यूथ मैराथन को हरी झंडी: मुख्यमंत्री सैनी ने कहा- प्रधानमंत्री का सपना तभी पूरा होगा जब हमारे युवा नशे से मुक्त होंगे

डबवाली की नई अनाज मंडी में कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी।
हरियाणा सरकार ने राज्य को नशा मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। रविवार को सिरसा के डबवाली में आयोजित 'यूथ मैराथन' में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हरी झंडी दिखाकर इसका शुभारंभ किया। इस मैराथन का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे के खतरे के प्रति जागरूक करना और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था।
मैराथन में उमड़ी भीड़
डबवाली की नई अनाज मंडी में सुबह 6 बजे शुरू हुई इस मैराथन में युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों समेत 65,400 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। यह आयोजन न केवल एक दौड़ थी, बल्कि एक जन जागरूकता अभियान था। इस दौरान लोकप्रिय कलाकार एमडी देसी रॉक स्टार ने अपनी प्रस्तुति दी, जिससे कार्यक्रम में जोश भर गया। केएल थिएटर की टीम ने 'नशा एक अभिशाप' नामक लघु नाटक के माध्यम से नशे के दुष्प्रभावों को प्रभावी ढंग से दर्शाया।
मुख्यमंत्री ने मैराथन के सभी प्रतिभागियों को नशे के खिलाफ शपथ दिलाई, जिससे यह आयोजन और भी महत्वपूर्ण बन गया। यह जनसमूह की भागीदारी हरियाणा सरकार की 'नशा मुक्त हरियाणा' मुहिम के प्रति समर्पण को दर्शाती है।
साधारण मैराथन नहीं है यह
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि यह मैराथन एक साधारण आयोजन नहीं है, बल्कि 'हरियाणा उदय' कार्यक्रम के तहत एक नए और बेहतर हरियाणा के निर्माण की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि यह सुबह युवाओं को नशे के अंधकार से निकालकर खेलों के प्रकाश की ओर ले जाने की है।
सीएम सैनी ने 'हरियाणा उदय' कार्यक्रम की सफलता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत अब तक 2,483 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं, जिनमें लगभग 16.5 लाख लोग शामिल हो चुके हैं। उन्होंने इसे हरियाणा का अब तक का सबसे बड़ा आउटरीच कार्यक्रम बताया। सीएम ने जोर देकर कहा कि एक स्वस्थ और सशक्त समाज ही किसी भी राज्य और देश के विकास को गति दे सकता है।
राज्य में 162 नशा मुक्ति केंद्र संचालित
मुख्यमंत्री ने हरियाणा सरकार द्वारा नशे के खिलाफ उठाए गए कदमों की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य में 162 नशा मुक्ति केंद्र संचालित हैं, जिनमें से 13 अस्पतालों में विशेष केंद्र शामिल हैं। अब तक 3,350 गांव और 876 वार्डों को नशा मुक्त घोषित किया जा चुका है। यह आंकड़े सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'विकसित भारत' के विजन का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना तभी पूरा हो सकता है, जब हमारे युवा नशे से मुक्त हों और भारत माता के प्रति प्रेम से भरे हों। उन्होंने समाज से यह भी अपील की कि नशे की लत में फंसे लोगों से दूरी न बनाएं, बल्कि उन्हें सही रास्ते पर लाने में मदद करें। सीएम ने माता-पिता को अपने बच्चों के साथ अधिक समय बिताने और उनकी गतिविधियों पर ध्यान रखने की सलाह दी।
यह मैराथन एक संदेश देती है कि सरकार, समाज और युवाओं के संयुक्त प्रयासों से ही नशे जैसी गंभीर समस्या से निपटा जा सकता है। हरियाणा उदय कार्यक्रम के तहत ऐसे और भी कई कदम उठाए जाने की उम्मीद है, जिससे राज्य एक स्वस्थ और समृद्ध भविष्य की ओर बढ़ सके।
