हरियाणा में खत्म होगी डॉक्टरों की कमी: PPP मॉडल से CHC पर आएंगे स्पेशलिस्ट, 500 स्वास्थ्य केंद्र सुधरेंगे

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रेवाड़ी में लोगों को संबोधित करतीं स्वास्थ्य मंत्री आरती राव। 

प्रदेश के 700 CHC और PHC में से 500 केंद्रों के सुधार को मंजूरी मिल चुकी है, जिन पर जल्द कार्य शुरू होगा। 800 डॉक्टरों की हालिया भर्ती के बाद, मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में जल्द ही सुधार नजर आएगा।

हरियाणा सरकार राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को नई दिशा देने और ग्रामीण क्षेत्रों तक बेहतर चिकित्सा सुविधाएं पहुंचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। डॉक्टरों की भारी कमी और ग्रामीण इलाकों में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती की चुनौती से निपटने के लिए अब पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल का सहारा लिया जा रहा है। इस नई पहल के तहत, सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश के हर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति सुनिश्चित की जा सके, जिससे आम जनता को उनके घर के करीब ही गुणवत्तापूर्ण इलाज मिल सके।

हर CHC पर गायनोलॉजिस्ट और पेडियाट्रिशन की होगी नियुक्ति

हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने रेवाड़ी में मीडिया से बात करते हुए इस नई योजना का विस्तृत ब्यौरा दिया। उन्होंने बताया कि इस पहल के पहले चरण में प्रत्येक सीएचसी पर कम से कम एक गायनोलॉजिस्ट (स्त्री रोग विशेषज्ञ) और एक पेडियाट्रिशन (बाल रोग विशेषज्ञ) की नियुक्ति करने का लक्ष्य रखा गया है। इन महत्वपूर्ण विशेषज्ञों की तैनाती राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के माध्यम से की जाएगी, जो स्वास्थ्य सेवाओं को ग्रामीण स्तर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह कदम मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा, क्योंकि ये दोनों ही विशेषज्ञताएं ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर अनुपलब्ध रहती हैं।

इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक फर्स्ट रेफरल यूनिट (FRU) भी स्थापित कर रही है। इन इकाइयों का मुख्य उद्देश्य गंभीर चिकित्सा मामलों में मरीजों को तुरंत प्राथमिक उपचार प्रदान करना और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें बड़े अस्पतालों में रेफर करना है। FRU की स्थापना से ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को आपातकालीन स्थितियों में तत्काल सहायता मिल पाएगी, जिससे उनकी जान बचाने की संभावना बढ़ जाएगी। सरकार का स्पष्ट उद्देश्य है कि शहरी क्षेत्रों की तरह ही ग्रामीण इलाकों में भी लोगों को बेहतर और सुलभ स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें।

PGI से डॉक्टरों की शिफ्टिंग

स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने PGI (पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट) से प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टरों की शिफ्टिंग के फैसले का भी बचाव किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह फैसला किसी तरह से गलत नहीं है, बल्कि यह प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों को सुचारू रूप से चलाने के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने जोर दिया कि प्रदेश के बाकी मेडिकल कॉलेजों को भी मजबूती से चलाना जरूरी है, और इन कॉलेजों में डॉक्टरों की जरूरत को देखते हुए ही यह कदम उठाया गया है। हालांकि जब उनसे नए स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की नियुक्ति की समय-सीमा के बारे में पूछा गया, तो स्वास्थ्य मंत्री ने इस पर कोई सीधा जवाब नहीं दिया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इस प्रक्रिया में अभी समय लग सकता है।

खराब हालत वाले CHC और PHC का होगा सुधार

स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने प्रदेश में स्वास्थ्यL इंफ्रास्ट्रक्चर की खराब स्थिति को भी स्वीकार किया। उन्होंने बताया कि राज्य के लगभग 700 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) की हालत बेहद खराब है। यह आंकड़ा ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की वास्तविक स्थिति को दर्शाता है। हालांकि, उन्होंने आश्वस्त किया कि इस दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।

खुशी की बात यह है कि इन 700 केंद्रों में से 500 CHC और PHC के सुधार के लिए पहले ही अप्रूवल मिल चुका है, और इन पर कार्य जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। शेष 200 CHC और PHC के सुधार के लिए भी जल्द ही कार्य शुरू करने की योजना है। इन केंद्रों के नवीनीकरण और उन्नयन से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का चेहरा बदल जाएगा।

स्वास्थ्य सेवाओं में जल्द दिखेगा सुधार

स्वास्थ्य मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में जल्द ही एक बड़ा सुधार नजर आएगा। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने मंत्रालय का कार्यभार संभाला था, तब डॉक्टरों की भारी कमी थी, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही थीं। हालांकि, अब 800 डॉक्टरों की भर्ती की गई है, जिससे जमीनी स्तर पर कुछ असर दिखना शुरू हो जाएगा।

उन्होंने आगे कहा कि डॉक्टरों की कमी के अलावा बाकी सभी मुद्दे छोटे हैं, जिनसे जल्द ही निपट लिया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए हर दिन निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। PPP मॉडल के तहत विशेषज्ञों की नियुक्ति, FRU का निर्माण, और मौजूदा स्वास्थ्य केंद्रों का सुधार, ये सभी कदम मिलकर हरियाणा में एक मजबूत और सुलभ स्वास्थ्य प्रणाली की नींव रखेंगे, जिससे हर नागरिक को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकेंगी।

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