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हरियाणा के रोहतक स्थित दादा लखमीचंद राज्य प्रदर्शन एवं दृश्य कला के फैकल्टी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन के विद्यार्थी ब्रिटिश फिल्म इंस्टीट्यूट लंदन में अवार्ड सेरेमनी का हिस्सा बनेगे। ब्रिटिश फिल्म इंस्टीट्यूट लंदन की तरफ से आयोजित यूनाइटेड किंगडम एशियन फिल्म फेस्टिवल 2024 में भारत से 5 फिल्मों का चयन हुआ है, जिसमें सुपवा के छात्रों का अहम रोल है।

Rohtak: दादा लखमीचंद राज्य प्रदर्शन एवं दृश्य कला के फैकल्टी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन के विद्यार्थी ब्रिटिश फिल्म इंस्टीट्यूट लंदन में अवार्ड सेरेमनी का हिस्सा बनेगे। ब्रिटिश फिल्म इंस्टीट्यूट लंदन की तरफ से आयोजित यूनाइटेड किंगडम एशियन फिल्म फेस्टिवल 2024 में भारत से 5 फिल्मों का चयन हुआ है, जिसमें विभिन्न श्रेणियों में डीएलसी सुपवा के शिवम पांडेय, मिताली, अशोक, चेतन शर्मा, तन्मय भूटानी, किरण कट्टा, यशवंत, राहुल कत्याल व अमित कुमार का अहम योगदान है। पांचों फिल्में पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन से संबंधित विषयों पर केंद्रित हैं। सभी फिल्मों को शॉर्ट्स टीवी के सहयोग से राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम द्वारा सीएमओटी (क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमारो) के हिस्से के रूप में मात्र 48 घंटों के भीतर बनाया गया है।

यूके एशियन फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जाएंगी पांचों फिल्म

यूके एशियन फिल्म फेस्टिवल, कहता है कि यह दुनिया में सबसे लंबे समय तक चलने वाला दक्षिण एशियाई फिल्म महोत्सव है, जो अपना 26वां संस्करण 2 से 12 मई तक लंदन, लीसेस्टर और ऑक्सफोर्ड में आयोजित करेगा। इस दौरान 4 मई को भारत की चयनित पांचों फिल्मों को यूके एशियन फिल्म फेस्टिवल में दिखाया जाएगा। इससे पहले भी डीएलसी सुपवा विश्विद्यालय के विद्यार्थी इन्ही फिल्मों के लिए भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तत्वावधान में राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम लिमिटेड द्वारा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के 54वें संस्करण में भी सम्मानित हो चुके है। 75 क्रिएकटिव माइंड ऑफ़ टुमॉरो के 48 घंटे के फ़िल्म मेकिंग चैलेंज कॉम्पिटिशन में सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म का पुरस्कार फ़िल्म ओढ़, द्वितीय पुरस्कार फ़िल्म अंकुरण और तृतीय पुरस्कार फ़िल्म ला मेर को दिया गया था।

क्या है ब्रिटिश फिल्म इंस्टीट्यूट

बीएफआई की स्थापना 1933 में पूरे यूनाइटेड किंगडम में फिल्म, टेलीविजन और चलती छवि की कला के विकास को प्रोत्साहित करने, समकालीन जीवन और शिष्टाचार के रिकॉर्ड के रूप में उनके उपयोग को बढ़ावा देने, फिल्म, टेलीविजन और चलती छवि के बारे में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए की गई थी। ब्रिटिश फिल्म इंस्टीट्यूट ( बीएफआई ) एक फिल्म और टेलीविजन धर्मार्थ संगठन है जो यूनाइटेड किंगडम में फिल्म निर्माण और टेलीविजन को बढ़ावा व संरक्षित करता है। बीएफआई फिल्म निर्माण, वितरण और शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय लॉटरी द्वारा प्रदान किए गए धन का उपयोग करता है। यह संस्कृति, मीडिया और खेल विभाग द्वारा प्रायोजित है। आंशिक रूप से ब्रिटिश फिल्म संस्थान अधिनियम 1949 के तहत वित्त पोषित है।

फिल्म फेस्टिवल की खास बात

यूके एशियन फिल्म फेस्टिवल 2024 में शबाना आजमी और करिश्मा कपूर की लाइनअप का अनावरण किया जाएगा। नसीरुद्दीन शाह अभिनीत भारतीय मूल की अमेरिकी-बेल्जियम अभिनेत्री रुमाना मोल्ला की निर्देशित पहली फिल्म इस साल के यूके एशियन फिल्म फेस्टिवल (यूकेएएफएफ) की शुरुआत 2 मई को यहां वर्ल्ड प्रीमियर के साथ करेगी। यूकेएएफएफ के संस्थापक और निदेशक डॉ. पुष्पिंदर चौधरी ने कहा कि इस साल यूके एशियाई फिल्म महोत्सव नारीवाद, विविधता और उभरती ब्रिटिश एशियाई प्रतिभाओं को सशक्त बनाने का जश्न मनाता है। अनूठे सिनेमाई अनुभवों के माध्यम से लक्ष्य उनकी पहचान को आकार देना, आत्मविश्वास बढ़ाना और विविध दृष्टिकोण से सीखने को प्रोत्साहित करना है।

देश विदेश में अपनी कला का लोहा मनवा रहे विद्यार्थी

सुपवा स्टूडेंट्स यूनिटी के संस्थापक शिवम पांडेय ने कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थी लगातार हरियाणा प्रदेश का नाम देश-विदेश में अपनी कला के दम पर पहुंचा रहे है। बीते दिनों डीएलसी सुपवा के विद्यार्थियों ने विश्विद्यालय का नाम राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाया और अब अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचा दिया। प्रदेश की कला की धरोहर कहे जाने वाले संस्थान सुपवा के विद्यार्थी तमाम तरह की प्रतिभा के धनी है। विद्यार्थियों ने समय-समय पर ये बात साबित की है। पूरे देश के लिए यह गर्व का विषय है कि ब्रिटिश फिल्म इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित यूकेएएफएफ 2024 में देश की 5 फिल्मों का चयन हुआ है जिसमे सुपवा के विद्यार्थियों की उच्चतम भागेदारी है। विश्विद्यालय के इतिहास में यह पहली बार है कि उनके काम को यूके एशियन फिल्म फेस्टिवल में अनेक दिग्गजों द्वारा सराहा जाएगा।

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