महिला सुरक्षा: छात्राओं को महिला आयोग की जानकारी नहीं, अब हरियाणा के सभी गर्ल्स हॉस्टलों में लगेंगे संपर्क बोर्ड

Women Commission
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हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया। 

हरियाणा राज्य महिला आयोग को NIFT पंचकूला की एक छात्रा की शिकायत से पता चला कि उसे आयोग की जानकारी नहीं है, इसलिए उसने सीधे PM मोदी को शिकायत भेज दी।

हरियाणा राज्य महिला आयोग ने महिला सुरक्षा और जागरूकता की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। अब प्रदेश के सभी गर्ल्स हॉस्टल (Girls Hostels) के बाहर राज्य महिला आयोग के संपर्क नंबर, ई-मेल एड्रेस और हेल्पलाइन नंबर लिखे हुए नोटिस बोर्ड लगाए जाएंगे। आयोग ने इस संबंध में सभी आवश्यक निर्देश जारी कर दिए हैं।

इस फैसले के पीछे पंचकूला के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) में हुई एक रोचक घटना है, जिसने राज्य में महिला सुरक्षा के प्रति जागरूकता की कमी को उजागर किया है।

पीएम मोदी को भेजी गई छेड़छाड़ की शिकायत

यह मामला पंचकूला के NIFT की एक छात्रा से जुड़ा है। छात्रा के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई, जिसके बाद उसने लोकल पुलिस या राज्य महिला आयोग में शिकायत करने के बजाय, सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय (PMO) को चिट्ठी लिख दी। शिकायत में छात्रा ने बताया कि वह रात के समय अपने फ्लैट लौट रही थी, तभी कार सवार युवकों ने उसका पीछा किया और उस पर अश्लील फब्तियां कसीं। पीएमओ से यह शिकायत महिला आयोग को भेजी गई, जिसके बाद आयोग हरकत में आया।

छात्राओं को नहीं थी महिला आयोग की जानकारी

शिकायत मिलने के बाद महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया मंगलवार को खुद NIFT कैंपस पहुंचीं और छात्राओं से मुलाकात की। यह मुलाकात ही इस बड़े फैसले का आधार बनी। चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने सेमिनार हॉल में बैठी छात्राओं से सवाल किया कि राज्य महिला आयोग के बारे में कितनी छात्राएं जानती हैं और समझती हैं। हैरानी की बात यह थी कि हॉल में बैठी एक भी छात्रा ने हाथ खड़ा नहीं किया।

चेयरपर्सन भाटिया ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब ऐसा हुआ है। अक्सर कॉलेज जाने वाली लड़कियों और महिलाओं को महिला आयोग के काम और संपर्क साधने के तरीके के बारे में ही नहीं पता होता। ऐसे में जब उन्हें कोई दिक्कत आती है, तो वे सीधे शिकायत कहां करेंगी, यह उनके लिए एक बड़ा प्रश्न होता है। इस घटना के बाद, चेयरपर्सन को छात्राओं को महिला आयोग के काम और मदद के तरीकों के बारे में विस्तार से समझाना पड़ा। कुछ देर की काउंसिलिंग के बाद छात्राओं ने खुलकर अपनी समस्याएं बतानी शुरू कर दीं।

हर हॉस्टल में लगेंगे बोर्ड, पंचकूला से हुई शुरुआत

जागरूकता की इस कमी को देखते हुए अध्यक्षा रेनू भाटिया ने तुरंत फैसला लिया कि राज्य के सभी महिला हॉस्टलों के बाहर महिला आयोग के संपर्क बोर्ड लगाए जाएंगे।

• क्या होगा बोर्ड पर : बोर्ड पर महिला आयोग के हेल्पलाइन नंबर, ई-मेल एड्रेस, महिला हेल्पलाइन और डायल 112 नंबर दर्ज होंगे।

• कार्ययोजना : पहले चरण में पंचकूला के करीब 20 हॉस्टल लोकेशन पर इसी सप्ताह से बोर्ड लगाने का काम शुरू हो जाएगा। इसके बाद, धीरे-धीरे प्रदेश भर के सभी हॉस्टलों और वर्किंग वीमेन हॉस्टलों में इस प्रकार के बोर्ड लगाए जाएंगे। इस कदम से हॉस्टल में रहने वाली या पीजी में रहने वाली छात्राओं को दिक्कत आने पर समय रहते आयोग और पुलिस की मदद आसानी से मिल पाएगी।

सुरक्षा के लिए पुलिस की तैनाती के निर्देश

महिला आयोग अध्यक्षा रेनू भाटिया ने महिला सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए पंचकूला के पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर हॉस्टल एरिया में रात के समय देर तक पुलिस तैनात करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, वह प्रदेश भर के हॉस्टल व वर्किंग वीमेन हॉस्टल एरिया में पुलिस तैनात करवाने के लिए राज्य के DGP (पुलिस महानिदेशक) से भी मुलाकात करेंगी।

गौरतलब है कि NIFT पंचकूला कैंपस का उद्घाटन 2022 में हुआ था। यहां करीब 700 छात्र पढ़ते हैं, लेकिन हॉस्टल की सुविधा केवल 100 छात्राओं के लिए है। ऐसे में बाकी लगभग 600 छात्राओं को कैंपस से बाहर पीजी या फ्लैट लेकर रहना पड़ता है, जिससे उनकी सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बन जाती है।

महिला आयोग की अहम पहल

महिला आयोग हरियाणा में सुरक्षा और सामाजिक सुधार को लेकर तीन महत्वपूर्ण पहलों पर भी काम कर रहा है।

1. जिम के लिए महिला ट्रेनर: आयोग ने हरियाणा की जिम में महिला ट्रेनर नियुक्त करने के आदेश दिए हैं। इसके लिए महिला ट्रेनरों का एक विशेष बैच तैयार करने की योजना है। आयोग एक महिला ट्रेनर हायर करेगा, जो 25 युवतियों को जिम ट्रेनर के तौर पर एक्सपर्ट बनाएगा।

2. प्री-मैरिज कम्यूनिकेशन काउंसिलिंग ('तेरे मेरे सपने'): रिश्तों को टूटने से बचाने के लिए केरल की तर्ज पर विवाह पूर्व परामर्श (प्री-मैरिटल काउंसलिंग) केंद्रों की अनूठी पहल 'तेरे मेरे सपने' की शुरुआत फरीदाबाद-गुरुग्राम से की गई है। यहां शादी से पहले युवाओं को मानसिक, भावनात्मक और सामाजिक रूप से तैयार किया जाएगा।

3. केरल मॉडल का अध्ययन: राष्ट्रीय महिला आयोग के निर्देश पर, हरियाणा महिला आयोग की टीम नवंबर माह में केरल जाकर इन विवाह पूर्व परामर्श केंद्रों की कार्यस्थिति को समझेगी, ताकि उसी मॉडल पर हरियाणा के हर जिले में ऐसे सेंटर स्थापित किए जा सकें।

ये सभी कदम दर्शाते हैं कि हरियाणा महिला आयोग न केवल त्वरित शिकायतों पर कार्रवाई कर रहा है, बल्कि जागरूकता और सामाजिक-वैवाहिक मुद्दों पर भी सक्रिय रूप से काम कर रहा है।


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