Narnaul: कनीना में पिछले सप्ताह उन्हाणी के पास हुए सड़क हादसे के मामले में पुलिस ने जीएलपी स्कूल के अध्यक्ष राजेंद्र यादव को गिरफ्तार किया। आरोपित हादसे के बाद फरार हो गया था और गिरफ्तारी से बचने के लिए छुप गया था। आरोपित को पकड़ने के लिए टीमें लगातार संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी। आरोपित को पकड़ने के लिए काफी मशक्कत करते हुए टीमों ने बुधवार आरोपित को रेवाड़ी के गांव बव्वा से पकड़ा। पुलिस द्वारा आरोपित से पूछताछ की जा रही है।

स्कूल बस हादसे में 7 आरोपी हो चुके गिरफ्तार

स्कूल बस हादसे में पुलिस ने अब तक सात आरोपितों को काबू किया है। इनमें बस चालक धर्मेंद्र वासी सेहलंग, स्कूल प्रिंसिपल दीप्ति वासी कनीना, होशियार सिंह वासी कनीना स्कूल के सचिव और सेहलंग के रहने वाले बस चालक के चार साथी निट्टू उर्फ हरीश, संदीप, भूदेव और नरेश उर्फ कालिया शामिल है। पुलिस इन सबको गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज चुकी है। स्कूल बस चालक ने शराब का सेवन किया हुआ था, शराब के नशे में चालक बस चला रहा था। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने जांच करते हुए पता लगाया कि बस चालक ने सेहलंग में बस में अपने साथियों के साथ बैठकर शराब पी थी। टीम ने बस चालक धर्मेंद्र का लाइसेंस रद्द कराने के लिए आरटीए विभाग को लिखकर भेज दिया है।

यह था स्कूल बस हादसे का पूरा मामला

स्कूल की कक्षा बारहवीं की छात्रा की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। छात्र ने बस चालक, स्कूल प्रिंसिपल और स्कूल प्रशासन के खिलाफ शिकायत दी। छात्रा ने बताया कि बस चालक शराब के नशे में था, जिसको बार-बार बस धीरे चलाने की कहने पर भी बस तेज चला रहा था। उन्हाणी के पास बस पलट गई और पेड़ से टकराने पर बस में बैठे बच्चे घायल हो गए और कुछ की मौके पर ही मौत हो गई। गांव खेड़ी तलवाना में बच्चों के परिजनों ने बस चालक के शराब के नशे में होने के कारण बस की चाबी ले ली थी और इस बारे में स्कूल प्रशासन से बात करने पर स्कूल प्रशासन ने अंजाम भुगतने को धमकी दी, जिसके बाद यह हादसा हो गया। स्कूल बस में कोई हेल्पर नहीं था और ना ही कोई महिला कर्मचारी नियुक्त थी।

प्रिंसिपल दीप्ति यादव व सचिव होशियार सिंह को कोर्ट में किया पेश

स्कूल बस हादसे के मामले में सिटी थाना पुलिस ने स्कूल प्रिंसिपल दीप्ति यादव व स्कूल शिक्षा समिति के सचिव होशियार सिंह को पांच दिन के पुलिस रिमांड के बाद मंगलवार को दोबारा कोर्ट मे पेश किया। इन दोनों आरोपितों को 12 अप्रैल को सड़क दुर्घटना के बाद गिरफ्तार किया था, जो पांच दिन के पुलिस रिमांड पर थे। कोर्ट ने दोनों आरोपितों को 26 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस आरोपियों से सख्ती के साथ पूछताछ कर रही है।