हरियाणा सरकार का कोचों को तोहफा: 3.66 करोड़ का कैश अवॉर्ड जारी, खेल मंत्री ने सराही मेहनत

खेल मंत्री गौरव गौतम।
हरियाणा सरकार ने खिलाड़ियों के बाद अब उनके कोचों को भी बड़ी सौगात दी है। खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता खिलाड़ियों को तैयार करने वाले कोचों के लिए 3.66 करोड़ की नकद पुरस्कार राशि जारी कर दी है। यह फैसला हरियाणा की खेल नीति को और मजबूत करने वाला है, जो खिलाड़ियों और उन्हें प्रशिक्षित करने वाले कोचों दोनों के योगदान को मान्यता देता है।
खेल मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि हरियाणा की खेल नीति पूरे देश में सबसे बेहतरीन है। इसी नीति का परिणाम है कि राज्य के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में लगातार सबसे ज्यादा पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ा रहे हैं। उन्होंने जोर दिया कि इन खिलाड़ियों को शीर्ष स्तर पर लाने और उन्हें पदक विजेता बनाने में कोचों का विशेष योगदान होता है।
31 कोचों को दी जाएगी यह राशि
सरकार कोचों का पूरा मान-सम्मान करती है और इसी कड़ी में यह नकद पुरस्कार राशि जारी की गई है। खेल मंत्री के अनुसार यह राशि अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के 31 कोचों को दी जाएगी। उन्हें जल्द ही यह अवॉर्ड राशि मिल जाएगी। इसके साथ ही, मंत्री ने आश्वासन दिया कि अन्य योग्य कोचों और खिलाड़ियों को भी जल्द ही उनके नकद पुरस्कार दिए जाएंगे। यह कदम कोचों को और अधिक लगन व मेहनत से खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने के लिए प्रोत्साहित करेगा, जिससे भविष्य में देश के लिए और अधिक पदक आने की संभावना बढ़ेगी।
कोचों की मेहनत से आते हैं मेडल
खेल मंत्री गौरव गौतम ने प्रदेश के सभी कोचों का आह्वान किया है कि वे अपनी लगन और मेहनत को जारी रखें और खिलाड़ियों को और भी बेहतर तरीके से अभ्यास करवाएं। उनका मानना है कि कोचों की निस्वार्थ मेहनत और विशेषज्ञता ही खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर सफल होने में मदद करती है। उन्होंने कहा कि कोच की मेहनत से ही मेडल आते हैं।
हाल ही में प्रदेश सरकार ने 4वें पैरा एशियन गेम्स 2022 में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के लिए भी करीब 32 करोड़ की नकद पुरस्कार राशि जारी की थी। यह दर्शाता है कि हरियाणा सरकार खिलाड़ियों के साथ-साथ उनके पीछे की पूरी टीम को भी महत्व देती है।
ओलंपिक में गोल्ड पर 7 करोड़ का अवॉर्ड, नौकरियों में कोटा
खेल मंत्री गौरव गौतम ने हरियाणा सरकार की उदार खेल नीति पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी को 7 करोड़, रजत पदक जीतने वाले को 5 करोड़ और कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ी को 3 करोड़ का नकद पुरस्कार दिया जाता है। यह राशि खिलाड़ियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उन्हें खेल के प्रति पूर्ण समर्पण के लिए प्रेरित करने हेतु एक बड़ा प्रोत्साहन है।
इसके अतिरिक्त, खिलाड़ियों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और उन्हें एक स्थिर भविष्य प्रदान करने के लिए, हरियाणा सरकार नौकरियों में तीन प्रतिशत कोटा भी प्रदान करती है। यह सुविधा सुनिश्चित करती है कि खिलाड़ी, खेल से संन्यास लेने के बाद भी, एक सम्मानजनक जीवन जी सकें और देश व प्रदेश की सेवा कर सकें।
नशे जैसी बुराइयों से दूर रहें खिलाड़ी
खेल मंत्री ने प्रदेश के युवाओं का भी आह्वान किया है कि वे नशे जैसी बुराइयों से दूर रहें और खेलों में सक्रिय रूप से भाग लें। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि वे पदक जीतकर न केवल अपने परिवार, बल्कि प्रदेश और पूरे देश का नाम रोशन करें। सरकार का यह कदम खेल संस्कृति को बढ़ावा देने और हरियाणा को खेल महाशक्ति बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
