मौसम अलर्ट: रेवाड़ी में झमाझम बरसात के बाद गर्मी से मिली राहत, कई इलाकों में हुआ जलभराव 

Millet crop standing in the farmers field.
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किसान के खेत में खड़ी बाजरे की फसल। 
रेवाड़ी में बूंदाबांदी के साथ कुछ इलाकों में जमकर बरसात हुई, जिससे मौसम सुहावना हो गया और कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति पैदा हो गई।

रेवाड़ी: उमस भरी गर्मी के बीच कई इलाकों में हुई अच्छी बरसात ने राहत देने का काम किया। दो दिन से मौसम में बदलाव के बाद हल्की बरसात या बूंदाबांदी हो रही है। मौसम साफ होते ही उमस परेशान करती है। बूंदाबांदी के बाद मौसम सुहाना हो जाता है। मौसम विभाग के अनुसार अभी दो-तीन दिन तक मौसम इसी तरह का बना रह सकता है। इस दौरान कहीं हल्की, तो कहीं मध्यम बरसात हो सकती है। ऐसे में कई क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति भी बनी हुई है।

जिले में 22 एमएम हुई बरसात

सोमवार सुबह आसमान में बादल छाए रहे। बादलों के बीच उमस भरी गर्मी भी जमकर पसीना छुड़ाती रही। दोपहर तक आसमान में बादल गहरा गए। इसके बाद कई इलाकों में अच्छी बरसात हुई। जिले में औसत 22 एमएम बरसात होने का अनुमान है। इससे पहले सोमवार सुबह 8 बजे तक पाल्हावास खंड में सर्वाधिक 10 एमएम बरसात दर्ज की गई। रेवाड़ी में 5 एमएम, धारूहेड़ा में 1 एमएम, कोसली में 2 एमएम और नाहड़ खंड में 1.2 एमएम बरसात रिकॉर्ड की गई। बरसात के बाद मौसम खुशगवार हो गया। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को भी आसमान में बादलों के बीच तेज हवाओं के साथ हल्की व मध्यम बरसात हो सकती है।

फसलों के लिए मौसम लाभदायक

इस समय कपास और बाजरे की फसलों के लिए मौसम लाभदायक साबित हो रहा है। बाजरे की फसल को सिरे आने शुरू हो गए हैं। कपास की फसल पर टिंडे आने लगे हैं। यह बारिश दोनों फसलों के लिए लाभकारी मानी जा रही है। किसानों को इन दोनों फसलों में बारिश के कारण सिंचाई करने की जरूरत नहीं है। दोनों फसलों का तेजी से विकास हो रहा है। अभी तक फसलों में रोग के लक्षण भी देखने को नहीं मिल रहे, जिससे अच्छी फसल उत्पादन होने की संभावना जताई जा रही है।

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