अवैध MTP किट बिक्री: रेवाड़ी में स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल स्टोर सील किया, जांच जारी

रेवाड़ी में मेडिकल स्टोर पर जांच करती टीम।
स्वास्थ्य विभाग ने रेवाड़ी में अवैध रूप से MTP (मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी) किट बेचने के आरोप में एक मेडिकल स्टोर को सील कर दिया है। यह कार्रवाई सोमवार को 'दवा दोस्त' नामक कंपनी के मेडिकल स्टोर पर की गई, जहां जांच के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को MTP किट के सेल-परचेज बिल नहीं मिले। यह दर्शाता है कि स्टोर पर अवैध गतिविधियां चल रही थीं, जो गंभीर चिंता का विषय है।
रेलवे स्टेशन पर चल रहा था स्टोर, केमिस्ट नदारद
यह मेडिकल स्टोर रेवाड़ी के रेलवे स्टेशन पर 'दवा दोस्त' कंपनी के नाम से संचालित हो रहा था। सोमवार सुबह स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अचानक इस स्टोर पर छापा मारा। रेड के दौरान, टीम को यहां से अवैध तौर पर रखी गई MTP किट मिली। जांच में यह भी सामने आया कि स्टोर पर 4 कर्मचारी काम कर रहे थे, लेकिन मौके पर कोई योग्य केमिस्ट मौजूद नहीं था, जो नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है।
टीम के पास थी पुख्ता जानकारी
स्वास्थ्य विभाग की टीम इस स्टोर तक एक पुख्ता जानकारी के आधार पर पहुंची। दरअसल, 19 जुलाई को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सेक्टर 4 में दीपक नामक एक युवक को अवैध रूप से MTP किट बेचते हुए पकड़ा था। टीम ने एक नकली ग्राहक भेजकर दीपक से MTP किट मंगवाई थी, जिसे उसने 700 रुपये में उपलब्ध करवाया था। पूछताछ के दौरान दीपक ने खुलासा किया कि उसने यह MTP किट 'दवा दोस्त' कंपनी के इसी स्टोर से खरीदी थी।
दीपक के बयान के आधार पर ही टीम सोमवार सुबह 'दवा दोस्त' स्टोर पर दबिश देने पहुंची। वहां टीम को बैग से एक MTP किट बरामद हुई, जिसका बैच नंबर वही था जो दीपक के पास से मिली किट का था। इससे यह पुष्टि हो गई कि दीपक ने इसी स्टोर से अवैध तरीके से MTP किट खरीदी थी। इसके अलावा, स्टोर पर किसी भी MTP किट का परचेज या सेल का कोई बिल नहीं मिला, जो अवैध बिक्री का पुख्ता प्रमाण है।
अधिकारियों को नोटिस
रेवाड़ी के ड्रग कंट्रोलर ऑफिसर रजनीश धानीवाल ने इस मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि 'दवा दोस्त' नामक कंपनी के इस स्टोर पर अवैध रूप से MTP किट मिली है। उन्होंने बताया कि स्टोर को सील करने की कार्रवाई की जा रही है और पुलिस को स्टोर के खिलाफ शिकायत भी दी जा रही है। धानीवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि मुख्य रूप से दो अधिकारी इस अवैध कार्य के लिए जिम्मेदार हैं, और उनके नाम के साथ शिकायत दर्ज की जाएगी। इसके साथ ही, कंपनी को नोटिस भेजकर आगे की जांच के लिए बुलाया जाएगा।
यह कार्रवाई अवैध गर्भपात किट की बिक्री पर लगाम लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो जन स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करती है। स्वास्थ्य विभाग की यह मुस्तैदी ऐसे अवैध कारोबार पर नकेल कसने में सहायक होगी।
