रेवाड़ी में जघन्य हत्याकांड: LIC एजेंट को पीटकर मार डाला, शव घसीटा, जमीनी विवाद में 19 नामजद

एलआईसी एजेंट महेश का फाइल फोटो और पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर परिजनों को समझाते डीएसपी।
हरियाणा के रेवाड़ी में जमीनी विवाद ने एक जघन्य हत्याकांड का रूप ले लिया। गांव के करीब 18-20 लोगों के समूह ने एलआईसी एजेंट महेश (53) की पीट-पीटकर हत्या कर दी। हमलावरों ने उनके सिर पर लाठी-डंडों से और हाथ-पैरों पर धारदार हथियारों से हमला कर गंभीर चोटें पहुंचाईं। वारदात में कई महिलाएं भी शामिल थीं। आरोपियों ने क्रूरता की हद पार कर महेश के शव को घसीटकर घर के बाहर फेंक दिया। उलके बाद परिवार को धमकी देकर मौके से फरार हो गए।
डेढ़ किल्ला जमीन से जुड़ा है विवाद
यह पूरा मामला डेढ़ किल्ला जमीन के एक पुराने विवाद से जुड़ा है। मृतक एलआईसी एजेंट महेश रेवाड़ी के नैनसुखपुरा गांव के रहने वाले थे। उनके चचेरे भाई दिनेश के अनुसार महेश ने यह जमीन 2006 में गांव के ही महावीर से खरीदी थी। खरीद के बाद से ही महावीर का परिवार महेश को जमीन पर कब्जा नहीं दे रहा था। यह मामला कई सालों तक आपसी बातचीत में उलझा रहा, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। जब विवाद नहीं सुलझा तो मामला 2017 में कोर्ट पहुंच गया और तब से ही यह विचाराधीन है। कोर्ट में मामला होने के बावजूद आरोपी परिवार लगातार महेश और उनके परिवार पर दबाव बना रहा था।
घर में घुसकर किया जानलेवा हमला
मृतक के परिजनों के अनुसार बुधवार और गुरुवार की रात आरोपी महावीर अपने परिवार के 18-20 लोगों के साथ महेश के घर में जबरन घुस आया। भीड़ में कई महिलाएं भी शामिल थीं। हमलावरों के हाथों में लाठी-डंडे और धारदार हथियार थे। घर में घुसते ही उन्होंने महेश पर जोरदार हमला करना शुरू कर दिया। उनके सिर पर ताबड़तोड़ डंडे बरसाए गए, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके साथ ही उनके हाथ-पैर पर धारदार हथियारों से भी हमला किया गया।
बचाने आए परिजनों पर भी हमला
जब महेश को बचाने के लिए उनके भाई मुख्तयार, भाभी सरोज और चाची धनपति आगे आए तो आरोपियों ने उन्हें भी नहीं बख्शा। हमलावरों ने उन्हें भी लाठी-डंडों से पीटा, जिससे वे भी गंभीर रूप से घायल हो गए। हमलावर महेश की हत्या करने के बाद उनके शव को घर के अंदर से घसीटते हुए बाहर सड़क पर फेंक गए और पूरे परिवार को धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए। घायल परिजनों का सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है।
एक साल पहले भी हुआ था हमला
परिजनों का यह भी आरोप है कि आरोपियों ने करीब एक साल पहले भी महेश पर जानलेवा हमला किया था। परिजनों ने तब पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने उस वक्त आरोपियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। परिजनों का मानना है कि यदि उस समय कड़ी कार्रवाई हुई होती, तो शायद यह जघन्य हत्या की वारदात नहीं होती।
आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम का गठन
डीएसपी विद्यानंद ने इस वारदात की पुष्टि कर बताया कि यह घटना जमीनी विवाद के कारण हुई है। पीड़ित पक्ष की शिकायत पर बावल थाना पुलिस ने 19 लोगों के खिलाफ हत्या की धाराओं में नामजद केस दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी का कहना है कि आरोपियों को जल्द पकड़ने के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया है और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
उधर, सिविल अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों ने मृतक महेश का शव लेने से इनकार कर दिया है। परिवार सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग पर अड़ा हुआ है। डीएसपी विद्यानंद समेत अन्य पुलिस अधिकारी पोस्टमॉर्टम स्थल पर परिजनों को समझाने और कानूनी कार्रवाई का आश्वासन देने में जुटे हुए हैं। मृतक महेश के परिवार में एक लड़का और एक लड़की है, जो अभी अविवाहित हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और परिवार की मांगों पर प्रशासन का रुख इस मामले में आगे की दिशा तय करेगा।
