Blackout: 'ऑपरेशन शील्ड' के तहत हरियाणा में शनिवार रात 8 बजे से 15 मिनट का 'ब्लैकआउट', गृहसचिव ने दी जानकारी

हरियाणा में आपदा प्रबंधन तैयारियों को परखने के लिए शनिवार 31 मई 2025 को एक बड़ी मॉक ड्रिल 'ऑपरेशन शील्ड' का आयोजन किया जा रहा है। इस अभ्यास के तहत राज्य में रात 8 बजे से 8:15 बजे तक 15 मिनट का ब्लैकआउट (बिजली गुल) रहेगा। हरियाणा की गृहसचिव सुमिता मिश्रा ने आज एक प्रेस वार्ता कर इस संबंध में विस्तृत जानकारी दी और प्रदेश की जनता से सहयोग की अपील की।
ये है 'ऑपरेशन शील्ड' और इसका उद्देश्य
गृहसचिव सुमिता मिश्रा ने बताया कि 'ऑपरेशन शील्ड' एक व्यापक मॉक ड्रिल है, जिसका मुख्य उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों में राज्य की तैयारियों और विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय को जांचना है। उन्होंने कहा, "शनिवार को हम 'ऑपरेशन शील्ड' मॉक ड्रिल करवा रहे हैं। इसको लेकर आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इस मॉक ड्रिल में विभिन्न एजेंसियों और स्वयंसेवकों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। इसमें वॉलंटियर्स, एनएसएस (राष्ट्रीय सेवा योजना), नेहरू युवा केंद्र और नगर निगम सहित कई संगठन शामिल होंगे। इन सभी को आपातकालीन स्थिति में उनकी विशिष्ट भूमिकाओं के बारे में बताया जा रहा है, ताकि वे किसी भी आपदा से निपटने के लिए तैयार रहें।
आपातकालीन निकासी का अभ्यास
मिश्रा ने स्पष्ट किया कि इस मॉक ड्रिल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा आपातकालीन स्थिति में लोगों को सुरक्षित रूप से बाहर निकालने (इवेक्यूएशन) का अभ्यास करना है। उन्होंने बताया मॉकड्रिल में यह बताया जाएगा कि आपातकालीन स्थिति में कैसे बाहर निकलना है। इस दौरान ब्लैकआउट होगा और सायरन बजेंगे। ये पूरी एक्टिविटी मॉकड्रिल के दौरान बताई जाएगी। ब्लैकआउट का समय शनिवार रात 8 बजे से 8:15 बजे तक निर्धारित किया गया है। गृहसचिव ने प्रदेश की जनता से विशेष अपील करते हुए कहा पैनिक नहीं करना है। लोग इसमें हिस्सा लें। ब्लैकआउट के लिए जब भी सायरन बजे, आप अपनी लाइटें बंद कर दें। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यह केवल एक प्रैक्टिस ड्रिल है और तैयारी में ही हमारी सावधानी है।
स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार समय में बदलाव संभव
सुमिता मिश्रा ने यह भी स्पष्ट किया कि ब्लैकआउट का निर्धारित समय रात 8 बजे से 8:15 बजे तक है, लेकिन उपायुक्तों (DCs) को यह अधिकार दिया गया है कि यदि उनकी कोई स्थानीय विशिष्ट परिस्थिति बनती है, तो वे समय में बदलाव कर सकते हैं। यह लचीलापन स्थानीय ज़रूरतों के अनुसार अभ्यास को अनुकूल बनाने के लिए दिया गया है।
स्वयंसेवकों की संख्या में भारी वृद्धि
गृहसचिव ने 'ऑपरेशन शील्ड' के लिए स्वयंसेवकों की बढ़ती संख्या पर भी संतोष व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि पहले इन स्वयंसेवकों की संख्या मात्र 400 थी, लेकिन अब यह बढ़कर 32,000 हो गई है। स्वयंसेवकों की यह बड़ी संख्या दर्शाती है कि समाज में आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूकता और सहयोग की भावना बढ़ रही है, जो किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। 'ऑपरेशन शील्ड' हरियाणा को भविष्य की किसी भी आपदा के लिए बेहतर ढंग से तैयार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
