रेवाड़ी में नई जेल का उद्घाटन: CM सैनी बोले- क्षमता बढ़ी, सुविधाएं सुधरीं, पुराना जेल ब्रेक कांड भी चर्चा में

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को रेवाड़ी में नवनिर्मित जेल परिसर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने जेल के पूरे परिसर का मैप के जरिए निरीक्षण किया और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए पौधारोपण भी किया। उनके साथ जेल मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा भी मौजूद रहे।
95 करोड़ की लागत से बनी अत्याधुनिक जेल
यह अत्याधुनिक जेल परिसर लगभग 95 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है। इस नई जेल के निर्माण से रेवाड़ी जिले की कारागार क्षमता में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। पहले यहां केवल 65 कैदियों को रखने की क्षमता वाली एक छोटी जेल थी, लेकिन अब इसकी क्षमता बढ़कर 1000 बंदी-कैदी हो गई है। इस उद्घाटन समारोह में विधायक लक्ष्मण यादव, डॉ. कृष्ण कुमार, ओमप्रकाश यादव और अनिल यादव सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
सीएम सैनी ने लिया गार्ड ऑफ ऑनर, फूल बरसाकर हुआ स्वागत
उद्घाटन अवसर पर मुख्यमंत्री सैनी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। जेल परिसर में प्रवेश करते ही उनका तिलक लगाकर और फूल बरसाकर भव्य स्वागत किया गया। सीएम ने रिबन काटकर जेल का उद्घाटन किया और परिसर में एक पौधा भी लगाया, जो पर्यावरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कैदी प्रबंधन में मिलेगी बड़ी राहत
डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया कि पहले रेवाड़ी में केवल 65 कैदियों की क्षमता वाली जेल होने के कारण 700 से अधिक कैदियों को गुरुग्राम, नारनौल और झज्जर जैसी अन्य जेलों में स्थानांतरित करना पड़ता था। नई जेल के निर्माण से कैदियों के प्रबंधन में आने वाली रसद संबंधी चुनौतियों में काफी कमी आएगी और जिले में ही कैदियों को रखने की पर्याप्त व्यवस्था हो सकेगी।
कोविड काल में जेल ब्रेक की घटना और अब मजबूत सुरक्षा
यह ध्यान देने योग्य है कि आज जिस जेल का सीएम नायब सैनी ने उद्घाटन किया है, उसे चार साल पहले कोविड जेल बनाया गया था। 8 मई 2021 को देर रात, इसी जेल की ग्रिल काटकर 13 कोरोना संक्रमित कैदी और बंदी कोविड जेल से फरार हो गए थे। उस समय बाहरी दीवार का निर्माण कार्य चल रहा था और वह पूरी तरह से बनी नहीं थी। यह घटना रेवाड़ी में रविवार सुबह कैदियों की गिनती के दौरान सामने आई थी। फरार होने वाले सभी कैदी कोरोना पॉजिटिव होने के बाद प्रदेश की दूसरी जेलों से यहां लाए गए थे।
फरार हुए थे संगीन मामलों के अपराधी
फरार होने वाले कैदियों में राजेश उर्फ कालिया (हत्या), नवीन शर्मा उर्फ गोलू (बंधक बनाने और हत्या), काला उर्फ धर्मपाल (379-A), रिंकू उर्फ कालिया (हत्या की कोशिश), ओमप्रकाश उर्फ टोनी (हत्या), शक्ति, आशीष और अजीत उर्फ नेता (हत्या और अन्य मामले) जैसे संगीन अपराधों में सजा काट रहे अपराधी शामिल थे। जितेंद्र उर्फ सोनू, अभिषेक, अनुज, बलवान और दीपक के खिलाफ भी हत्या और अन्य गंभीर मामले दर्ज थे।
घटना के बाद जेल अधीक्षक हुए थे सस्पेंड, सभी कैदी पकड़े गए
इस घटना के बाद सरकार ने रेवाड़ी के जेल अधीक्षक अनिल कुमार और उप अधीक्षक नरेश गोयल को निलंबित कर दिया था। इस मामले में दो अन्य जेल कर्मी भी सस्पेंड हुए थे। हालांकि, पुलिस ने बाद में फरार हुए सभी 13 कैदियों को पकड़ लिया था। अब यह जेल पूरी तरह से तैयार हो चुकी है और इसकी सुरक्षा व्यवस्था पहले से कहीं अधिक मजबूत की गई है।
