New Bridge: चंडीगढ़ में यहां बनेगा हाईलेवल ब्रिज, यात्रियों को ट्रैफिक से मिलेगी राहत...वैकल्पिक रास्ता भी होगा तैयार

प्रतीकात्मक तस्वीर।
Chandigarh-Panchkula Bridge: चंडीगढ़ और पंचकूला के बीच सफर करने वाले यात्रियों को राहत मिलने वाली है। इस मार्ग पर बहुत जल्द नया पुल बनने वाला है। इसके बाद लोगों को बारिश के दिनों में होने वाले जलभराव की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। इसके अलावा यात्रियों को ट्रैफिक की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। चंडीगढ़-पंचकूला के बीच मौजूदा पुल अक्सर बारिश के दिनों में बंद हो जाता है, जिसकी वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नया पुल बन जाने के बाद लोगों का सफर बेहतर बनेगा और उन्हें परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
यहां बनेगा नया पुल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेक्टर 26 में बापूधाम कॉलोनी के पास सुखना-चो पर नया हाईलेवल ब्रिज बनाया जाएगा। पुराने लो-लेवल पुल की जगह नया पुल बन जाने के बाद यात्रियों को बारिश के दिनों में होने वाली परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। ऐसा कहा जा रहा है कि मौजूदा पुल बारिश के दिनों में बंद होने के कारण मनीमाजरा, आईटी पार्क और माता मनसा देवी कॉम्प्लेक्स की ओर जाने वाले यात्रियों को समस्या का सामना करना पड़ता है। नया हाईलेवल ब्रिज बन जाने से यात्रियों की यह समस्या खत्म हो जाएगी। नया पुल बन जाने के बाद बारिश का पानी और मलबा नीचे से आसानी से गुजर सकेगा।
यूटी इंजीनियरिंग विभाग को सौंपी गई रिपोर्ट
यूटी इंजीनियरिंग विभाग को परियोजना से जुड़ी रिपोर्ट कंसल्टेंट की ओर से भेजी गई है। रिपोर्ट में हाइड्रोलिक स्टडी, टोपोग्राफिक सर्वे और मिट्टी की गुणवत्ता की जांच की गई है। अधिकारियों का कहना है कि इस प्रोजेक्ट का टेंडर जल्द जारी कर दिया जाएगा। पुल पर नगर निगम की पानी की पाइपलाइन भी मौजूद है, इसे भी शिफ्ट करने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए पुल के साथ में बड़े-बड़े पिलर तैयार किए जा रहे हैं, जहां पानी की लाइनों को शिफ्ट किया जाएगा।
पुल के अलावा इस मार्ग पर भी होगा काम
इस पुल के अलावा प्रशासन एक वैकल्पिक मार्ग पर भी काम कर रहा है। नया रास्ता हल्लोमाजरा लाइट पॉइंट से शुरू होकर मक्खन माजरा, इंडस्ट्रियल एरिया के पिछले हिस्से और दरिया गांव से होते हुए पंचकूला की मुख्य सड़क से कनेक्ट होगा। यह वैकल्पिक मार्ग ट्रिब्यून चौक, सेक्टर 27, 28 और मोहाली से पंचकूला की ओर जाने वाले वाहनों के लिए एक मुख्य कॉरिडोर के रूप में काम करेगा। इससे शहर में ट्रैफिक दबाव काफी हद तक कम होने की संभावना जताई गई है।
