ओवरलोड डंपरों से अवैध वसूली का मामला: हाईकोर्ट के आदेश पर नूंह के थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मियों पर FIR

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नूंह में अवैध वसूली के आरोपों के चलते तत्कालीन थाना प्रभारी अमन यादव पर हुआ केस। 
हरियाणा के नूंह में डंपरों से अवैध वसूली के खेल पर तत्कालीन थाना प्रभारी समेत कई पुलिस कर्मचारियों व दलालों पर FIR दर्ज हुई है। हाईकोर्ट के निर्देश पर यह कार्रवाई हुई है।

ओवरलोड डंपरों से अवैध वसूली का मामला : हरियाणा के नूंह जिले में ओवरलोड डंपरों से मंथली व अवैध वसूली के संगीन आरोपों के चलते पुलिस कर्मचारियों पर बड़ी कार्रवाई हुई है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश के बाद अब इस मामले में फिरोजपुर झिरका थाने के पूर्व थाना प्रभारी और वर्तमान में नूंह साइबर थाने में तैनात इंस्पेक्टर अमन यादव सहित कई पुलिसकर्मियों और दलालों पर एफआईआर दर्ज की गई है।

हाईकोर्ट के दखल के बाद पुलिस हरकत में आई

यह मामला पिछले कुछ महीनों से चर्चा में था, लेकिन पीड़ितों की शिकायतों पर पहले कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अंततः एक डंपर मालिक की याचिका पर हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। इसके बाद बुधवार रात को नूंह पुलिस ने तत्कालीन SHO अमन यादव समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। इस संवेदनशील मामले की निष्पक्ष जांच के लिए फिरोजपुर झिरका के डीएसपी अजायब सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई है। माना जा रहा है कि जांच के दायरे में अब और भी अधिकारी व कर्मचारी आ सकते हैं।

5 अप्रैल का मामला, फाड़े थे डंपर के टायर

शिकायतकर्ता परवेज ने अपनी शिकायत में बताया कि 5 अप्रैल 2025 की रात उसका डंपर राजस्थान जा रहा था, जिसे फिरोजपुर झिरका क्षेत्र में रोका गया। आरोप है कि SHO अमन यादव की टीम ने पैसे न देने पर डंपर के टायर फाड़ दिए। परवेज का आरोप है कि जब उसने विरोध किया तो SHO ने न केवल ड्राइवर को धमकाया, बल्कि मारपीट कर थाने ले जाया गया।

दलालों के जरिए होती थी मंथली वसूली

शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया है कि पूरे क्षेत्र में एक संगठित गिरोह की तरह यह अवैध वसूली चलाई जा रही थी। पांच से अधिक दलाल डंपरों से मंथली एकत्र कर पुलिस को पहुंचाते थे। इन्हीं दलालों के माध्यम से एंट्री होती थी, जिसके बिना कोई भी डंपर थाने के नाकों को पार नहीं कर सकता था। आरोप है कि जिन वाहनों की एंट्री नहीं होती थी, उन्हें तरह-तरह से परेशान किया जाता था।

SP तक की शिकायतें रहीं बेअसर

डंपर मालिक ने पुलिस अधीक्षक से लेकर अन्य वरिष्ठ अधिकारियों तक कई बार शिकायतें दीं, लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की। यहां तक कि SHO पर SP के नाम पर भी पैसे वसूलने के आरोप लगाए गए। न्याय न मिलने पर पीड़ित को कोर्ट का रुख करना पड़ा।

किन-किन पर दर्ज हुआ केस

हाईकोर्ट के आदेश के बाद दर्ज एफआईआर में तत्कालीन SHO अमन यादव के अलावा थाने में तैनात तीन से चार होमगार्ड, अन्य पुलिसकर्मी, SHO का ड्राइवर एलबी सिंह और पांच दलाल जावेद, राशिद, इफ्फा, शौकीन और एक अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं।

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