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हरियाणा के युवाओं को अब अवैध रूप से विदेश नहीं जाना पड़ेगा। पहले फेज में प्रदेश के 530 युवाओं का जत्था इजराइल के लिए रवाना कर दिया तथा सैकेंड फेज की वैकेंसी भी जल्द निकाली जाएगी। इजरायल रवाना होने वाले युवाओं से मुख्यमंत्री नायब सैनी व पूर्व सीएम मनोहर लाल ने बातचीत कर शुभकामनाएं दी।

Group of youth leaves for Israel: प्रतिमाह एक लाख 30 हजार रुपये सैलरी व 16515 रुपये बोनस। वह भी विदेशी जमीन पर कदम रखते ही काम व सुरक्षा की गारंटी के साथ। जी मंगलवार को इजरायल के लिए 530 युवाओं के जत्थे को रवाना कर सरकार ने विदेश जाने का सपना साकार कर दिया। पिछले कुछ समय से पंजाब के बाद हरियाणा के युवाओं में विदेश जाने का क्रेज बढ़ा है। 

दलालों के चंगुल में फंस रहे युवा
दलालों के चंगुल में फंसे अधिकतर युवा विदेश जाने की जिद्द में अपना सपना पूरा करने के लिए परिवार को अपनी जमीन जायदाद तक गिरवी रखने को विवश कर देते हैं। इस नई पहल से सरकार ने न केवल विदेश जाने का सपना देखने वाले युवाओं को दलालों के चंगुल से बचाया, बल्कि विदेश की जमीन पर बेहतर जीवन जीने के लिए काम व सुरक्षा की गारंटी भी दी। 

कबूतरबाजी पर लगेगी लगाम 
युवाओं में विदेश जाने के बढ़ते क्रेज को भुनाने के लिए दलाल भी सक्रिय रहते हैं। जो ऐसे युवाओं को अपने चंगुल में फंसाकर पहले उन्हें विदेशों में लग्जरी जीवन के सपने दिखाकर लाखों रुपये ऐंठ लेते हैं। दलालों के चंगुल में फंसे युवा अवैध तरीके अपनी जान जोखिम में डालकर महीनों तक इधर उधर भटकते रहते हैं। इसी जद्दोजहद में कुछ की तो बीच रास्ते में जान तक चली जाती है। सरकार के इस प्रयास से अब विदेश जाने वाले निपुण युवाओं को वैध तरीके से जाने का मौका मिलेगा।

सात देशों से आई थी 13294 भारतीय युवाओं की डिमांड 
विश्व के विभिन्न सात देशों ने जनवरी माह में अपने देशों में काम करने के लिए भारत के पास 13294 युवाओं की डिमांड भेजी थी। जिसे सरकार ने पद, योग्यता व वेतन के साथ सार्वजनिक किया था। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनावों के बाद डिमांड के अनुसार युवाओं को विदेश भेजने की प्रक्रिया में तेजी लाई जा सकती है। इजरायल भेजने के लिए कौशल विकास निगम के तहत 16 से 20 जनवरी तक रोहतक में भर्ती का आयोजन कर 1370 युवाओं में से 530 को चुना गया। इजरायल से आई 10 हजार वर्कर्स की डिमांड को देखते हुए जल्द ही सैकेंड फेज की भर्ती करने की तैयारी है 

इजरायल इमास जंग के बाद बढ़ी डिमांड 
इजरायल व हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद इजरायल ने फिलिस्तीनियों के वर्क परमिट रद कर दिए थे। जिसके बाद इजरायल ने अपनी कंस्ट्रक्सन वर्क की डिमांड को पूरा करने के लिए भारत सहित विभिन्न देशों से भर्ती करने का निर्णय लिया। भारत के पास फ्रेमवर्क, शटरिंग, कारपेंटर, प्लास्टरिंग सेरामिक टाइल, यरन बेडिंग का काम करने वालों की जरूरत पूरा करने के लिए 10 वर्कर्स की डिमांड भेजी। जिनके लिए मासिक 1.37 लाख सैलरी तथा 16515 रुपये बोनस तय किया गया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इजरायल रवाना होने वाले युवाओं से संपर्क कर उन्हें शुभकामनाएं दी। 

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