डबल मर्डर: रोहतक में की पिता-पुत्र की हत्या, सोनीपत में दो हत्यारोपियों का पुलिस ने किया एनकाउंटर

अस्पताल में उपचाराधीन एनकाउंटर में घायल डबल मर्डर के हत्यारोपी व बरामद सामान।
हरियाणा के रोहतक में शुक्रवार को पिता-पुत्र के हत्यारोपियों का शुक्रवार देर शाम एंटी गैंगस्टर यूनिट ने सोनीपत के झरोठी टोल के पास एनकाउंटर कर दिया। दोनों आरोपियों की उम्र करीब 19 साल बताई जा रही है तथा रोहतक के बलियाना गांव के रहने वाले है। पुलिस एनकाउंड के दौरान पांव में गोली लगने से घायल सन्नी और हिमांशु को घायल अवस्था में खरखौदा अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जहां से उन्हें मेडिकल कॉलेज खानुपर रेफर कर दिया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से जिंदा कारतूस व हथियार भी बरामद किए है। घटना के बाद डबल मर्डर में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश शुरू करने के साथ घटना के बाद क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती के साथ नाकेबंदी भी बढ़ा दी है।

पहले बेटे और पिता की थी हत्या
शुक्रवार को रोहतक के बलियाना गांव निवासी पिता-पुत्र की हत्या से गांव में हड़कंप मच गया था। बताया जाता है कि पांच बदमाश कार व स्कूटी पर सवार होकर आए और पहले दीपक के पास पहुंचे तथा पिता का नाम पूछने के बाद उसे दो गोली मारी। दीपक की हत्या के बाद आरोपी उसके घर गए तथा पिता धर्मबीर को पांच गोलियां मारकर उसकी भी हत्या कर दी। धर्मबीर का बड़ा बेटा सचिन उर्फ सागर ने 2023 में गांव के दुकानदार की हत्या के आरोप में जेल में बंद है। सीसीटीवी फुटेज में पांच आरोपी घर में घुसते और बाहर निकलते दिखाई दे रहे हैं। बाप-बेटे की हत्या के पीछे दुकानदार के भाई का हाथ माना जा रहा है।
एंटी गैंगस्टर यूनिट ने आरोपियों को घेरा
रोहतक में बाप-बेटे की हत्या के बाद से ही पुलिस को आरोपियों की तलाश थी। जैसे ही पुलिस को आरोपियों के खरखौदा में होने की जानकारी मिली तो सोनीपत की एंटी गैंगस्टर यूनिट ने झरोठी टोल के पास आरोपियों को घेर लिया। पुलिस को देखते ही आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई के दौरान पांव में गोली लगने से दोनों आरोपी घायल हो गए। जिसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया तथा आरोपियों की पहचान बलियाना निवासी सन्नी और हिमांशु के रूप में हुई।
पुलिस के सामने अब भी चुनौती
सोनीपत में हुई मुठभेड़ के बाद भले ही पुलिस ने भले ही दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हो, परंतु पुलिस की चुनौती अब भी कम नहीं हुई है। पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह होगी कि आखिर नाकेबंदी के बावजूद डबल मर्डर को अंजाम देने के बाद खरखौद तक पहुंचने में कैसे सफल रहे। आरोपियों को रोहतक की सीमा पार करवाने में किसने सहायता की तथा किसके कहने पर डबल मर्डर को अंजाम दिया गया। हत्याकांड में शामिल बाकी आरोपी कौन थे तथा फिलहाल कहां है और किस गैंग से उनका संबंध है।
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