ऑनलाइन ट्रेडिंग फ्रॉड: फतेहाबाद साइबर थाना ने करोड़ों की ठगी करने वाले 4 आरोपी पकड़े

फतेहाबाद पुलिस द्वारा पकड़े गए साइबर ठगों के बारे में जानकारी देते एसपी सिद्धांत जैन।
Online trading fraud : हरियाणा की साइबर थाना फतेहाबाद पुलिस ने ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर देशभर में करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह से जुड़े चार आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है।
फर्जी व डमी खातों के सहारे कर रहे थे ठगी
एसपी सिद्धांत जैन ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान साहिल पुत्र हरीश कुमार निवासी विशाल एन्क्लेव, टैगोर गार्डन नई दिल्ली, मानव पुत्र हरीश निवासी विशाल एन्क्लेव, टैगोर गार्डन नई दिल्ली, बालकिशन पुत्र तोता राम, निवासी चाणक्य प्लेस, जनकपुरी नई दिल्ली और यश कुमार पुत्र श्रीराम निवासी जेजे कॉलोनी, उत्तम नगर नई दिल्ली के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 168 एटीएम कार्ड, 68 सिम कार्ड, 50 चेकबुक, 46 पासबुक, 15 मोबाइल फोन, 1 लैपटॉप, 13 मोहरे और 2 बिल बुक बरामद की हैं। ये सभी सामग्री फर्जी खातों और लेन-देन के संचालन के लिए प्रयोग की जा रही थी।
आरोपी के खाते में 3 दिन में 40 लाख की ट्रांजेक्शन
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह गिरोह हरियाणा, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित देश के कई राज्यों में अब तक सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है। विशेष रूप से आरोपी बालकिशन के बैंक खाते की जांच में यह तथ्य सामने आया है कि सिर्फ तीन दिन में उसके खाते में 40 लाख रुपये की राशि ट्रांसफर हुई है। यह रकम ठगी की ही प्रतीत हो रही है, जिसकी गहन जांच की जा रही है। अन्य आरोपियों के खातों की भी विस्तृत जांच जारी है ताकि इनके नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा सके। यह कार्रवाई साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक राहुल कुमार एवं उनकी टीम द्वारा की गई।
अध्यापक ने की थी 10 हजार रुपये ठगी की शिकायत
यह गिरफ्तारी फतेहाबाद निवासी राजीव कुमार पुत्र तारा चंद से हुई 10 हजार की ऑनलाइन ठगी की जांच के दौरान हुई। शिकायतकर्ता एक अध्यापक हैं, जिन्हें व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से संपर्क कर एक फर्जी ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में निवेश कर अधिक लाभ कमाने का लालच दिया गया। झांसे में आकर उन्होंने पेटीएम के माध्यम से दो किस्तों में राशि ट्रांसफर की, लेकिन उन्हें न तो कोई लाभ मिला और न ही उनकी राशि वापस की गई। तकनीकी साक्ष्यों, बैंक लेन-देन विवरण और मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई और उन्हें दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ये आरोपी सोशल मीडिया, मोबाइल ऐप्स और वेबसाइट्स के जरिए आमजन को फंसाकर ठगी करते थे। पुलिस द्वारा आरोपियों से गहन पूछताछ जारी है। इन्हें अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा, ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों और अपराध के पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जा सके।
ठगी होने पर 1930 पर करें शिकायत
पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन ने आमजन से अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात कॉल, वेबसाइट या लिंक से प्राप्त निवेश प्रस्तावों पर बिना जांच-परख के विश्वास न करें। कोई भी वित्तीय जानकारी साझा करने से पहले पूरी सावधानी बरतें। यदि किसी को साइबर ठगी से संबंधित संदेह हो तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या निकटतम साइबर थाना फतेहाबाद में सूचना दें।
