इमिग्रेशन एजेंट जयपुर से गिरफ्तार: सिपाही पूनम ने नौकरानी बन पत्नी को फंसाया, जाल में फंस गया साहिल

हरियाणा पुलिस का लोगो।
हरियाणा की पंचकूला पुलिस ने एएसआई दीपक की अगुवाई में इमिग्रेशन के 26 मामलों में वांछित इंमिग्रेशन एजेंट को एक महिला सहित उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार कर उसके कब्जे से साढे 26 लाख कैश, 850 ग्राम सोना और डायमंड व एक्सयूवी 500 बरामद की है। आरोपी पिछले कई माह से हर छह माह में ठिकाना बदलकर पुलिस को चमका दे रहा था। जयपुर के एक एटीएम से 10 हजार रुपये निकालने पर साहिल का सुराग लगते ही पुलिस जयपुर पहुंची तथा सीसीटीवी खंगालते हुए आरोपी का पीछा करते हुए ठिकाना ढूंढा। आरोपी का ठिकाना मिलने के बाद सिपाही पूनम ने नौकरानी भेष बनाकर आरोपी के घर में दस्तक दी। दरवाजा खोलने पर 4-5 मिनट आरोपी की पत्नी को बातों में उलझाया। आरोपी जैसे ही बाहर आया पूनम दूसरे घर में जाने का बहाना बनाकर बाहर निकली और इशारा मिलते ही पुलिस ने घर को घेर लिया। खिड़की का कांच तोड़कर घर में घुसी और साहित को दबोच लिया। पुलिस ने आरोपी के साथ उसकी साथी यमुनानगर निवासी महिला रमनदीप कौर व फतेहगढ़ साहिब निवासी परमजीत को भी गिरफ्तार किया है।
फर्जी नाम से फैलाया था जाल
आरोपी को ठिकाने व सिम बदलकर न केवल पुलिस को चमका देने में महारत हासिल थी, बल्कि पंजाब में प्रदीप शर्मा बनकर युवाओं को विदेश भेजने का झांसा देकर अपने जाल में फंसाता था। साहिल ने पंचकूला निवासी शिव दर्शन के बेटे को विदेश भेजने के लिए 14 लाख रुपये लिए थे। जब पुलिस आरोपी के जीरकपुर ऑफिस पहुंची तो वहां ताला लटकता मिला। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी के खिलाफ पंजाब व हरियाणा में 26 केस दर्ज हैं। जिनमें से 13 यमुनानगर, 6 जालंधर, 2 लुधियाना, 2 फिरोजपुर व 1 मामला पंचकूला में शामिल है। साहिल शर्मा ने पंजाब में प्रदीप शर्मा बनकर काफी लोगों के साथ फ्रॉड किए और इसी फर्जी नाम से उसने खाते खुलवाए व सिमकार्ड लिए। खास बात यह है कि किसी भी बैंक अकाउंट में उसने अपनी केवाईसी नहीं करवाई। जिससे आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बचता रहा।
फर्जी नाम से बेल पर आया था बाहर
साहिल शर्मा को पंजाब पुलिस ने पांच मामलों में गिरफ्तार किया था। फर्जी नाम से जमानत लेकर आरोपी जेल से बाहर भी आ गया। बावजूद इसके पंजाब पुलिस ने आरोपी की सही पहचान जानने का प्रयास नहीं किया। दोबारा कोर्ट में पेश नहीं होने पर साहिल को फर्जी प्रदीप शर्मा के नाम से भगौड़ा घोषित कर दिया। जब सीसीटीवी खंगालते हुए पुलिस ठिकाने पर पहुंची तो उसे आरोपी की कार खड़ी दिखाई दी। जानकारी जुटाने पर पता चला कि आरोपी ने कार किसी दूसरे के मकान के बाहर खड़ी की हुई थी। सिपाही पूनम ने नौकरानी बनकर न केवल आरोपी के घर का सही ठिकाना तलाशा, बल्कि उसे गिरफ्तार भी करवा दिया। इससे पहले आरोपी हरिद्वार, ऋषिकेस व नोएडा जैसे शहरों में किराए पर मकान लेकर रह चुका था।
50 युवाओं को दिखाया विदेश भेजने का सपना
जून माह में यमुनानगर के 50 युवाओं को एक साथ विदेश भेजने का सपना दिखाया। सभी को फर्जी वीजा व टिकट भेजकर एक साथ दिल्ली के एक होटल में बुलाया। वहां रूम बुक नहीं मिले तो युवाओं ने उसे फोन किया, जिसके बाद आरोपी ने दूसरे होटल भेजा, वहां से तीसरे होटल भेजा। जहां पर भी आरोपी नहीं मिला तो युवाओं ने हंगामा किया। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने लाठीचार्ज कर युवाओं को हिरासत में लिया। यमुनानगर पुलिस दिल्ली पहुंची व युवाओं को साथ लेकर लौटी। 13 युवाओं की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया लेकिन 34 युवा आज भी ऐसे हैं, जिनकी शिकायत पर मामला भी दर्ज नहीं हुआ है। सभी युवाओं को साहिल ने चूना लगाया है।
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