हरियाणा में पूर्व सैनिकों को बड़ी सौगात: जींद और नारनौल में बनेगा अत्याधुनिक सैनिक सदन

हरियाणा सरकार ने राज्य के पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जींद और नारनौल में अत्याधुनिक सैनिक सदनों के निर्माण को मंजूरी दे दी है, जिसके लिए कुल मिलाकर लगभग ₹24 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। यह निर्णय लाखों पूर्व सैनिकों की वर्षों पुरानी मांग को पूरा करेगा, जो अब एक ही छत के नीचे विभिन्न आवश्यक सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।
लंबे इंतजार के बाद मिली मंजूरी
लगभग छह साल के लंबे इंतजार के बाद, हरियाणा सरकार ने आखिरकार जींद और नारनौल में सैनिक सदनों के निर्माण को हरी झंडी दे दी है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जींद के लिए 9 करोड़ 98 लाख 40 हजार और नारनौल के लिए 14 करोड़ 78 लाख 25 हजार की धनराशि स्वीकृत की है। संबंधित विभाग अब इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं के निर्माण कार्य को जल्द ही शुरू करेंगे। यह पहल पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए एक बड़ी राहत है, जिन्हें वर्तमान में विभिन्न सेवाओं के लिए अलग-अलग स्थानों पर जाना पड़ता है।
एक छत के नीचे मिलेंगी सभी सुविधाएं
वर्तमान में हरियाणा में लाखों पूर्व सैनिक और उनके परिवार रहते हैं। अधिकांश जिलों में सीएसडी कैंटीन और पॉलीक्लीनिक किराए के भवनों में अलग-अलग स्थानों पर संचालित हो रहे हैं, जिससे पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को काफी असुविधा होती है। सैनिक सदनों के खुलने से यह समस्या दूर हो जाएगी। इन सदनों में पूर्व सैनिकों को सभी आवश्यक सुविधाएँ एक ही छत के नीचे मिलेंगी।
सैनिक सदन में निम्नलिखित प्रमुख सुविधाएं उपलब्ध होंगी
• विश्राम गृह : सैनिकों और उनके परिवारों के लिए ठहरने की सुविधा।
• जिला सैनिक एवं अर्द्धसैनिक कल्याण कार्यालय : सभी प्रशासनिक और कल्याणकारी कार्यों के लिए एक केंद्रीकृत स्थान।
• सामुदायिक हॉल : विभिन्न कार्यक्रमों और सभाओं के आयोजन के लिए।
• पॉलीक्लीनिक : चिकित्सा सुविधाओं तक आसान पहुंच।
• सीएसडी कैंटीन : रियायती दरों पर दैनिक उपयोग की वस्तुओं की उपलब्धता।
• पर्याप्त पार्किंग : वाहनों के लिए सुरक्षित स्थान।
यह समग्र दृष्टिकोण पूर्व सैनिकों को दी जाने वाली सेवाओं को सुव्यवस्थित करेगा और उनके जीवन को और अधिक आरामदायक बनाएगा।
भविष्य की योजनाएं : हेल्पलाइन और सशस्त्र बल तैयारी संस्थान
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पूर्व सैनिक और उनके परिवारों के कल्याण के लिए कई अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं पर भी काम कर रहे हैं। हरियाणा सरकार जल्द ही चरखी दादरी, हिसार और यमुनानगर में सेना में भर्ती की तैयारी के लिए सशस्त्र बल तैयारी संस्थान खोलने जा रही है। इन संस्थानों का उद्देश्य प्रति वर्ष एक हजार छात्रों को प्रशिक्षित करना है, जिससे युवाओं को सशस्त्र बलों में शामिल होने का अवसर मिल सके। संबंधित अधिकारियों को इन संस्थानों का खाका तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके अतिरिक्त, सैनिक और अर्धसैनिक वर्ग के लिए एक समर्पित हेल्पलाइन भी शुरू की जाएगी। इस हेल्पलाइन का उद्देश्य उनकी शिकायतों और आवश्यकताओं को त्वरित रूप से संबोधित करना है। इन पहलों से हरियाणा सरकार पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहरा रही है, जो देश की सेवा में अपना जीवन समर्पित करते हैं।
