रोहतक से जुड़े नीट पेपर लीक के तार: पीजीआई का छात्र रहा है मास्टरमाइंड रवि, पढ़ाई करते हुए हुई थी माफिया से सांठगांठ

PGIMS Rothak
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2012 में उसने परीक्षा पास करने के बाद पीजीआई में एडमिशन लिया था।एग्जाम माफिया के संपर्क में आने पर नहीं दी थी चौथे साल की परीक्षा।

रोहतक। नीट पेपर लीक मामले में रवि अत्री को मास्टर माइंड बताया जा रहा है। रवि अत्री नोएडा के नीमका गांव का रहने वाला है और वह पीजीआई रोहतक का छात्र रहा है। रवि ने 2012 में उसने परीक्षा पास करने के बाद पीजीआई में एडमिशन लिया था। लेकिन वह एग्जाम माफिया के संपर्क में आया और चौथे साल की परीक्षा भी नहीं दी। यह भी बताया जा रहा है कि रवि दूसरे छात्रों की जगह पेपर भी देने लगा था, लेकिन धीरे-धीरे वह पेपर लीक करने वाले गैंग से जुड़ गया। वह फिलहाल मेरठ जेल में बंद हैं तथा माना जा रहा है कि उसने जेल में बैठे बैठे ही पेपर लीक करवाया है।

सिपाही पेपर लीक में भी आया था नाम

नीट परीक्षा के मास्टरमाइंड माने जा रहे रवि अत्री फिलहाल मेरठ जेल में बंद हैं। इससे पहले रवि का नाम यूपी में कांस्टेबल पेपर लीक मामले में आ चुका है। बताया जा रहा है कि रवि ने मेरठ जेल से ही पेपर लीक करवाया था। अब रवि को नीट परीक्षा के पेपर लीक का भी मास्टरमाइंड माना जा रहा है। इससे पहले भी पेपर लीक व दूसरों की जगह परीक्षा देने के मामलों से रवि अत्री का नाम जुड़ चुका है।

सॉल्वर गैंग तक पहुंचाना था काम

नीट पेपर लीक मामले में रवि का काम सॉल्व किए गए पेपर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से सॉल्वर गैंग तक पहुंचाना था। 2012 में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उसे मेडिकल प्रवेश परीक्षा का पेपर लीक करने के आरोप में भी गिरफ्तार किया था। आरोपी फिलहाल मेरठ जेल में बंद हैं।

पूछताछ में सामने आया नाम

जब जांच हुई तो सामने आया कि नीट पेपर लीक कांड में बिहार से संजीव मुखिया गैंग शामिल है। पुलिस ने गैंग की जानकारी इकट्ठा की और जांच का दायरा बढ़ाते हुए दूसरे राज्यों तक भी पहुंची। कई पकड़े भी गए और पूछताछ में सामने आया कि रवि अत्री इसमें शामिल है।


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