पानीपत में दो अस्पतालों पर रेड: बिना डिग्री चल रहा था गंभीर रोगों का इलाज, सीएम फ्लाइंग व स्वास्थ्य विभाग ने दो फर्जी अस्पतालों का किया खुलासा

बिना डिग्री चल रहा था गंभीर रोगों का इलाज, सीएम फ्लाइंग व स्वास्थ्य विभाग ने दो फर्जी अस्पतालों का किया खुलासा
X
पानीपत में सीएम फ्लाइंग ने की अस्पताल पर रेड और मौके पर मिली दवाइयां।
हरियाणा के पानीपत में सीएम फ्लाइंग की रेड में दो ऐसे अस्पताल मिले, जहां कोई भी योग्य डॉक्टर नहीं था। बिना डिग्री ही यहां पर मरीजों को भर्ती कर गंभीर बीमारियों का इलाज किया जा रहा था। अब अस्पताल सील किए गए हैं।

Cm flying raid in Panipat : हरियाणा के पानीपत जिले में मंगलवार को स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर चल रहे गंभीर फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ। सीएम फ्लाइंग और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त कार्रवाई में शहर के दो अवैध अस्पतालों पर छापा मारा गया, जहां बिना किसी मान्यता और योग्य डॉक्टरों के मरीजों का इलाज किया जा रहा था। कार्रवाई मॉडल टाउन क्षेत्र के दो अलग-अलग स्थानों—जाटल रोड स्थित "देव E.H. क्लीनिक" और 8 मरला क्षेत्र में "एसके क्लीनिक" में की गई। जांच में यह साफ हुआ कि इन अस्पतालों को चलाने वाले कथित डॉक्टरों के पास न तो एमबीबीएस की डिग्री है और न ही किसी मान्यता प्राप्त संस्था से चिकित्सा का प्रशिक्षण। अस्पताल में कई मरीज भी दाखिल थे।

बच्चों से जुड़ी बीमारियों के इलाज का दावा

देव E.H. क्लीनिक खासतौर पर बच्चों के इलाज का दावा करता था। अस्पताल के बाहर लगे बोर्ड पर नवजात शिशुओं और बड़ों की तमाम बीमारियों का इलाज उपलब्ध होने की जानकारी दी गई थी। बोर्ड पर PGI रोहतक के एक पूर्व रजिस्ट्रार डॉक्टर का नाम भी दर्शाया गया था, जिससे मरीजों में विश्वास पैदा किया जा सके। कई और क्वालीफाइड डॉक्टरों का नाम भी बोर्ड पर था।

दाखिल मरीजों को दूसरे अस्पतालों में भेजा गया

जब सीएम फ्लाइंग और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर छापा मारा तो वहां न तो उक्त डॉक्टर मौजूद थे और न ही कोई रजिस्टर्ड मेडिकल प्रोफेशनल मिला। इसके उलट, जांच में फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर कार्यरत स्टाफ इलाज करता मिला। टीम को अस्पताल के अंदर कई मरीज भी मिले, जिनका इलाज चल रहा था। सभी मरीजों को तुरंत निगरानी में लिया गया और गंभीर स्थिति वाले लोगों को अन्य अस्पतालों में रेफर किया गया।

भारी संख्या में दवाइयां भी मिलीं, टीम ने की जब्त

दोनों अस्पतालों से बड़ी संख्या में दवाइयां, इंजेक्शन और चिकित्सकीय उपकरण जब्त किए गए हैं। इन सभी का नमूना लैब परीक्षण के लिए भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर और सख्त कार्रवाई की जाएगी।

अस्पतालों को सील कर कानूनी कार्रवाई शुरू की

सीएम फ्लाइंग के डीएसपी सुशील कुमार ने बताया कि दोनों अस्पतालों के खिलाफ पहले से ही शिकायतें मिल रही थीं। शुरुआती जांच में ही पुष्टि हो गई कि आरोप सत्य हैं और यह लंबे समय से चल रहा मेडिकल फर्जीवाड़ा है। फिलहाल दोनों अस्पतालों को सील कर दिया गया है और इनके संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है। अधिकारियों ने बताया कि यदि इस तरह का फर्जी इलाज लंबे समय तक चलता रहा होता तो यह मरीजों की जान के लिए घातक साबित हो सकता था।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story