श्रावण में श्रद्धा: बीमार पिता की मन्नत पूरी करने 14 साल के बेटे ने उठाई दो कांवड़

kawad yatra 2025
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झज्जर में दो कांवड़ लेकर आया 14 साल का भक्त अमन। 

हरियाणा में श्रावण माह में हर सड़क पर बम भोले के नारे गूंज रहे हैं। अजब-गजब शिवभक्त देखने को मिल रहे हैं। एक 14 साल का कांवड़िया भी खूब चर्चा में है।

श्रावण में श्रद्धा : हरियाणा के झज्जर में सावन माह में कांवड़ियों का जमघट देखने को मिल रहा है। हर ओर भगवान भोले के भक्त कांवड़ लेकर पहुंच रहे हैं। कोई अपनी मन्नत पूरी करने को डाक कांवड़ तो कोई सबसे भारी कांवड़ लेकर आ रह है। ऐसे में शहर के सांपला बाईपास स्थित कांवड़ सेवा शिविर में करीब चौदह वर्षीय एक बालक दो कांवड़ लेकर पहुंचा।

पिता बीमार हुए तो बेटे ने दो कांवड़ लाने की ठानी

शिव कांवड़ संघ रामपुरा-जौंधी द्वारा लगाए इस शिविर में पहुंचे गांव किलडौद निवासी अमन ने बताया कि उसके पिता नफे सिंह प्रति वर्ष कांवड़ लाते हैं। उसकी दादी राज भी कांवड़ ला चुकी हैं, जिस कारण उसके मन में भी कांवड़ लाने की इच्छा रहती थी। अबकी बार उसके पिता बीमार हो गए तो उनकी इच्छा को पूरी करने के लिए वह कांवड़ लाने के चला गया। अब वह दो कांवड़ एक साथ लेकर चल रहा है। एक अपनी और दूसरी अपने पिता के नाम की। हालांकि बालक की मदद के लिए इस मंगल कार्य में उसकी दादी राज भी सहयोग कर रही हैं। दादी ने कहा कि आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले उसके पोते अमन ने अपना अधिकांश सफर दो कांवड़ों के साथ तय किया है। अब वे अपने गांव के नजदीक पहुंच चुके हैं तो उसे किसी बात की चिंता नहीं रही।

61 लीटर वजनी कांवड़ लेकर आया सचिन

गांव सिलानी जालिम निवासी पांच युवा भी भक्ति से सराबोर दिखाई दिए। ऋतिक ने पिट्ठू कांवड़, हैप्पी ने 31 लीटर, रवि ने 41 लीटर, साहिल ने 51 लीटर, सचिन ने 61 लीटर वजन वाली कांवड़ उठाई। अब वे निरंतर इन वजनी कांवड़ों के साथ अपना सफर तय कर रहे हैं। सचिन ने बताया कि वे सभी दोस्त हैं तथा पढ़ाई करते हैं।

कांवड़ सेवा शिविर में बच्चे भी कर रहे मदद

कांवड़ सेवा शिविरों की बात की जाए तो वहां श्रद्धालुओं द्वारा कांवड़ियों की सेवा पूरी निष्ठा भाव से की जा रही है। कांवड़ सेवा शिविरों में आने वाली खड़ी कांवड़ की सेवा के लिए बच्चे स्नान आदि कर शिविर में पहुंच जाते हैं तथा कई-कई घंटे तक कांवड़ लेकर खड़े रहते हैं। गुर्जर धर्मशाला में कांवड़ियों की सेवा करने वाला अनुज भटनागर शिविर के शुभारंभ से रोजाना सुबह घर से शिविर तक पेटपलनिया सेवा करने आता है। अनुज भटनागर ने बताया कि वह उसने 18 जुलाई से शिविर में आना शुरू किया था। बता दें कि सांपला फ्लाईओवर पर शिव कांवड़ संघ रामपुरा-जौंधी, बिटोडिया मंदिर में भगवान महादेव कांवड़ सेवा संघ, चौहान पैलेस में शिव ग्रुप सब्जी मंडी व गुर्जर धर्मशाला में शिव-गणेश कांवड़ संघ द्वारा शिविरों का आयोजन किया है। इसके अलावा सांपला रोड, बेरी गेट, यादव धर्मशाला, खाजपुर, रईया, डावला, सुरेहती, हसनपुर आदि गांवों के श्रद्धालुओं द्वारा सड़क किनारे शिविर लगाए हुए हैं।

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