Fake Office: सिरसा में 'सरकारी स्कीम' के नाम पर ग्रामीणों को लूटा, पुलिस ने फर्जी ऑफिस का किया भंडाफोड़

सिरसा में फर्जी ऑफिस का भंडाफोड़।
Sirsa Fake Office: सिरसा में पुलिस ने 'समाधान ग्रामीण वेलफेयर एंड एम्प्लायमेंट सर्विसिस लिमिटेड (भारत सरकार) के फेक ऑफिस का भंडाफोड़ किया है। फर्जी ऑफिस के बारे में पता लगने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने पहले ऑफिस के बाहर खड़ी नीली बत्ती वाली सफेद रंग की बोलेरो को अपने कब्जे में लिया, फिर ऑफिस से बरामद डॉक्यूमेंट्स और रजिस्ट्रेशन से जुड़ी डिटेल खंगाले। पुलिस ने ऑफिस को पूरी सील करके मामले में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिसार के रहने वाले राममेहर नाम के शख्स ने लोगों को चूना लगाने के लिए बस स्टैंड के पास फर्जी समाधान ग्रामीण ऑफिस खोला था। बताया जा रहा है कि इस ऑफिस में मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना एवं लाडो योजना के नाम पर रजिस्ट्रेशन की आड़ में आवेदकों से 1100 रुपए फीस ली जाती थी। इस बारे में जब पुलिस को पता लगा, तो टीम ने मौके पर जाकर छापेमारी कर दी।
पुलिस ने कैसे किया खुलासा?
पुलिस जांच में सामने आया है कि राममेहर भारत सरकार का अधिकारी बनकर लोगों को ठगा करता था। राममेहर ने भारत सरकार की फर्जी बोलेरो गाड़ी भी बनाई हुई थी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। ASI संदीप कुमार और HGH संदीप को सूचना मिली थी कि सिरसा में हिसार रोड पर एक बिल्डिंग में समाधान ग्रामीण वेलफेयर एंड इम्प्लायमेंट सर्विसिस का फर्जी ऑफिस खुला हुआ है।
जिसके बाद पुलिस ने तीसरे फ्लोर पर बने ऑफिस पर रेड कर दी, उस दौरान ऑफिस में पुलिस को गीता रानी, विनशा, सुनीता और रचना नाम की महिलाएं मिलीं। पुलिस पूछताछ में महिलाओं ने बताया कि वह सभी इस ऑफिस में काम करती हैं और राममेहर ऑफिस के डेड है। महिलाओं ने बताया कि वह ग्रामीण एरिया में सीएससी सेंटर पर फॉर्म भरने का काम करती है, इस काम के लिए उन्हें सैलरी भी दी जाती है।
पुलिस ने लिखा विभाग को लेटर
पुलिस ने जब ऑफिस में मौजूद लोगों से कार्यालय के रजिस्ट्रेशन के बारे में डॉक्यूमेंट्स देने के लिए कहा, तो वह कागजात पेश नहीं कर सके। जिसके बाद पुलिस ने ऑफिस वेरिफिकेशन के लिए 30 तारीख को एसपी कार्यालय एवं जिला समाज कल्याण अधिकारी और डीसी को लेटर लिखा था। 4 नवंबर को जिला समाज कल्याण अधिकारी द्वारा लेटर का जवाब दिया गया। उन्होंने कहा कि समाधान ग्रामीण वेलफेयर एंड इम्प्लायमेंट सर्विसिस लिमिटेड भारत सरकार कार्यालय की संस्था विभाग में नहीं। इस संस्था का विभाग से कोई संबंध नहीं है।
ASI अनिल कुमार द्वारा मामले की जांच की जा रही है। पुलिस इस मामले में राममेहर और उसके सहयोगी से पूछताछ में लगी हुई है। सिरसा के समाज कल्याण अधिकारी सत्यवान ढिलोड़ का कहना है कि इस ऑफिस के बारे में भी उनके पास कोई रिकॉर्ड नहीं है, इस पूरे मामले की जांच के लिए टीम बना दी गई है।
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