Operation Sindoor Comment Case: प्रोफेसर खान न्यायिक हिरासत में, यूनिवर्सिटी में कंडोम वेंडिंग मशीन पर बवाल

प्रोफेसर खान न्यायिक हिरासत में, यूनिवर्सिटी में कंडोम वेंडिंग मशीन पर बवाल
X

प्रोफेसर अली खान को ले जाती पुलिस व यूनिवर्सिटी पहुंची महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया। 

अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। पुलिस ने 7 दिन के अतिरिक्त रिमांड की मांग की थी, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया। मामले की अगली सुनवाई 27 मई को होगी।

हरियाणा के सोनीपत स्थित अशोका यूनिवर्सिटी दो बड़े विवादों से घिर गई है। एसोसिएट प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को आपत्तिजनक टिप्पणी के आरोप में जेल भेज दिया गया है। वहीं, हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने यूनिवर्सिटी परिसर में कंडोम वेंडिंग मशीन की मौजूदगी पर तीखी आपत्ति जताई है, जिससे संस्थान की प्रतिष्ठा पर सवाल उठ रहे हैं।

प्रोफेसर अली खान को न्यायिक हिरासत

अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को दो दिन की पुलिस रिमांड के बाद मंगलवार को अदालत में पेश किया गया। पुलिस ने सात दिन के अतिरिक्त रिमांड की मांग की थी, लेकिन अदालत ने इसे खारिज करते हुए प्रोफेसर खान को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस मामले की अगली सुनवाई अब 27 मई को होगी।

प्रोफेसर खान के खिलाफ राई थाना पुलिस ने दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। पहला मामला गांव जठेड़ी के सरपंच की शिकायत पर, जबकि दूसरा हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया की शिकायत पर दर्ज हुआ है। प्रोफेसर पर सोशल मीडिया पर विवादित टिप्पणी करने और आयोग के नोटिस की अवहेलना का आरोप है। उन्हें 18 मई को दिल्ली के ग्रेटर कैलाश से गिरफ्तार किया गया था।

सेना की महिला अधिकारियों पर टिप्पणी

प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद पर 'ऑपरेशन सिंदूर' और भारतीय सेना की महिला कर्नल सोफिया कुरैशी व विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है। ये टिप्पणियां सोशल मीडिया पर तेजी से फैली थीं, जिसके बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने इन टिप्पणियों को "महिलाओं और भारतीय सेना के सम्मान के खिलाफ" बताया है। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मतलब यह नहीं कि कोई भी कुछ भी कहे।

कंडोम वेंडिंग मशीन पर कड़ा रुख

इस मामले में एक नया विवाद तब खड़ा हुआ जब रेणु भाटिया ने अशोका यूनिवर्सिटी परिसर में कंडोम वेंडिंग मशीन होने का सनसनीखेज खुलासा किया। उन्होंने इसे "शर्मनाक" बताते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी में सैनेटरी पैड मशीन होनी चाहिए, न कि कंडोम मशीन। भाटिया ने चिंता जताई कि 17 साल के युवा यहां पढ़ते हैं और ऐसी मशीनें "गलत संदेश" देती हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि यूनिवर्सिटी ने लिखित में कंडोम मशीन की पुष्टि की है, हालांकि गर्भपात की गोलियों की मशीन होने से इनकार किया है। भाटिया ने इस मामले में यूनिवर्सिटी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बनाम जिम्मेदारी

यह पूरा घटनाक्रम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की सीमाओं और सार्वजनिक जिम्मेदारी के बीच की बहस को गहरा करता है। एक शैक्षणिक संस्थान से जुड़े व्यक्ति द्वारा की गई टिप्पणियों के सामाजिक और नैतिक परिणाम होते हैं। वहीं, यूनिवर्सिटी परिसर में कंडोम वेंडिंग मशीन की मौजूदगी पर महिला आयोग की आपत्ति ने शिक्षण संस्थानों में नैतिक मूल्यों और छात्र आयु वर्ग के बीच के संबंधों पर बहस छेड़ दी है।

हुड्डा ने की कड़ी कार्रवाई की मांग

इस बीच, कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पाकिस्तान के लिए जासूसी के मामलों में हुई गिरफ्तारियों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि "गद्दारों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।" हालांकि उनका बयान सीधे तौर पर इस मामले से जुड़ा नहीं था, लेकिन यह देशद्रोह और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों पर सार्वजनिक रोष को दर्शाता है। अशोका यूनिवर्सिटी अब इन दोहरे विवादों से जूझ रही है, जो उसकी प्रतिष्ठा पर गहरा असर डाल सकते हैं। इन मामलों का परिणाम क्या होगा, यह देखने वाली बात होगी।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story