500 रुपये के लिए तीन हत्याएं: रोहतक में खूनी गैंगवार, पिता और भाई की चिता पर जेल से पहुंचा 'सागर'

हरियाणा क्राइम न्यूज।
हरियाणा के रोहतक जिले का बलियाना गांव आज एक ऐसी कहानी का गवाह बन गया है जो साबित करती है कि कई बार छोटे से छोटा विवाद भी गैंगवार और खून-खराबे का रूप ले सकता है। यहां महज 500 रुपये के उधारी विवाद ने तीन जिंदगियां खत्म कर दी हैं। यह घटना बताती है कि कैसे आपसी रंजिश की आग बुझने की बजाय पीढ़ियों तक सुलगती रहती है और अंततः एक बड़े और विनाशकारी अपराध को जन्म देती है।
500 रुपये के उधार से शुरू हुआ था विवाद
कहा जाता है कि झगड़े की जड़ जर, जोरू और जमीन होती है, लेकिन बलियाना में तीन हत्याओं के पीछे की कहानी एक ग्राहक और दुकानदार के बीच 500 रुपये के मामूली उधार से शुरू हुई।
गांव में परचून की दुकान चलाने वाले जगबीर ने अपने ग्राहक सचिन उर्फ सागर से बकाया 500 रुपये मांगे थे। साधारण सी लगने वाली यह बात सचिन उर्फ सागर को नागवार गुजरी और उसने इसे अपना अपमान समझा। यह बात थी 22 मई 2023 की। इस अपमान की आग ने ही उस दिन एक जघन्य अपराध को जन्म दिया। कुछ ही समय बाद, सचिन उर्फ सागर ने अपने दो साथियों, सुनारिया निवासी राहुल उर्फ चेता और एक नाबालिग के साथ मिलकर सरेआम दुकानदार जगबीर की गोली मारकर हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन गांव में बदले की भावना का बीज बोया जा चुका था।
डबल मर्डर से भड़की बदले की आग
जगबीर की हत्या का बदला लेने की भावना उनके परिवार और समर्थकों के मन में धधक रही थी। करीब डेढ़ साल बाद, 7 नवंबर को, जेल में बंद सचिन उर्फ सागर के पिता धर्मबीर और उसके छोटे भाई दीपक की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार यह डबल मर्डर जगबीर की हत्या का सीधा बदला था। सीसीटीवी फुटेज से सामने आया कि 5 युवक धर्मबीर के घर में दाखिल हुए। उन्होंने पहले दीपक को ढूंढा, उससे उसके पिता का नाम पूछा, और नाम बताते ही छाती में गोली मार दी। इसके बाद उन्होंने धर्मबीर को भी गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। यह वारदात बदले की भावना से की गई क्रूरता को दर्शाती है। वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए, लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मुठभेड़ के बाद दो आरोपियों हिमांशु और सन्नी को खरखौदा में काबू कर लिया है, जबकि बाकी 3 की तलाश जारी है।
बेड़ियों में जकड़े 'सागर' ने खुलेआम किया बदले का ऐलान
पिता और भाई के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पुलिस सचिन उर्फ सागर को जेल से बेड़ियों में जकड़कर श्मशान घाट लाई। रात के अंधेरे में एक ही चिता पर पिता-पुत्र का अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस की हथकड़ी में बंधे सागर ने जब अपने प्रियजनों की अंतिम यात्रा देखी, तो वह आप खो बैठा।
जेल से बाहर आकर बदला लेने की प्रतिज्ञा
श्मशान घाट पर सागर ने पुलिस की मौजूदगी में ही जोर-जोर से चिल्लाकर खुलेआम ऐलान किया कि मैं सचिन उर्फ सागर ऐलान करता हूं कि जेल से बाहर आकर इन दोनों की हत्या का बदला जरूर लूंगा। बदला भी ऐसा लूंगा कि सारा गांव देखता रह जाएगा। इस खुले ऐलान ने न केवल गांव में बल्कि पूरे इलाके में गैंगवार छिड़ने की आशंका को और भी ज़्यादा बढ़ा दिया है।
गांव में भारी पुलिस बल तैनात
एक मामूली उधारी के विवाद से शुरू हुई यह कहानी अब गैंगवार के खतरनाक मोड़ पर आ चुकी है। बलियाना गांव में तनाव का माहौल है। तीन हत्याओं के बाद अब और किसी अनहोनी को रोकने के लिए मृतक धर्मबीर के घर के बाहर और गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस आरोपियों के परिवारों से भी पूछताछ कर रही है और मामले की गंभीरता को देखते हुए फरार अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ने के प्रयास कर रही है।
