रोहतक सुसाइड केस: मगन की पत्नी और बॉयफ्रेंड ने कोर्ट में दायर की याचिका, 2 जुलाई को होगी सुनवाई

रोहतक कोर्ट में वकील से मिलने पहुंचे मगन के पिता।
हरियाणा के रोहतक के गांव डोभ निवासी मगन उर्फ अजय सुहाग की आत्महत्या मामले में एक नया मोड़ आ गया है। जिन दो मुख्य आरोपियों मगन की पत्नी दिव्या और उसके प्रेमी दीपक को पुलिस महाराष्ट्र तक तलाश रही थी, उन्होंने अब रोहतक कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर कर दी है। इस याचिका पर सुनवाई कल (2 जुलाई, 2025) होगी। पुलिस अब तक दोनों आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है, जिससे उनकी कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं।
मगन ने वीडियो बनाकर की थी आत्महत्या
यह पूरा मामला 18 जून 2025 को सामने आया, जब मगन उर्फ अजय सुहाग ने कथित तौर पर अपनी पत्नी दिव्या और उसके प्रेमी दीपक से प्रताड़ित होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मरने से पहले मगन ने एक वीडियो भी बनाया था, जिसमें उसने दोनों पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस वीडियो के आधार पर पुलिस ने दिव्या और दीपक के खिलाफ मामला दर्ज किया था। मगन के इस कदम ने न केवल उसके परिवार को सदमे में डाल दिया, बल्कि पूरे क्षेत्र में इस घटना को लेकर काफी चर्चा है। परिवार का आरोप है कि मगन को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था, जिसके कारण उसने यह कदम उठाया।
पुलिस की कार्रवाई पर सवाल
इस मामले में पुलिस की भूमिका पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। मगन के पिता रणबीर सुहाग और उनके वकील अशोक कादयान ने बताया कि पुलिस अब तक दोनों आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। यहां तक कि आरोपियों के फोन भी अभी तक ट्रेस नहीं हो पाए हैं, जिससे उनकी सटीक लोकेशन का पता नहीं चल सका है।
पुलिस का कहना है कि वे आरोपियों की तलाश में महाराष्ट्र तक गए थे, लेकिन उनका रोहतक कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए पहुंचना पुलिस की दक्षता पर प्रश्नचिह्न लगाता है। क्या पुलिस जानबूझकर ढिलाई बरत रही थी या आरोपी पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहे? ये ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब आम जनता और पीड़ित परिवार जानना चाहता है।
पुलिस दाखिल करेगी जवाब
मगन की पत्नी दिव्या और उसके प्रेमी दीपक की तरफ से रोहतक कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की गई है। इस याचिका पर 2 जुलाई को एडीजे शैलेंद्र कुमार की कोर्ट में सुनवाई होगी। थाना बहू अकबरपुर पुलिस को भी कल कोर्ट में अपना जवाब दाखिल करना होगा। यह पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती होगी, क्योंकि उन्हें कोर्ट को यह समझाना होगा कि आरोपियों को हिरासत में लेना क्यों आवश्यक है।
पीड़ित परिवार का जमानत रद्द कराने का पूरा प्रयास
मगन के पिता रणबीर सुहाग के वकील अशोक कादयान ने बताया कि वे आरोपियों की अग्रिम जमानत याचिका को रद्द करवाने का पूरा प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ अहम सबूत हैं, जिनके कारण मगन सुहाग आत्महत्या करने के लिए विवश हुआ था। वकील कादयान ने यह भी भरोसा जताया कि मामले में आरोपियों को अग्रिम जमानत नहीं लेने दी जाएगी। वे पीड़ित परिवार की तरफ से कोर्ट में मज़बूती से पैरवी करेंगे।
इस मामले पर रोहतक और आसपास के इलाकों की नजर बनी हुई है, क्योंकि यह न केवल एक आत्महत्या का मामला है, बल्कि इसमें प्रताड़ना, प्रेम प्रसंग और पुलिस की कार्रवाई से जुड़े कई अहम पहलू भी शामिल हैं। कल की सुनवाई इस केस की दिशा तय करेगी और बताएगी कि क्या आरोपियों को अग्रिम जमानत मिल पाएगी या उन्हें पुलिस हिरासत में लिया जाएगा।
