कुरुक्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा: चौराहों के नाम अब महाभारत थीम पर, EV बसों से होगी 44 कोस परिक्रमा

धर्मनगरी कुरुक्षेत्र को उसके ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व के अनुरूप विकसित करने के लिए हरियाणा सरकार ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। बुधवार को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय की अध्यक्षता में हुई कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की 82वीं बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कई दिशा-निर्देश जारी किए। इस बैठक में कुरुक्षेत्र सिटी के कई विकास प्रोजेक्टों पर विस्तार से चर्चा की गई, जिसका उद्देश्य कुरुक्षेत्र को एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में और अधिक आकर्षक बनाना है।
महाभारत थीम पर होंगे चौराहों के नाम
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बैठक के दौरान एक बेहद महत्वपूर्ण निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र शहर के सभी चौराहों के नाम महाभारत की थीम पर रखे जाएं। यह कदम न केवल शहर की पहचान को महाभारत के साथ और मजबूती से जोड़ेगा, बल्कि पर्यटकों और श्रद्धालुओं को भी इसके पौराणिक महत्व से रूबरू कराएगा। कल्पना कीजिए, अब कुरुक्षेत्र के चौराहे 'अभिमन्यु चौक', 'अर्जुन चौक' या 'धर्मक्षेत्र चौक' जैसे नामों से जाने जाएंगे, जो निश्चित रूप से एक अनूठा अनुभव प्रदान करेगा।
EV बसों से होगी 44 कोस की परिक्रमा
कुरुक्षेत्र आने वाले देश-विदेश के पर्यटकों और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भी एक बड़ा फैसला लिया गया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि कुरुक्षेत्र भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों को अब EV (इलेक्ट्रिक वाहन) बसों से 44 कोस की परिक्रमा कराई जाएगी। यह कदम पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ-साथ पर्यटकों को एक आरामदायक और सुगम यात्रा का अनुभव प्रदान करेगा। 44 कोस की परिक्रमा कुरुक्षेत्र के पौराणिक महत्व का एक अभिन्न अंग है, और EV बसों का उपयोग इसे और अधिक सुलभ बनाएगा।
पर्यटकों की सुविधाओं पर जोर
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यह भी कहा कि कुरुक्षेत्र में हरमंदिर साहब की तर्ज पर एक वाटर फिल्टर लगाया जाएगा। यह पहल शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे कुरुक्षेत्र आने वाले लाखों लोगों को लाभ मिलेगा। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पर्यटकों की सुविधा के लिए और भी काम किए जाएं, जिससे उन्हें कुरुक्षेत्र भ्रमण के दौरान किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। इसमें विश्राम स्थल, सूचना केंद्र और अन्य आवश्यक सुविधाओं का विकास शामिल हो सकता है।
बैठक में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की इस महत्वपूर्ण बैठक में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के अलावा कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे। इनमें गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल और विधायक अशोक अरोड़ा शामिल थे। इसके अतिरिक्त, मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, गृह सचिव सुमिता मिश्रा और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड तथा विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक का हिस्सा बने। इन सभी की उपस्थिति ने कुरुक्षेत्र के विकास के प्रति सरकार की गंभीरता और प्रतिबद्धता को दर्शाया।
कुरुक्षेत्र के विकास को मिलेगी नई गति
कुरुक्षेत्र, जिसे धर्मक्षेत्र के नाम से भी जाना जाता है, महाभारत की भूमि है और इसका भारत के इतिहास और संस्कृति में एक अद्वितीय स्थान है। इन निर्देशों और योजनाओं के माध्यम से हरियाणा सरकार कुरुक्षेत्र को न केवल एक धार्मिक केंद्र के रूप में बल्कि एक विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में भी विकसित करना चाहती है। चौराहों को महाभारत थीम पर नाम देना, EV बसों से परिक्रमा कराना और आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराना, ये सभी कदम कुरुक्षेत्र की पहचान को मजबूत करेंगे और इसे अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने में मदद करेंगे। उम्मीद है कि इन निर्देशों पर तेजी से काम होगा और कुरुक्षेत्र का कायाकल्प जल्द ही देखने को मिलेगा।