बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़: हरियाणा में 5200 स्कूल बसें अनफिट, DGP बोले- तुरंत इंपाउंड करो

गुरुग्राम और उचाना में स्कूल बसों की चेकिंग करती पुलिस।
हरियाणा में स्कूल बस सुरक्षा मानकों को लेकर पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। व्यापक जांच अभियान के दौरान प्रदेश भर में 5,200 से अधिक स्कूल बसें सुरक्षा मानकों पर खरी नहीं उतर पाई हैं। बच्चों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए पुलिस महानिदेशक (DGP) ओपी सिंह ने सभी जिला पुलिस प्रमुखों को इन अनफिट बसों को तुरंत जब्त (इंपाउंड) करने के सख्त निर्देश दिए हैं। यह कार्रवाई दर्शाती है कि राज्य सरकार स्कूली बच्चों के परिवहन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है।
25,000 से अधिक बसों की चेकिंग
हरियाणा पुलिस ने राज्य में स्कूल बसों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष और गहन अभियान चलाया है। जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार 11 नवंबर तक 25,000 से अधिक स्कूल बसों की चेकिंग की गई। इस विशाल जांच में 5,200 बसों में सुरक्षा उपकरण, वैध दस्तावेज और अनिवार्य मानकों का अभाव पाया गया, जिसके चलते उनके चालान जारी किए गए हैं।
DGP ओपी सिंह ने स्पष्ट निर्देश जारी कर कहा है कि जिन बसों में फिटनेस, सुरक्षा उपकरण, वैध दस्तावेज या आवश्यक मानकों की कमी है, उन्हें बिना किसी देरी के इंपाउंड किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों का हित सर्वोपरि है और सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक स्वीकार नहीं की जाएगी। इससे पहले, अक्टूबर के पहले सप्ताह में भी चार असुरक्षित स्कूल बसों को पुलिस द्वारा जब्त किया गया था।
विशेष अभियान में तेजी
पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक 3 नवंबर से 10 नवंबर के बीच चलाए गए विशेष अभियान में जांच में तेजी लाई गई। इस एक सप्ताह की अवधि में 5,516 स्कूल बसों की जांच की गई और नियमों का उल्लंघन करने वाली 1,003 बसों पर चालान जारी किए गए। इसके अलावा, इसी दौरान चार बसों को असुरक्षित पाए जाने पर जब्त (इंपाउंड) भी किया गया। गुरुग्राम, सोनीपत, रेवाड़ी, करनाल, कुरुक्षेत्र और चरखी-दादरी जैसे जिलों में पुलिस टीमों ने विशेष रूप से गहन जांच अभियान चलाया है, जहां नियमों की अनदेखी पर तत्काल कार्रवाई की गई।
जनवरी से अक्टूबर तक 19,268 बसों की जांच
स्कूल बस सुरक्षा की यह कार्रवाई केवल एक मौसम तक सीमित नहीं है। पुलिस के रिकॉर्ड बताते हैं कि जनवरी से अक्टूबर 2025 की अवधि में भी पूरे प्रदेश में 19,268 स्कूल बसों की जांच की गई और 4,205 चालान जारी किए गए। यह डेटा दिखाता है कि हरियाणा पुलिस इस सुरक्षा अभियान को एक नियमित, सतत और मिशन-स्तरीय गतिविधि के रूप में चला रही है ताकि बच्चों के लिए सुरक्षित परिवहन सुनिश्चित किया जा सके।
DGP का सख्त संदेश और अनिवार्य सुरक्षा मानक
DGP ओपी सिंह ने स्कूल प्रबंधन और बस ऑपरेटरों को सख्त संदेश दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रत्येक स्कूल बस में निम्नलिखित सुरक्षा मानकों का होना अनिवार्य है।
• फायर एक्सटिंग्विशर (अग्निशमन यंत्र)
• फर्स्ट-एड बॉक्स
• जीपीएस सिस्टम
• आपातकालीन निकास (Emergency Exit)
• वैध फिटनेस सर्टिफिकेट
• प्रशिक्षित चालक और परिचालक। DGP ने चेतावनी दी कि इन नियमों का पालन न करने पर केवल चालान या बस जब्त करने तक ही कार्रवाई सीमित नहीं रहेगी, बल्कि आगे की कड़ी कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
बस में सुरक्षा संबंधी गड़बड़ी पर तुरंत पुलिस को दें सूचना
हरियाणा पुलिस ने इस अभियान में अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी की भी अपील की है। पुलिस ने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों की स्कूल बसों की स्थिति और सुरक्षा मानकों के प्रति जागरूक रहें। यदि उन्हें किसी भी बस में सुरक्षा संबंधी कोई गड़बड़ी या नियमों की अनदेखी दिखाई देती है तो वे इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें। पुलिस ने आश्वस्त किया है कि यह अभियान आगे भी और अधिक सख्ती के साथ जारी रहेगा, ताकि बच्चों के लिए यात्रा सुरक्षित और विश्वसनीय बन सके।
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