रोहतक में शिक्षामंत्री महिपाल ढांडा का बड़ा ऐलान: सरकारी स्कूलों में अब 'उद्यमिता' विषय, छात्रों को मिलेगा आत्मनिर्भर बनने का मौका

हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने रोहतक में भाजपा प्रदेश कार्यालय 'मंगल कमल' में सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने बताया कि अब सरकारी स्कूलों में 'उद्यमिता' विषय लागू किया जाएगा, जिसका उद्देश्य छात्रों को आत्मनिर्भर बनाना है। इस नई पहल के तहत, नौवीं से 12वीं कक्षा तक के स्कूली विद्यार्थी 3-3 माह की इंटर्नशिप करेंगे। इससे 12वीं कक्षा पास करने के बाद विद्यार्थी अपने मनपसंद काम को करने में सक्षम हो सकेंगे और उन्हें भविष्य के लिए सोचने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
शिक्षा के स्तर में सुधार और भविष्य की तैयारी
शिक्षामंत्री महिपाल ढांडा ने जोर देकर कहा कि आने वाले दिनों में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए और भी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। इसके लिए सरकार ने एक विस्तृत योजना तैयार कर ली है। उनका मानना है कि इस योजना से बच्चों को 12वीं पास करने के बाद यह सोचने की आवश्यकता नहीं होगी कि उन्हें आगे क्या करना है, क्योंकि उन्हें स्कूल में ही व्यावहारिक कौशल के लिए तैयार कर दिया जाएगा। यह पहल छात्रों को अकादमिक ज्ञान के साथ-साथ व्यावसायिक प्रशिक्षण भी प्रदान करेगी, जिससे वे अपने भविष्य के लिए बेहतर तरीके से तैयार हो सकें।
सरकारी स्कूलों का बेहतर प्रदर्शन, प्राइवेट स्कूलों को पछाड़ा
महिपाल ढांडा ने इस बार के परीक्षा परिणामों को लेकर एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष हरियाणा के सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम प्राइवेट स्कूलों से एक प्रतिशत अधिक रहा है। वहीं, सीबीएसई स्कूलों से यह मात्र 5 प्रतिशत कम रहा है। उन्होंने इसे एक सकारात्मक संकेत बताया, जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर बढ़ा है और बच्चों का रुझान भी अब सरकारी स्कूलों की तरफ होने लगा है। यह परिणाम सरकारी शिक्षा प्रणाली में सुधार के प्रयासों का परिणाम है, जो छात्रों को बेहतर गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने में मदद कर रहा है।
किताबों की समय पर उपलब्धता और शिक्षकों की कमी दूर होगी
शिक्षामंत्री ने यह भी बताया कि इस बार पहली बार सरकारी स्कूलों में समय पर किताबें पहुंचाने का काम किया गया है। दाखिले खत्म होने से पहले ही 14 लाख से अधिक किताबों के सेट स्कूलों में पहुंच गए। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो छात्रों को शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से ही पढ़ाई में मदद करेगा।
शिक्षकों की कमी को लेकर ढांडा ने आश्वस्त किया कि किसी भी स्कूल में शिक्षकों की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इन गर्मी की छुट्टियों में 'रेशनेलाइजेशन' (शिक्षकों का तर्कसंगत वितरण) करके स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर किया जाएगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि सभी स्कूलों में पर्याप्त संख्या में शिक्षक उपलब्ध हों और छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो।
छात्र संघ चुनाव पर सरकार कर रही विचार
छात्र राजनीति को लेकर भी शिक्षामंत्री ने अपनी बात रखी। महिपाल ढांडा ने कहा कि छात्र संघ चुनाव को लेकर सरकार विचार कर रही है। उन्होंने बताया कि कई छात्र संगठनों ने उन्हें छात्र संघ चुनाव करवाने को लेकर ज्ञापन दिए हैं, और सरकार इस मामले में सकारात्मक विचार कर रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही छात्र संघ चुनाव करवाने का प्रयास किया जाएगा, ताकि भविष्य के नेता सामने आ सकें और छात्र राजनीति में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हो सके। यह सभी घोषणाएं हरियाणा में शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने और छात्रों को बेहतर भविष्य के लिए तैयार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।
