखद बात यह है कि 9 नवंबर को उसकी बारात राजस्थान जानी थी, जिसके लिए वह शुक्रवार शाम 6:30 बजे हरिद्वार स्नान करने के लिए निकला था।
आशीष: 24 साल का आशीष अविवाहित था और बीए पास करने के बाद खेतीबाड़ी करता था। वह भी अपनी बहन का इकलौता भाई था। उसकी एक बहन विवाहित है, जबकि दूसरी बहन ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई करती है, जो हादसे की खबर सुनकर घर के लिए निकल चुकी है। बचपन में ही उसके पिता मेहरचंद का देहांत हो चुका था और उसकी शादी 4 दिसंबर को होनी थी।
साहिल: 22 साल का साहिल परिवार का इकलौता बेटा था। वह 12वीं पास कर करीब 3 साल पहले ही मोईमाजरी के डाकखाने में नौकरी पर लगा था। उसकी शादी फरवरी 2024 में ही हुई थी। साहिल अपने दादा अर्जुन सिंह की गाड़ी से हरिद्वार के लिए निकला था। वह शुक्रवार को ही अपनी पत्नी सरिता को उसके मायका गाँव बजाना से लेकर लौटा था, लेकिन बाहर से ही हरिद्वार के लिए चला गया था। उसके पिता सुनील खेतीबाड़ी करते हैं।
विवेक: 21 वर्षीय विवेक एक कॉलेज में बीए की पढ़ाई कर रहा था। उसका एक बड़ा भाई है और पिता बलराज किसान हैं। विवेक अविवाहित था। हरिद्वार स्नान का प्लान साहिल ने ही बनाया था, जिसके बाद बाकी तीनों दोस्तों ने भी हामी भरी थी। इस हादसे से सोनीपत के बरोदा गांव में गहरा शोक छा गया है। पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
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