Haryana Police: सट्टा किंग, ड्रग्स या हथियार तस्करी... ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन अपराधियों पर भारी

ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन क्राइम के खिलाफ दिखा रहा असर।
देश का कोई भी राज्य हो, पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती अपराधियों पर नकेल कसने की रहती है। संगीन अपराध करने वालों पर बुलडोजर एक्शन होते देखे हैं। साथ ही, एनकाउंटर की खबरों को भी सुना और पढ़ा है। लेकिन, एक ऐसा राज्य है, जिसने इससे इतर होकर ऐसा फॉर्मूला अपनाया है, जिसकी मदद से संगठित अपराध पर नकेल कसी जा सकेगी। हम हरियाणा पुलिस की बात कर रहे हैं, जिसने ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन चला रखा है।
हरियाणा के डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन के तहत 9 दिसंबर को कुख्यात अपराधी, ड्रग तस्कर की धरपकड़ एवं अपराधियों के अड्डे पर रेड लगातार जारी रही। कुल 843 ठिकानों पर छापे मारे गए और 124 मामले दर्ज कर 245 आरोपियों को अरेस्ट किया। उन्होंने बताया कि इनमें से 58 कुख्यात अपराधी हैं। डीजीपी ने बताया कि आर्म्स एक्ट के 10 मामलों में 12 आरोपियों को अरेस्ट किया है। उनके पास से 8 कट्टा, 3 पिस्तौल, 11 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। इसके अलावा दर्जनों ड्रग तस्कर अरेस्ट कर भारी मात्रा में ड्रग बरामद की है।
कुरुक्षेत्र में सट्टा खेलते तीन आरोपी गिरफ्तार
कुरुक्षेत्र पुलिस ने ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन के तहत सट्टा खाईवाली करने के तीन आरोपियों को अरेस्ट किया है। आरोपी राजेश कुमार निवासी डेरा रामपुरा, मनीष कुमार निवासी बाहरी जिला कुरुक्षेत्र और सुरेन्द्र पाल निवासी पेहवा को गिरफ्तार कर 4310 रुपये की जुआ राशि बरामद की है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी राजेश को पीपली से काबू किया। उसके पास से 1370 रुपये बरामद हुए। आरोपी मनीष से 1520 रुपये की जुआ राशि बरामद की गई। आरोपी सुरेन्द्र पाल से 1420 रुपये की जुआ राशि बरामद हुई। आरोपियों को अदालत के समक्ष पेश किया, जहां से उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया है।
'सीएम नायब सैनी चाहते हैं अपराध मुक्त राज्य'
हरियाणा के डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि जब भी मुख्यमंत्री समीक्षा बैठक करते हैं, तो वे तीन बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं। पहला, वे कहते हैं कि गुंडागर्दी नहीं होनी चाहिए... किसी को भी फिरौती या किसी भी प्रकार की धमकी का सामना नहीं करना चाहिए। दूसरा, कहते हैं कि नशीली दवाओं और उनसे संबंधित गतिविधियों को कम किया जाना चाहिए और उन पर नियंत्रण रखा जाना चाहिए। तीसरा, वे हमेशा इस बात पर जोर देते हैं कि ऐसे क्षेत्र जहां नशेड़ी, शराबी, जुआरी, आवारा और बदमाश इकट्ठा होते हैं, जो असुरक्षा का माहौल बनाते हैं, उन्हें अस्तित्व में नहीं रहने दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इन तीनों उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए लगातार दो अभियान चलाए। पहला था 'ऑपरेशन ट्रैक डाउन', जिसमें हमने सभी गैंगस्टरों और सशस्त्र अपराधियों को निशाना बनाया। तीन सप्ताह तक, हमारी टीमों ने लगातार काम किया और 3,500 से अधिक ऐसे अपराधियों को जेल भेजा। अब ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन चलाया जा रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।
