अपहरण के बाद 4 साल की बच्ची की हत्या: सिरसा में नहर में फेंका शव, पड़ोस में आया युवक गिरफ्तार, गांव में पुलिस तैनात

सिरसा में बच्ची के परिवार से बात करतीं SP निकिता खट्टर और बच्ची के घर पर मौजूद ग्रामीण।
हरियाणा के सिरसा जिले के गांव रामपुरा बिश्नोईयां में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना घटी है। मंगलवार शाम से लापता 4 साल की बच्ची नूर का शव बुधवार सुबह गांव के पास ही एक माइनर (नहर) से बरामद किया गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जो पड़ोस में अपनी बहन के घर आया हुआ था।
चीज दिलाने के बहाने ले गया साथ
जानकारी के अनुसार मुख्य आरोपी संजय मोरीवाला गांव का निवासी है। वह अपनी बहन के घर रामपुरा बिश्नोईयां आया हुआ था। मंगलवार शाम करीब 5 बजे जब बच्ची अपने घर के बाहर खेल रही थी, तब संजय ने अपने 14 वर्षीय भांजे के जरिए उसे बाइक पर बुलवाया। मासूम को लालच दिया गया कि उसे खाने की कोई चीज दिलाई जाएगी।
CCTV फुटेज में साफ देखा गया कि किशोर बच्ची को बाइक पर आगे बैठाकर बस अड्डे की ओर ले गया, जहां से संजय उसे लेकर गांव से बाहर निकल गया। कुछ दूर जाकर संजय ने अपने भांजे को बाइक से उतार दिया और मासूम नूर को लेकर सुनसान रास्ते की ओर चला गया।
अन्य रिश्तेदारों पर भी हत्या की साजिश का आरोप
जब बच्ची काफी देर तक घर नहीं लौटी, तो परिजनों ने तलाश शुरू की। शक होने पर जब भांजे से पूछताछ की गई तो उसने पूरी सच्चाई उगल दी। बुधवार सुबह माइनर में मासूम का बेजान शरीर मिला। नूर अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी।
परिजनों ने आरोपी संजय के साथ-साथ उसके अन्य रिश्तेदारों पर भी हत्या की साजिश का आरोप लगाया है। पीड़ित परिवार का कहना है कि जब तक सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होगी, वे बच्ची का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। गांव में भारी पुलिस बल तैनात है और डबवाली की एसपी निकिता खट्टर खुद मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रही हैं।
पकड़े जाने के डर से आरोपी भाग गया था
डबवाली सदर थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी संजय अपने गांव मोरीवाला भाग गया था और पकड़े जाने के डर से खेतों के बीच बाग में छिपा हुआ था। पुलिस ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया है। शुरुआती जांच में यह हत्या का मामला लग रहा है, लेकिन मौत के सटीक कारणों और किसी अन्य संभावित अपराध का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा।
पीड़ित परिवार ने की आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग
नूर के पिता दीपक मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करते हैं, 6 साल पहले उनकी शादी हुई थी और नूर उनकी इकलौती संतान थी। जिस घर में बच्ची की किलकारियां गूंजती थीं, वहां अब सन्नाटा और चीखें हैं। ग्रामीण इस घटना से बेहद आक्रोशित हैं और आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।
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