हरियाणा में बाढ़ का कहर: हथिनीकुंड से छोड़ा पानी, नदियां उफान पर, 7 की मौत, जनजीवन अस्त-व्यस्त

सिरसा में इंदिरा गांधी कैनाल में गिरी कार।
Haryana flood : हरियाणा में पिछले कुछ दिनों से जारी भारी बारिश ने सामान्य जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। नदियां उफान पर हैं, सड़कें और खेत पानी में डूबे हैं और कई जगहों पर हुए हादसों में लोगों की जानें भी गई हैं। यह बारिश केवल पानी नहीं, बल्कि अपने साथ कई परेशानियां और तबाही लेकर आई है। आइए हम हरियाणा में बाढ़ की वर्तमान स्थिति, नदियों के हाल और आम जनता पर इसके प्रभाव को विस्तार से समझते हैं।
लगातार बारिश से बढ़ता बाढ़ का खतरा
हरियाणा में लगातार बारिश से बाढ़ का खतरा लगातार बढ़ रहा है। बुधवार सुबह से ही पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, पानीपत और करनाल जैसे जिलों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। यमुनानगर में हथिनीकुंड बैराज के फ्लड गेट 3 दिनों से लगातार खुले हैं, जिससे बड़ी मात्रा में पानी दिल्ली की ओर छोड़ा जा रहा है।
राज्य की प्रमुख नदियां जैसे मारकंडा, घग्गर और टांगरी, भी उफान पर हैं।
• मारकंडा नदी ओवरफ्लो हो चुकी है, जिससे कुरुक्षेत्र के 8 गांवों में सड़कें और खेत पानी में डूब गए हैं।
• घग्गर नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, और सिरसा के एक गांव में तो नदी में दरार भी आ गई है।
• टांगरी नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान से सिर्फ 2 फुट नीचे है, जिससे अंबाला में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है।
हादसों का सिलसिला और 7 मौतें
इस भारी बारिश के कारण कई हादसे भी हुए हैं, जिनमें अब तक (24 घंटे में) 7 लोगों की मौत हो चुकी है।
• भिवानी में एक मकान ढहने से एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत हो गई।
• कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में भी एक छत गिरने से दो सगे भाइयों की जान चली गई।
• यमुनानगर और फतेहाबाद में भी मकान गिरने से एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।
• पंचकूला में एक स्कूल के बाहर बच्चों से भरी कार पर पेड़ गिरने से कई बच्चे घायल हो गए।
इसके अलावा सिरसा में एक कार इंदिरा गांधी राजस्थान कैनाल (राजकैनाल) में गिर गई, जिसमें सवार युवक का अभी तक पता नहीं चल पाया है। अंबाला में एक फ्लाईओवर के किनारे की मिट्टी धंस गई, जिससे बड़े हादसे का खतरा पैदा हो गया है।
बारिश से लोग परेशान
• हिसार के आर्यनगर में जलभराव के कारण कई परिवार पलायन कर रहे हैं।
• अंबाला में कई कॉलोनियों में पानी भर गया है, जिससे लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
• गुरुग्राम में नजफगढ़ नाला ओवरफ्लो होकर सोसाइटियों और गांवों में घुस गया है।
• स्कूलों में पानी भरने के कारण कई जिलों में छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं, जबकि कुछ जगहों पर बच्चों को भरे हुए पानी में ही स्कूल जाना पड़ रहा है।
प्रशासन लगातार राहत और बचाव कार्यों में जुटा है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली ने सभी विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों को अपने-अपने इलाकों में रहकर लोगों की मदद करने के निर्देश दिए हैं। यमुनानगर में हथिनीकुंड बैराज पर एसडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
हरियाणा में अब तक सामान्य से 39 प्रतिशत ज़्यादा बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, हरियाणा में अब तक सामान्य से 39 प्रतिशत ज़्यादा बारिश हो चुकी है। सबसे ज्यादा बारिश यमुनानगर में दर्ज की गई है।
• यमुना: हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना के आसपास के इलाकों में हाई अलर्ट है।
• घग्गर: पिहोवा में पंजाब बॉर्डर के पास घग्गर नदी ओवरफ्लो हो रही है, जिससे आसपास के खेतों में पानी भर गया है।
• मारकंडा: यह नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे शाहाबाद के कई गांव पानी में डूब गए हैं।
• टांगरी: अंबाला में इस नदी के ओवरफ्लो होने की संभावना है, जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है।
बारिश जारी रहने का अनुमान
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में भी बारिश जारी रहने का अनुमान जताया है, हालांकि 4 सितंबर से मानसून की गतिविधियों में थोड़ी कमी आने की संभावना है। फिर भी, स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में नहीं है और लोगों को लगातार सतर्क रहने की आवश्यकता है। इस प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए सरकार और जनता दोनों को मिलकर काम करने की जरूरत है, ताकि इस मुश्किल घड़ी से बाहर निकला जा सके और प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द राहत मिल सके।
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