एसडीएम पर भड़के राव इंद्रजीत सिंह: नाम याद नहीं रहे तो लिखकर लाएं, जनप्रतिनिधि का करें सम्मान

हरियाणा के रेवाड़ी में केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने एसडीएम को जमकर फटकार लगाई। कोसली के विधायक के नाम को लेकर राज्यमंत्री ने कहा कि कोसली के विधायक अनिल यादव नॉट सुनील यादव। यदि आपको नाम याद नहीं रहता तो एसडीएम साहब लिखकर ले आते। जनप्रतिनिधि को हर पांच साल में परीक्षा देनी होती है। अधिकारी जनप्रतिनिधि का सम्मान करना सीख लें। मोदी सरकार की यही नीति है। उन्होंने यह बात राव तुलाराम स्टेडियम में सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में कही। मोदी सरकार की नीति है कि अधिकारी जन प्रतिनिधियों को पूरा सम्मान दें।

अधिकारी-कर्मचारी जनता के नौकर
केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि देश की सुप्रीम कोर्ट यह स्पष्ट कर चुकी है कि अधिकारी और कर्मचारी जनता के नौकर हैं। इसलिए जनता के चुने नुमाइंदों का सम्मान करना सीख लें। जनमानस की समस्याओं का समाधान करवाना जनप्रतिनिधियों का नैतिक दायित्व है। अधिकारी समस्याओं को तत्वरिक समाधान करना सुनिश्चित करें। अधिकारी यह अच्छी तरह से जान लें कि जनप्रतिनिधि को हर पांच साल में परीक्षा पास करनी होती है। जबकि अधिकारी एक बार परीक्षा देकर 30 से 35 साल नौकरी करता है।
यह था मामला
सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह शामिल हुए थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसडीएम ने मंच पर मौजूद नेताओं के नाम लिए थे। कोसली के विधायक अनिल यादव व भाजपा नेता सुनील मूसेपुर भी मंच पर मौजूद थे। बताया जाता है कि एसडीएम ने अपने संबोधन में विधायक का नाम अनिल यादव ही लिया था, परंतु शायद केंद्रीय राज्यमंत्री को अनिल की जगह सुनील यादव सुनाई दिया। जिसके बाद उनकी यह प्रतिक्रिया सामने आई। भाजपा की टिकट पर 2019 में रेवाड़ी विधानसभा से चुनाव लड़ चुके सुनील यादव मूसेपुर 2024 में कोसली से टिकट के प्रबल दावेदार थे। अंतिम समय में टिकट अनिल यादव को मिली थी।
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