नूंह में लव जिहाद का खौफनाक सच: मंदिर तोड़ा, बच्चों को पीटा, जबरन कराया धर्मांतरण

हरियाणा क्राइम न्यूज।
हरियाणा का नूंह जिला एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन इस बार एक बेहद संवेदनशील और गंभीर मामले को लेकर। एक महिला ने आरोप लगाया है कि उसे 'लव जिहाद' के जाल में फंसाकर जबरन उसका और उसके बच्चों का धर्मांतरण कराया गया। यह कहानी सिर्फ धर्मांतरण तक सीमित नहीं है, बल्कि मानसिक, शारीरिक और धार्मिक उत्पीड़न की दर्दनाक दास्तान है। इस मामले ने न केवल पुलिस बल्कि समाज को भी हिलाकर रख दिया है।
नमाज पढ़ने का दबाव बनाया
पीड़ित महिला मूल रूप से उत्तर प्रदेश के हमीरपुर की रहने वाली है। उसने अपनी आपबीती सुनाकर बताया कि 2019 में अपने पति की मौत के बाद वह अपने दो बच्चों के साथ अकेली रह रही थी। इसी दौरान गांव मालब का रहने वाला आजम उसके संपर्क में आया। उसने मदद और प्यार का भरोसा देकर महिला को अपने जाल में फंसाया। महिला का कहना है कि आजम ने वादा किया था कि वह उसके धर्म परिवर्तन के लिए दबाव नहीं बनाएगा और वह अपने घर में पूजा-पाठ कर सकती है।
लेकिन, उसके साथ रहने के बाद आजम का असली चेहरा सामने आया। महिला ने आरोप लगाया कि आजम ने उसके घर में रखा मंदिर और मूर्तियों को तोड़कर बाहर फेंक दिया। बच्चों ने भी बताया कि जब वे पूजा करने की कोशिश करते थे, तो आरोपी उन्हें बेल्ट से बुरी तरह पीटता था और उन पर नमाज पढ़ने का दबाव बनाता था।
डरा-धमकाकर इस्लाम कबूलने के लिए मजबूर किया
महिला ने बताया कि जून 2020 में आजम एक मौलाना को लेकर आया और उन्हें डरा-धमकाकर इस्लाम कबूल करने के लिए मजबूर किया। मौलाना ने कई बार कलमा पढ़वाकर जबरन उसका धर्मांतरण कराया और उसका नाम 'शीला' से बदलकर 'साइबा' रख दिया। इतना ही नहीं, आजम लगातार उस पर बुर्का पहनने और अपने पहचान पत्रों में भी नाम बदलवाने का दबाव बनाता था। महिला को आरोप है कि वह उसे बकरे के मांस के नाम पर गाय का मांस भी खिलाता था।
जब महिला ने इन बातों का विरोध किया तो उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। महिला का दर्द यहीं खत्म नहीं हुआ। जब उसने पुलिस में शिकायत करने की कोशिश की, तो आरोपी आजम ने उसे छत से नीचे फेंक दिया, जिससे वह दो महीने तक बिस्तर पर पड़ी रही। इस दौरान उसके छोटे बेटे ने बर्तन धोकर घर चलाया और मां का इलाज करवाया।
आरोपी गिरफ्तार, पुलिस कर रही जांच
जब पीड़ित महिला की शिकायत किसी ने नहीं सुनी तो उसने एसपी नूंह को वॉट्सऐप पर शिकायत भेजी। इसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और आरोपी आजम सहित 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर आजम को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके। इस मामले में पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि हरियाणा में अवैध धर्मांतरण के खिलाफ बनाए गए कानून के तहत जिले में यह पहली कार्रवाई है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अगर कोई उन्हें दबाव में लाकर धर्मांतरण के लिए मजबूर करता है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
बच्चों पर भी अत्याचार किया
इस मामले में सबसे दुखद पहलू बच्चों पर हुआ अत्याचार है। बाल कल्याण समिति की निगरानी में बच्चों की काउंसलिंग की गई, जिसमें उन्होंने बताया कि आरोपी उन पर मूर्ति पूजा न करने और नमाज पढ़ने का दबाव बनाता था। जब बच्चे अपने धर्म का पालन करना चाहते थे तो उन्हें बेरहमी से पीटा जाता था। यह दर्शाता है कि यह मामला सिर्फ एक महिला के साथ हुए धोखे का नहीं, बल्कि एक पूरे परिवार के धर्म और विश्वास पर हुए हमले का है।
यह घटना उन सभी के लिए एक सबक है जो धर्म के नाम पर दूसरों की भावनाओं का दुरुपयोग करते हैं। यह मामला दिखाता है कि कैसे लव जिहाद का इस्तेमाल लोगों को फंसाने, ब्लैकमेल करने और जबरन धर्मांतरण कराने के लिए किया जाता है।
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