रोहित हत्याकांड: न्याय के लिए कल रोहतक जाट भवन में राष्ट्रीय धनखड़ खाप महापंचायत, चार राज्यों की खापें एकजुट

रोहित धनखड़ को न्याय दिलाने के लिए तेजी से बुलंद होने लगी आवाज।
अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी एवं छह बार के नेशनल गोल्ड मेडलिस्ट रोहित धनखड़ की निर्मम हत्या ने पूरे समाज को हिलाकर रख दिया है। इस अमानवीय घटना को लेकर समाज में गहरा शोक, पीड़ा और आक्रोश व्याप्त है। धनखड़ समाज इसे केवल एक परिवार का दुख नहीं, बल्कि पूरे समाज की अस्मिता पर प्रहार मान रहा है। इसी भावना को मजबूत स्वर देने, न्याय की लड़ाई को संगठित रूप देने और भविष्य की निर्णायक रणनीति तय करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय धनखड़ खाप के आह्वान पर कल 13 दिसंबर को महापंचायत होगी।
रोहतक जाट भवन में एकजुट होंगी राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश की खापें
यह महापंचायत 13 दिसंबर को सुबह 11 बजे रोहतक के जाट भवन में बुलाई गई है। इसमें हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश की सभी धनखड़ खापें, सामाजिक संगठन, प्रतिष्ठित समाजसेवी और युवा पीढ़ी बड़ी संख्या में एकत्रित होंगे। इस महापंचायत का मुख्य उद्देश्य अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित कराना और प्रशासन द्वारा दी गई समय सीमा में कार्रवाई न होने पर अगली रणनीति पर सर्वसम्मति से निर्णय लेना है। राष्ट्रीय धनखड़ खाप सहित इन सभी राज्यों के खाप प्रतिनिधि कल जाट भवन में एकत्रित होकर समाज की सामूहिक आवाज बुलंद करेंगे।
डीजीपी से मुलाकात और एक सप्ताह की मोहलत
रोहित धनखड़ हत्याकांड की गंभीरता को देखते हुए 9 दिसंबर को रोहित का परिवार, उनके प्रतिनिधि और विभिन्न खापों के प्रमुख सदस्य चंडीगढ़ में हरियाणा के डीजीपी ओपी सिंह से मिले थे। इस मुलाकात में परिवार ने हत्या से जुड़े सभी तथ्य, संदेह और जांच में आ रही बाधाओं को विस्तार से रखा। परिवार ने स्पष्ट शब्दों में यह बात सामने रखी कि रोहित जैसी राष्ट्रीय गौरव और प्रतिभा वाले खिलाड़ी की हत्या केवल एक आपराधिक घटना नहीं है, बल्कि यह समाज के मनोबल को तोड़ने का एक षड्यंत्र प्रतीत होता है।
डीजीपी ने परिवार की गंभीर पीड़ा और समाज की चिंताओं को गंभीरता से सुना। उन्होंने तुरंत प्रशासन को उचित निर्देश दिए और यह आश्वासन दिया कि मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई के लिए एक सप्ताह का समय दिया जाए, जिसके भीतर पुलिस प्रशासन द्वारा ठोस प्रगति अवश्य दिखाई जाएगी।
महापंचायत में बनेगी निर्णायक रणनीति
समाज में यह सहमति बनी है कि प्रशासन द्वारा दिए गए समय सीमा तक संयम के साथ प्रतीक्षा की जाएगी। धनखड़ खापों ने विश्वास जताया है कि प्रशासन इस समय सीमा का पालन करेगा और दोषियों को कानून के शिकंजे में लाएगा। हालांकि, यदि इस अवधि में कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है या मुख्य अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होती है, तो आगामी दिशा और आंदोलन की रणनीति 13 दिसंबर की महापंचायत में सामूहिक रूप से तय की जाएगी।
यही कारण है कि यह महापंचायत अब केवल एक साधारण बैठक नहीं है। यह न्याय, आत्मसम्मान और सामाजिक एकता की एक ऐतिहासिक आवाज बन चुकी है, जहां समाज यह तय करेगा कि अपने बेटे को न्याय दिलाने के लिए आगे कौन सा रास्ता अपनाना है। यह दिन इस बात का साक्षी बनेगा कि जब भी समाज की अस्मिता पर आंच आएगी, तब धनखड़ समाज सहित सभी 36 बिरादरियां एकजुट होकर मजबूती से खड़ी होंगी।
36 बिरादरी के समर्थन से सशक्त होगी सामूहिक मुहिम
रोहतक जाट भवन में होने वाली इस महापंचायत में राष्ट्रीय धनखड़ खाप के नेतृत्व में हरियाणा की 12 धनखड़ खापें, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश की सभी संबंधित खापें, विभिन्न 36 बिरादरियों के प्रतिनिधि, सामाजिक संगठन, वरिष्ठ समाजसेवी तथा रोहित धनखड़ का शोकाकुल परिवार एक मंच पर इकट्ठा होगा। सभी प्रमुख सदस्य यहां पर अपनी राय रखेंगे ताकि एक निर्णायक और प्रभावी रणनीति तैयार की जा सके।
इस सामूहिक मुहिम का मुख्य लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रशासन पर आवश्यक दबाव बने और रोहित धनखड़ को जल्द से जल्द न्याय मिले। यह महापंचायत केवल एक खिलाड़ी के लिए न्याय की लड़ाई नहीं है, बल्कि यह प्रदेश में एकता का एक सशक्त संदेश देगी कि समाज अन्याय के सामने कभी नहीं झुकेगा और एकजुटता के साथ खड़ा रहेगा। इस ऐतिहासिक महापंचायत का एक-एक निर्णय न्याय की इस सामूहिक मुहिम को और भी सशक्त करेगा।
