हरियाणा में मौसम का यू-टर्न: दिन गर्म, रातें ठंडी, 17°C पहुंचा पारा, रबी की बुआई का उत्तम समय

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हरियाणा का ताजा मौसम अपडेट। 

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक ने इस मौसम को किसानों के लिए उत्तम बताया। यह समय सरसों, चना और गेहूं जैसी रबी की फसलों की बुआई के लिए उत्तम है।

हरियाणा के मौसम में अब एक महत्त्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल रहा है। लगातार चौथे दिन उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलने से राज्य के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। इस मौसमी बदलाव का सीधा असर दिन और रात के तापमान पर पड़ रहा है। जहां दिन के समय हल्की गर्माहट महसूस हो रही है, वहीं रातें तेजी से ठंडी हो रही हैं।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, यह पैटर्न अभी जारी रहेगा। दोपहर में 15 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से चलने वाली उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण अधिकतम तापमान भी सामान्य से 1 से 2 डिग्री कम रह सकता है। राज्य के तीन जिलों—हिसार, महेंद्रगढ़ और फरीदाबाद—में न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है, जो ठंड की दस्तक का स्पष्ट संकेत है।

एसी-कूलर बंद

तापमान में यह गिरावट विशेष रूप से रातों के दौरान महसूस की जा रही है। शनिवार को हरियाणा में महेंद्रगढ़ की रात सबसे ठंडी दर्ज की गई, जहाँ न्यूनतम तापमान 17.1 डिग्री सेल्सियस रहा।

• ठंडक का अहसास : रात के समय ठंडक बढ़ने से लोगों ने अब अपने घरों में कूलर और एयर कंडीशनर (AC) बंद कर दिए हैं।

• अन्य जिलों का हाल : उत्तरी और पूर्वी जिलों के साथ-साथ लगभग सभी जिलों में रात्रि तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। सिरसा का न्यूनतम तापमान 18.8 डिग्री सेल्सियस है, जबकि फतेहाबाद का न्यूनतम तापमान 20.1 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। अधिकतम तापमान भी 30 से 31 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है, जिससे दिन में धूप का असर बना रहता है।

अक्टूबर में रिकॉर्ड तोड़ बारिश का असर

तापमान में यह गिरावट अक्टूबर महीने की शुरुआत में हुई रिकॉर्ड-तोड़ बारिश का परिणाम है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय रहने के कारण, इस महीने के शुरुआती 9 दिनों में हरियाणा में करीब 30 एमएम बारिश दर्ज की गई है।

• भारी उछाल : आमतौर पर इस अवधि में केवल 4 एमएम बारिश होती है, लेकिन इस बार 649 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है।

• पुराना रिकॉर्ड : यह इस बात का संकेत है कि इस साल अक्टूबर में बारिश का रिकॉर्ड टूट सकता है, क्योंकि इससे पहले 2004 में पूरे अक्टूबर महीने में 58.4 एमएम बारिश हुई थी। ज्यादा बारिश के कारण ही हरियाणा के अधिकांश जिलों में तापमान सामान्य से नीचे चला गया, और अब मौसम खुश्क होते ही रात की ठंडक बढ़ गई है।

किसानों के लिए खुशखबरी

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU), हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने किसानों के लिए मौसम को अनुकूल बताया है।

• मौसम की भविष्यवाणी: डॉ. खीचड़ के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने से 14 अक्टूबर तक मौसम आमतौर पर खुश्क रहने की संभावना है।

• फसलों के लिए उपयुक्त: दिन के समय पड़ रही धूप और रात के समय बढ़ती ठंडक रबी की फसलों की बुआई के लिए बिल्कुल उपयुक्त है।

• सलाह: किसानों को सलाह दी गई है कि वे इस अनुकूल मौसम का लाभ उठाएं और सरसों, चना और गेहूं की बुआई करें, ताकि इन फसलों की पैदावार अच्छी हो सके। यह मौसम फसलों के बेहतर जमाव और शुरुआती विकास में सहायक साबित होगा। कुल मिलाकर, हरियाणा का मौसम अब तेजी से सर्दियों की ओर बढ़ रहा है, जहां सुबह और शाम को सर्द हवाएं और दोपहर में हल्की धूप का मेल देखने को मिल रहा है।

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