किसानों के अरमानों पर बरसे ओले: इंद्री क्षेत्र में हुई जमकर ओलावृष्टि, दर्जनों गांवों में किसानों की फसलों को हुआ भारी नुकसान  

Hail falling on heaps of wheat in Indri grain market. White sheet of hail covered the road
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इंद्री अनाज मंडी में गेहूं की ढेरियों पर पडे़ ओले। सड़क पर चढ़ी ओलों की सफेद चादर। 
करनाल क्षेत्र में बेमौसमी बारिश व भारी ओलावृष्टि से इंद्री के साथ लगते दर्जनो गावों में किसानों की गेहूं की पकी फसल नष्ट हो गई। खेतों व सड़कों पर ओलो की सफेद चादर चढ़ गई ।

इंद्री/करनाल: क्षेत्र में दोपहर बाद अचानक आई बेमौसमी बारिश व भारी ओलावृष्टि से इंद्री के साथ लगते दर्जनो गावों में किसानों की गेहूं की पकी फसल नष्ट हो गई। ओलावृष्टि इतनी तेज थी कि देखते ही देखते खेतों व सड़कों पर ओलो की सफेद चादर चढ़ गई । ओलावृष्टि होने से किसानों की खेतों में तैयार खड़ी गेहूं की फसल, टमाटर, घिया, बैंगन व मक्का को भारी नुकसान हुआ है जिसके चलते किसानों में मायूसी छाई हुई है। क्षेत्र के किसानों का कहना है कि बेमौसमी ओलावृष्टि से किसानों की फसले पूरी तरह से खराब हो गई हैं । उन्होंने महंगे भाव की खाद, बीज व दवाइयों पर खर्च कर फसले तैयार की थी लेकिन अचानक आई ओलावृष्टि ने उनके अरमानों को नष्ट कर दिया।

अनाजमंडी में गेहूं ढकने का नहीं पुख्ता प्रबंध

इंद्री अनाज मंडी में मार्किट कमेटी व आढ़तियों द्वारा मंडी में आए गेहूं को ढकने के लिए कोई पुख्ता प्रबंध नहीं किए गए । जिसके चलते मंडी में काफी संख्या में गेहूं की ढेरियां खुले में ही पड़ी रही और उन पर बारिश व ओलावृष्टि होने के कारण ओलों की सफेद चादर चढ़ गई । मंडी में गेहूं लेकर आए किसानों ने बताया कि मंडी में फसल ढकने के पुख्ता इंतजाम नहीं है जिससे मंडी में पड़ी गेहूं की ढेरियां ओलो व बरसात के पानी में भीगती रही। इस मामले में खंड कृषि अधिकारी अश्विनी कंबोज ने बताया कि यह ओलावृष्टि क्षेत्र के दर्जनों गांवों में हुई है जिसके चलते खेतों में खड़ी फसले पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। कितने क्षेत्र में ओलावृष्टि हुई है और कितना नुकसान हुआ, यह जांच के बाद ही पता चलेगा।

तापमान में आई गिरावट, दोपहर को बूंदाबांदी, शाम को बादलवाई

प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में शुक्रवार दिन का आगाज साफ मौसम के साथ हुआ। दोपहर तक मौसम साफ बना रहा। हवा की गति कुछ तेज तथा गर्म रही। दोपहर को मौसम ने करवट ली और बादल छाने के साथ हलकी बूंदाबांदी हुई। जिसके चलते अधिकतम तापमान में एक डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। जबकि न्यूनतम तापमान में दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। शाम को फिर से आकाश में बादलवाई दिखाई दी।

पश्चिमी विक्षोभ के असर से परिवर्तशील बना हुआ मौसम

पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक असर के कारण पिछले तीन दिनों से मौसम परिवर्तनशील बना हुआ है। कभी बादल छाने के साथ बूंदाबांदी हो जाती है। तो कभी तेज हवा के साथ धूल उड़ रही है। 21 अप्रैल तक मौसम परिवर्तनशील रहेगा। आकाश में बादलवाई के साथ हवा की गति तेज रहेगी। जिसके चलते तापमान में मामूली उतार चढ़ाव भी बना रहेगा। मौसम वैज्ञानिक डॉ. राजेश ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक असर से मौसम परिवर्तनशील बना हुआ है, जिसके चलते आकाश में बादलवाई भी दिखाई देगी। तापमान में भी थोड़ा बहुत उतार चढ़ाव बना रहेगा।

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