BJP में सियासी हलचल तेज: हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष बड़ौली का बड़ा दावा- कांग्रेस MLA उनके संपर्क में

हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष बड़ौली का बड़ा दावा- कांग्रेस MLA उनके संपर्क में
X

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली। 

मोहन लाल बड़ौली ने बड़ा दावा किया है कि कांग्रेस के कई विधायक भाजपा में शामिल होना चाहते हैं। उन्होंने कहा है कि जो लोग पार्टी में आना चाहते हैं, वे आ सकते हैं, लेकिन उन्हें दो साल तक किसी लाभ के पद की इच्छा नहीं रखनी होगी।

हरियाणा की राजनीति में इस वक्त गहमा-गहमी का माहौल है। हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने एक बड़ा दावा करते हुए कहा है कि कांग्रेस के कई विधायक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के इच्छुक हैं। उनके इस बयान ने सियासी गलियारों में हलचल तेज कर दी है। हालांकि, बड़ौली ने पार्टी में आने वाले नेताओं के लिए एक शर्त भी रखी है – उन्हें दो साल तक किसी लाभ के पद की इच्छा नहीं रखनी होगी, बल्कि पहले पार्टी के लिए काम करना होगा। बड़ौली ने अपने इस बयान को अपने 'X' सोशल मीडिया हैंडल पर भी शेयर किया है।

कांग्रेस पर लगातार हमलावर हैं बड़ौली

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली कांग्रेस पर लगातार हमलावर रहे हैं। दो दिन पहले रोहतक में भी उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस पहले ही मजबूत पार्टी थी, लेकिन उनके ही लोगों ने उसे कमजोर किया है। बड़ौली ने आरोप लगाया कि कांग्रेस वाले आपस में ही लड़ रहे हैं, उनकी मीटिंग्स में नेता एक-दूसरे पर जूते चला रहे हैं और एक-दूसरे के कपड़े तक फाड़ रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए यह भी कहा कि झूठ बोलना कांग्रेस की आदत ही है। ये बयान ऐसे समय में आए हैं जब राज्य में विधानसभा चुनाव के बाद सियासी समीकरण तेजी से बदल रहे हैं।

एक महीने पहले दिए थे नई जॉइनिंग के संकेत

दरअसल, विधानसभा चुनाव के बाद अब फिर से हरियाणा बीजेपी में नई जॉइनिंग के रास्ते खुल गए हैं। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने ऐसे संकेत लगभग एक महीने पहले ही दे दिए थे। तब भी उन्होंने यही शर्त रखी थी कि नए साथियों को दो साल तक पार्टी के लिए काम करना होगा और किसी भी लाभ के पद की इच्छा नहीं रखनी होगी। उन्होंने बताया था कि राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर पर संगठन के चुनाव होने के कारण नई जॉइनिंग पर रोक लगी हुई थी, लेकिन अब कुछ 'काम की दृष्टि' से नई जॉइनिंग के रास्ते खोले गए हैं। यह स्पष्ट है कि भाजपा अपने संगठन को मजबूत करने और भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहने की रणनीति पर काम कर रही है।

बागियों पर अभी कोई फैसला नहीं

जहां एक तरफ नई जॉइनिंग के दरवाजे खुल रहे हैं, वहीं पार्टी के भीतर 'बागियों' को लेकर अभी तक कोई स्पष्ट फैसला नहीं हुआ है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने या अन्य कारणों से कई बीजेपी नेताओं ने बागी तेवर अपना लिए थे। उन्होंने पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ा था और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल हुए थे, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया था। उस समय पार्टी ने साफ कहा था कि नई जॉइनिंग और बागियों की वापसी पर पूरी तरह से ब्रेक लगा दिया गया है और अब उनकी वापसी नहीं होगी। हालांकि, अब नई जॉइनिंग के रास्ते खुल गए हैं, लेकिन बागियों की वापसी को लेकर कोई आधिकारिक निर्णय नहीं लिया गया है।

इन आठ नेताओं ने की थी चुनाव में बगावत

हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने 8 नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। ये सभी नेता बगावत कर पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे थे। हरियाणा बीजेपी की ओर से जिन आठ बागियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी, उनमें तत्कालीन ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह चौटाला (जो नायब सैनी के मंत्रिमंडल में भी थे), गन्नौर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे देवेंद्र कादियान, लाडवा से संदीप गर्ग, असंध से जिलेराम शर्मा, सफीदों से बच्चन सिंह आर्य, महम से राधा अहलावत, गुरुग्राम से नवीन गोयल और हथीन से केहर सिंह रावत का नाम शामिल था। इन सभी को छह साल के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया था। इन बागियों का भविष्य अब पार्टी के अगले निर्णय पर निर्भर करेगा।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story